पाकिस्तान एक सितंबर से पीओआर कार्ड वाले 13 लाख से अधिक अफगान नागरिकों को स्वदेश भेजेगा
पारुल अविनाश
- 06 Aug 2025, 03:59 PM
- Updated: 03:59 PM
(सज्जाद हुसैन)
इस्लामाबाद, छह अगस्त (भाषा) पाकिस्तान सरकार ने 13 लाख से अधिक अफगान शरणार्थियों को एक सितंबर से उनके देश वापस भेजने का फैसला किया है, जो पंजीकरण प्रमाण (पीओआर) कार्ड धारक हैं। पाकिस्तानी मीडिया में बुधवार को आई एक खबर में यह जानकारी दी गई है।
पाकिस्तान में अफगान शरणार्थियों को स्वदेश भेजने की कोशिशें 2023 में शुरू हुई थीं, जब सरकार ने सभी अवैध विदेशियों को निर्वासित करने की घोषणा की थी। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, अब तक लगभग 8,00,000 अफगान नागरिकों को वापस भेजा जा चुका है।
‘द डॉन’ अखबार की खबर के अनुसार, संघीय सरकार ने सभी प्रांतों को सूचित किया है कि पीओआर कार्ड धारक 13 लाख से अधिक अफगान शरणार्थियों का औपचारिक निर्वासन एक सितंबर से शुरू होगा।
खबर में कहा गया है कि यह फैसला आंतरिक मंत्रालय की 31 जुलाई की इस घोषणा के बाद लिया गया है कि पीओआर कार्ड धारक (जो बिना वीजा के पाकिस्तान में कानूनी रूप से रहने वाले अफगान नागरिकों की अंतिम श्रेणी है) 30 जून को उनके कार्ड की वैधता समाप्त होने के बाद अवैध निवासी बन गए हैं।
खबर के मुताबिक, अवैध विदेशी प्रत्यावर्तन योजना (आईएफआरपी) के कार्यान्वयन के सिलसिले में आंतरिक मंत्रालय का चार अगस्त का पत्र चारों प्रांतों के मुख्य सचिवों और पुलिस प्रमुखों के साथ-साथ पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र के प्रशासन को भेजा गया है।
पत्र में कहा गया है, “यह निर्णय लिया गया है कि पीओआर कार्ड धारकों की स्वैच्छिक वापसी तुरंत शुरू की जाएगी, जबकि औपचारिक प्रत्यावर्तन और निर्वासन प्रक्रिया एक सितंबर 2025 से प्रभावी होगी।”
इसमें कहा गया है कि अफगान नागरिक कार्ड (एसीसी) धारकों सहित सभी अवैध विदेशी नागरिकों का प्रत्यावर्तन आईएफआरपी के तहत पहले के निर्णय के अनुसार जारी रहेगा।
पत्र में पीओके के अधिकारियों को प्रांतीय, संभागीय और जिला समितियों को पीओआर कार्ड धारकों का डेटाबेस उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।
इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय डेटाबेस और पंजीकरण प्राधिकरण (एनएडीआरए) पारगमन क्षेत्रों और सीमा टर्मिनल पर स्वदेश लौटने वाले अफगान नागरिकों के पंजीकरण को रद्द करने की सुविधा प्रदान करेगा, जबकि संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) निर्दिष्ट सीमा चौकियों पर प्रत्यावर्तन में सहयोग देगी।
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) के मुताबिक, 30 जून 2025 तक पाकिस्तान में मौजूद अफगान शरणार्थियों की संख्या 13 लाख से अधिक आंकी गई है। यूएनएचसीआर के अनुसार, आधे से ज्यादा (7,17,945) अफगान शरणार्थी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में, जबकि 3,26,584 बलूचिस्तान में; 1,95,188 पंजाब में; 75,510 सिंध में और 43,154 इस्लामाबाद में रह रहे हैं।
भाषा पारुल