केंद्रीय मंत्रियों, राज्यपाल, अध्यक्ष और विधायकों ने शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि दी
गोला नरेश
- 05 Aug 2025, 01:54 PM
- Updated: 01:54 PM
(तस्वीरों के साथ)
रांची, पांच अगस्त (भाषा) केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम, अन्नपूर्णा देवी और संजय सेठ, झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार और विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने मंगलवार को वरिष्ठ आदिवासी नेता और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के सह-संस्थापक शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनका पार्थिव शरीर विधानसभा परिसर में लाया गया है।
शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर लेकर शव वाहन सुबह करीब साढ़े 10 बजे विधानसभा परिसर पहुंचा। सफेद कुर्ता-पायजामा और आदिवासी गमछा पहने हेमंत सोरेन अपने पिता के पार्थिव शरीर के साथ थे।
केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल ओराम ने कहा, ‘‘मैं यहां गुरुजी को विदाई देने आया हूं। वह जनता के लिए प्रेरणा रहे हैं। मैं उनके बताए रास्ते पर चलूंगा।’’
अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि झारखंड ‘‘अब एक ऐसे शून्य का सामना कर रहा है जिसे भरा नहीं जा सकेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘शिबू सोरेन से ‘दिशोम गुरु’ (भूमि के नेता) तक का उनका सफर लोगों को प्रेरित करता रहेगा।’’
राज्यपाल गंगवार ने शिबू सोरेन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और झारखंड विधानसभा परिसर में उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की।
गंगवार ने वरिष्ठ झामुमो नेता को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, ‘‘‘दिशोम गुरु’ शिबू सोरेन जी का जीवन आदिवासी अस्मिता, अधिकार और सामाजिक उत्थान के लिए समर्पित रहा है। वह जनसेवा और संघर्ष के प्रतीक थे। उनके नेतृत्व में आदिवासी समाज की चेतना और सशक्तिकरण को नयी दिशा मिली।’’
राज्यपाल ने कहा कि झारखंड शिबू सोरेन को हमेशा सम्मान और गर्व के साथ याद रखेगा और राजनीतिक, सामाजिक व सांस्कृतिक क्षेत्रों में उनका योगदान अविस्मरणीय रहेगा।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक राज सिन्हा ने कहा कि शिबू सोरेन एक ‘‘मार्गदर्शक’’रहे हैं और उनके निधन से उत्पन्न शून्य को कभी नहीं भरा जा सकता।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा, ‘‘हमने झारखंड के निर्माता को खो दिया है। राज्य के लिए उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।’’
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राज्य के मंत्री इरफान अंसारी, दीपिका पांडे सिंह, शिल्पी नेहा तिर्की और विभिन्न दलों के कई विधायकों ने विधानसभा परिसर में दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की।
पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अविनाश कुमार सहित कई नौकरशाहों को विधानसभा परिसर में आदिवासी नेता को श्रद्धांजलि देते देखा गया।
बड़ी संख्या में लोग और झामुमो कार्यकर्ता शिबू सोरेन को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए विधानसभा परिसर में आए और उन्होंने ‘गुरुजी अमर रहे’ के नारे लगाए।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता चंपई सोरेन झामुमो के सह-संस्थापक के आवास पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए भावुक हो गए।
शिबू सोरेन के करीबी सहायक रहे चंपई सोरेन अगस्त 2024 में झामुमो छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे।
शिबू सोरेन का अंतिम संस्कार मंगलवार को रामगढ़ जिले में उनके पैतृक गांव नेमरा में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। यह स्थान राज्य की राजधानी रांची से लगभग 70 किलोमीटर दूर है।
‘गुरुजी’ के नाम से मशहूर शिबू सोरेन ने सोमवार को दिल्ली के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली थी। वह 81 वर्ष के थे।
झामुमो के सह-संस्थापक सोरेन का गुर्दे से जुड़ी बीमारियों के लिए एक महीने से अधिक समय से दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में इलाज किया जा रहा था।
भाषा
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