अलकायदा के प्रचार के आरोप में गिरफ्तार महिला ने मुनीर से भारत पर हमला करने की अपील की थी: एटीएस
धीरज देवेंद्र
- 06 Aug 2025, 11:10 PM
- Updated: 11:10 PM
अहमदाबाद, छह अगस्त (भाषा) गुजरात पुलिस के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) द्वारा अलकायदा का प्रचार करने के आरोप में बेंगलुरु से गिरफ्तार शमा परवीन अंसारी ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर से ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत पर आक्रमण करने की अपील की थी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अंसारी को 29 जुलाई को उसके आवास से सोशल मीडिया के माध्यम से प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन ‘अल-कायदा इन द इंडियन सबकॉन्टिनेंट’ (एक्यूआईएस) का प्रचार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
गुजरात एटीएस ने बुधवार को बताया कि अंसारी एक्यूआईएस और कुछ अन्य कट्टरपंथी प्रचारकों की उत्तेजक, जिहादी और भारत विरोधी सामग्री साझा करने के लिए 10,000 फॉलोअर्स के साथ दो फेसबुक पेज और एक इंस्टाग्राम हैंडल संचालित करती थी।
एटीएस द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार भारत द्वारा पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने के दो दिन बाद यानी नौ जुलाई को अंसारी ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट अपलोड की, जिसमें जनरल मुनीर से भारत पर हमला करने के ‘‘सुनहरे अवसर’’ का लाभ उठाने की अपील की गई थी।
मुनीर की तस्वीर वाले फेसबुक पोस्ट में अंसारी ने कहा, ‘‘आपके पास एक सुनहरा अवसर है... इस्लाम के प्रचार के लिए खिलाफत योजना को अपनाएं, मुस्लिम भूमि को एकीकृत करें, और हिंदुत्व और यहूदी को खत्म करने के लिए आगे बढ़ें... इसलिए आगे बढ़ें।’’
अंसारी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें एक धर्मगुरु को भारतीय मुसलमानों द्वारा सेना को समर्थन देने और पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करने की आलोचना करते सुना जा सकता है।
विज्ञप्ति के मुताबिक अंसारी द्वारा साझा किए गए एक अन्य वीडियो क्लिप में लाहौर की लाल मस्जिद के इमाम अब्दुल अजीज को सरकार के खिलाफ सशस्त्र क्रांति के माध्यम से भारत में खिलाफत व्यवस्था स्थापित करने के बारे में भड़काऊ बयान देते हुए सुना जा सकता है।
एटीएस ने बताया कि तीसरे वीडियो में एक्यूआईएस नेता को ‘गजवा-ए-हिंद’ के बारे में बात करते हुए तथा भारतीय राज्य के खिलाफ हिंसा भड़काने के लिए भड़काऊ आह्वान करते हुए दिखाया गया है, जिसमें विशेष रूप से हिंदू समुदाय के सदस्यों और लोकतांत्रिक शासन की संस्थाओं को निशाना बनाया गया है।
एटीएस के अनुसार, अंसारी उन चार व्यक्तियों में से एक से जुड़ी थी जिन्हें दो सप्ताह पहले अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के माध्यम से कथित रूप से भड़काऊ सामग्री साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
सभी पांच आरोपियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
अधिकारियों ने बताया था कि गुजरात के दो लोगों समेत इन चार लोगों को विभिन्न राज्यों में चलाए गए अभियान के तहत अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया गया।
भाषा धीरज