बिहार से विचित्र मामले आ रहे, ट्रंप की तस्वीर लगा आवास प्रमाण पत्र उदाहरण : महुआ मोइत्रा
धीरज रंजन
- 06 Aug 2025, 09:59 PM
- Updated: 09:59 PM
नयी दिल्ली, छह अगस्त (भाषा) तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने बुधवार को बिहार में जारी मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान को लेकर निर्वाचन आयोग पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राज्य से लगातार ‘‘विचित्र’’ मामले सामने आ रहे हैं।
मोइत्रा ने कहा, ‘‘यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिस पर निर्वाचन आयोग ने अपनी मुहर लगा दी है, जो कहती है कि यह व्यापक और सटीक है। आप खुद ही फैसला क्यों नहीं करते। हमें समस्तीपुर जिले में डोनाल्ड ट्रंप के नाम से एक ऑनलाइन आवेदन करने की जानकारी मिली है।’’
पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर सीट से लोकसभा सदस्य मोइत्रा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा किए गए एक वीडियो बयान में कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग ने विशेष गहन समीक्षा (एसआईआर) करने का दावा किया है, जिसके बारे में हम शुरू से कहते आ रहे हैं कि यह कुछ और नहीं बल्कि बड़े पैमाने पर मताधिकार से वंचित करने की एक कवायद है। 65 लाख मतदाताओं के नाम हटा दिए गए हैं और सरकार इस पर चर्चा करने से इनकार कर रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इन सबके बीच, इस एसआईआर अभियान के तहत बिहार से हर दिन नए-नए विचित्र मामले सामने आ रहे हैं।’’
मोइत्रा ने ट्रंप के नाम से किए गए आवेदन पर कहा, ‘‘यह आवेदन 29 जुलाई को मोहिउद्दीन नगर प्रखंड से सरकारी पोर्टल के माध्यम से किया गया था और इसमें डोनाल्ड ट्रंप की तस्वीर का उपयोग किया गया है जबकि मोहिउद्दीन नगर के हसनपुर गांव का स्थानीय पता दर्ज किया गया है।’’
समस्तीपुर जिला प्रशासन ने कहा है कि ट्रंप की तस्वीर का उपयोग करके निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
समस्तीपुर जिला प्रशासन के आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल से जारी पोस्ट में कहा गया, ‘‘यह प्रमाणपत्र जारी ही नहीं हुआ है, बल्कि किसी ने जानबूझकर आवेदन दिया था और जांच के क्रम में यह गलत पाया गया है। इस पर मुकदमा भी कर दिया गया है तथा कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है। ऐसे किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।’’
मोइत्रा ने एक और उदाहरण बिहार के खगड़िया का दिया। उन्होंने कहा, ‘‘दूसरा मामला, जो और भी बेहतर है, खगड़िया जिले में है। अधिकारियों को ऑनलाइन आवेदन, भगवान राम, देवी सीता और यहां तक कि एक कौवे के नाम पर भी निवास प्रमाण पत्र के लिए मिले हैं।’’
उन्होंने कहा,‘‘इन आवेदनों में पौराणिक या जानवरों की तस्वीरें और स्पष्ट रूप से बनावटी नाम और पते शामिल हैं। भगवान राम के आवेदन में राजा दशरथ और मां कौशल्या को माता-पिता के रूप में सूचीबद्ध किया गया है... इसलिए एसआईआर आवेदन की स्थिति ऐसी है। ये तो बस दो या तीन उदाहरण हैं।’’
मोइत्रा ने कहा, ‘‘यह एक गहन पुनरीक्षण है, जो किसी और द्वारा नहीं, बल्कि भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा की जा रही है, जो ज़ोर दे रहा है कि यह प्रक्रिया पूरी तरह से सटीक और त्रुटिरहित है। आप खुद फैसला करें। यह तमाशा जारी है।’’
भाषा धीरज