ओडिशा पुलिस ने आत्मदाह करने वाली छात्रा के पिता के आरोपों के बाद एएसआई का तबादला किया
गोला नरेश
- 07 Aug 2025, 12:51 PM
- Updated: 12:51 PM
केंद्रपाड़ा (ओडिशा), सात अगस्त (भाषा) ओडिशा पुलिस ने आत्मदाह करने वाली एक छात्रा के पिता के आरोपों की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए एक सहायक पुलिस उपनिरीक्षक (एएसआई) का बृहस्पतिवार को तबादला कर दिया।
पिता ने आरोप लगाया था कि एएसआई ने पहले उनकी बेटी के पूर्व प्रेमी द्वारा उसकी अंतरंग तस्वीरें सोशल मीडिया पर अपलोड करने की धमकी देने के बारे में प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार कर दिया था।
केंद्रपाड़ा जिले में बुधवार को 19 वर्षीय कॉलेज छात्रा ने अपने घर में कथित तौर पर आत्मदाह कर लिया था। उसके पिता ने दावा किया कि वह छह महीने पहले मामला दर्ज कराने थाने गए थे लेकिन पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज नहीं की। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की होती तो उनकी बेटी यह कदम नहीं उठाती।
केंद्रपाड़ा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सिद्धार्थ कटारिया ने कहा कि पीड़िता के पिता द्वारा लगाए गए आरोपों की निष्पक्ष जांच करने के लिए सहायक उपनिरीक्षक शैलेंद्र पलेई का पट्टामुंडई (ग्रामीण) पुलिस थाने से पुलिस जिला मुख्यालय में तबादला कर दिया गया है।
एसपी ने कहा कि वह छात्रा की मौत के मामले की जांच की खुद निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘प्रारंभिक जांच के आधार पर यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है। शव को पोस्टमार्टम के लिए कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया है। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगी और कानून के अनुसार मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में पोस्टमार्टम किया जाएगा।’’
मृतका के पिता ने बुधवार को बताया कि वह लगभग छह महीने पहले अपनी बेटी के पूर्व प्रेमी की धमकियों को लेकर पट्टामुंडई (ग्रामीण) थाने में गए थे ताकि शिकायत दर्ज करा सकें, लेकिन एएसआई पालेई ने शिकायत दर्ज करने के बजाय उन्हें आरोपी का मोबाइल नंबर ब्लॉक करने की सलाह दी।
हालांकि, एएसआई पालेई ने इस आरोप से इनकार किया है।
उन्होंने दावा किया, ‘‘मुझे कोई प्राथमिकी प्राप्त नहीं हुई और उस युवती के पिता कभी हमारे थाने नहीं आए। मैंने कभी किसी को कोई मोबाइल नंबर ब्लॉक करने की सलाह नहीं दी।’’
बहरहाल, एसपी कटारिया ने कहा कि पुलिस मृतका के पिता के आरोप को गंभीरता से ले रही है और इस मामले की उचित जांच की जाएगी।
इस बीच, परिवार द्वारा कोई औपचारिक शिकायत दर्ज न कराए जाने के कारण पुलिस ने पट्टामुंडई (ग्रामीण) थाने में स्वतः संज्ञान लेते हुए अप्राकृतिक मौत का एक मामला दर्ज किया है।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘परिवार अंतिम संस्कार की रस्मों के बाद एक नयी प्राथमिकी दर्ज करा सकता है।’’
बारह जुलाई के बाद से ओडिशा में किसी महिला की जलने से मौत की यह तीसरी घटना है।
इससे पहले, बालासोर के एक कॉलेज की 20 वर्षीय छात्रा ने 12 जुलाई को कॉलेज परिसर में आत्मदाह कर लिया था और दो दिन बाद एम्स-भुवनेश्वर में इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई थी।
पुरी जिले के बलांगा क्षेत्र की 15 वर्षीय एक अन्य लड़की की भी दो अगस्त को जलने से मौत हो गई थी। उसकी मां ने दावा किया कि उसे तीन अज्ञात व्यक्तियों ने आग लगा दी, लेकिन पुलिस ने दावा किया कि इस घटना में कोई अन्य व्यक्ति शामिल नहीं था।
आत्मदाह की इस घटना ने राज्य में राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है, जहां विपक्ष ने मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर ऐसे लगातार हो रहे घटनाक्रमों को लेकर तीखा हमला बोला है।
भाषा
गोला