एसआईआर को लेकर विपक्ष का हंगामा, लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित
सुभाष वैभव
- 07 Aug 2025, 03:10 PM
- Updated: 03:10 PM
नयी दिल्ली, सात अगस्त (भाषा) विपक्षी दलों के सदस्यों ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर बृहस्पतिवार को भी लोकसभा में हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के बीच सदन में मणिपुर माल एवं सेवा कर (संशोधन) विधेयक, 2025 और मणिपुर विनियोग विधेयक, 2025 पारित किया गया।
कांग्रेस और उसके सहयोगी दल मानसून सत्र की शुरुआत से ही एसआईआर के मुद्दे पर चर्चा की मांग करते हुए हंगामा कर रहे हैं, जिससे सदन में गतिरोध बना हुआ है।
सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न 11 बजे आरंभ होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू कराया, विपक्षी दलों के सदस्य अपने स्थान पर खड़े हो गए और आसन के निकट पहुंचकर ‘एसआईआर वापस लो’ के नारे लगाने लगे।
सदन में हंगामे के बीच ही आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कुछ पूरक प्रश्नों के उत्तर दिए।
बिरला ने विपक्षी सदस्यों से सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रश्नकाल में महत्वपूर्ण मंत्रालयों और विभागों पर चर्चा है। विशेष रूप से हमारे जनजातीय क्षेत्र के बहुत सदस्य आज प्रश्न पूछना चाहते हैं।’’
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मेरा प्रयास होता है कि सदन चले और चर्चा हो... आप नियोजित तरीके से सदन को बाधित करते हैं। आप तख्तियां लेकर आते हैं। देश आपको देख रहा है।’’
हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही 11 बजकर 12 मिनट पर दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
कार्यवाही 12 बजे पुन: शुरू हुई तो पीठासीन सभापति संध्या राय ने आवश्यक कागजात प्रस्तुत कराए।
विपक्ष के सदस्यों ने एसआईआर के मुद्दे पर हंगामा शुरू कर दिया।
शोर-शराबे के बीच ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मणिपुर माल एवं सेवा कर (संशोधन) विधेयक, 2025 पेश किया।
उन्होंने मणिपुर माल एवं सेवा कर (संशोधन) अध्यादेश, 2025 (2025 का संख्यांक 1) को तत्काल लागू करने के कारणों को दर्शाने वाला एक विवरण भी सदन में प्रस्तुत किया।
हंगामा नहीं थमने पर पीठासीन सभापति संध्या राय ने करीब 12 बजकर 10 मिनट पर कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी।
दोपहर दो बजे सदन की कार्यवाही पुन: आरंभ होने पर भी विपक्षी दलों के सदस्यों का हंगामा जारी रहा, जिस पर पीठासीन सभापति जगदंबिका पाल ने शोर-गुल कर रहे सदस्यों से कहा कि आप इस सदन में पहले दिन से ही हंगामा करते आये हैं, ‘‘आखिर आपकी क्या जिम्मेदारी बनती है।’’
उन्होंने आसन के करीब खड़े कांग्रेस सदस्यों से कहा, ‘‘क्या यह सदन का आचरण है। (सदन में) कांग्रेस के उपनेता (अपने स्थान पर) खड़े हैं और आप आसन के करीब आ गए हैं। कृपया इनका लिहाज करें।’’
हंगामे के बीच मणिपुर से संबंधित दो विधेयक पारित किये जाने के बाद पीठासीन सभापति ने सदन की कार्यवाही दोपहर करीब दो बजकर 25 मिनट पर दिन भर के लिए स्थगित कर दी।
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