धराली आपदा: सुबह से 128 और श्रद्धालुओं तथा स्थानीय लोगों को निकाला गया
संतोष
- 08 Aug 2025, 04:57 PM
- Updated: 04:57 PM
उत्तरकाशी, आठ अगस्त (भाषा) उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले के आपदाग्रस्त धराली गांव के आसपास के क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य जारी है जिसके तहत शुक्रवार को 128 और श्रद्धालुओं तथा स्थानीय लोगों को बाहर निकाला गया।
अब तक बाहर निकाले गए श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों की कुल संख्या 566 हो गई है।
गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई मार्गों के क्षतिग्रस्त होने के कारण बचाव और राहत कार्यों को हवाई मार्ग के जरिये अंजाम दिया जा रहा है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अकेले शुक्रवार को दोपहर तक 128 श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को हेलीकॉप्टर के जरिए बाहर निकाला गया। इन लोगों को निकालकर भारत तिब्बत सीमा पुलिस के मातली हेलीपैड पर लाया गया है ।
पांच अगस्त को दोपहर बाद बादल फटने से खीरगंगा नदी में आयी भीषण बाढ़ में चार लोगों की मृत्यु हो गयी थी। आपदास्थल से दो शव बरामद किये गए हैं।
उत्तराखंड राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, आपदा में सेना के नौ जवानों समेत 16 लोग लापता हुए हैं ।
हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि आपदा में लापता हुए लोगों की संख्या कहीं ज्यादा हो सकती हैं क्योंकि घटना के समय वहां निर्माणाधीन होटलों में काम कर रहे नेपाल और बिहार के मजदूर तथा वहां के होटलों में रुके पर्यटक भी थे ।
उत्तराखंड सरकार के अलावा सेना के चिनूक एवं एम-17 हेलीकॉप्टर का उपयोग किया जा रहा है।
धराली में लगे मलबे के ढेर में लापता लोगों की तलाश के लिए उन्नत उपकरणों को भी हवाई मार्ग से मौके पर पहुंचाया जा रहा है।
प्रभावित इलाकों में खाद्य तथा अन्य जरूरी सामग्री भी हेलीकॉप्टर के जरिए भेजी जा रही है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के एक अधिकारी ने कहा कि विभिन्न जगहों पर सड़कें टूटी होने के कारण बचाव अभियान के लिए हवाई मार्ग पर ही अधिक जोर दिया जा रहा है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बचाव एवं राहत कार्यों की देखरेख के लिए बुधवार से ही उत्तरकाशी जिला मुख्यालय में डेरा डाले हुए हैं।
धामी ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘..प्रातः काल धराली में जारी राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की। हेली सेवा, एमआई 17 और चिनूक हेलीकॉप्टर की मदद से सुबह से ही युद्ध स्तर पर राहत अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित निकाला जा रहा है।’’
उन्होंने कहा कि अधिकारियों को सड़क, संचार और बिजली की बहाली के साथ-साथ खाद्यान्न आपूर्ति के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
धामी ने कहा, ‘‘हम शीघ्र से शीघ्र सभी प्रभावितों को सुरक्षित निकालने और सामान्य जनजीवन बहाल करने का प्रयास कर रहे हैं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि बचाव एवं राहत अभियान में केंद्र सरकार से पूर्ण सहयोग प्राप्त हो रहा है।
भाषा दीप्ति