संसद को बाधित नहीं करना चाहते, लेकिन एसआईआर पर तत्काल चर्चा होनी चाहिए: अभिषेक बनर्जी
वैभव पवनेश
- 08 Aug 2025, 07:03 PM
- Updated: 07:03 PM
कोलकाता, आठ अगस्त (भाषा) तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि न तो उनकी पार्टी और न ही ‘इंडिया’ गठबंधन के किसी घटक दल का संसद में कामकाज बाधित करने का कोई इरादा है, लेकिन मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर तुरंत चर्चा होनी चाहिए।
नयी दिल्ली से लौटने के बाद एनएससी बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में डायमंड हार्बर के सांसद ने कर्नाटक के एक विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची में हेराफेरी के कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों का समर्थन किया।
बनर्जी ने कहा कि राहुल गांधी के दावों की जांच होनी चाहिए।
हाल में लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के संसदीय दल के नेता नियुक्त किए गए बनर्जी ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि सदन चले, लेकिन एसआईआर पर चर्चा किए बिना नहीं। उच्चतम न्यायालय मतदाता सूची में विसंगतियों की बात करता है, तो फिर 2024 के आम चुनाव पुरानी सूचियों का उपयोग करके कैसे कराए गए? क्या प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री और अन्य कैबिनेट मंत्री त्रुटिपूर्ण जनादेश का उपयोग करके चुने गए थे?’’
बिहार चुनाव नजदीक आ रहे हैं और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव भी बस कुछ ही महीने दूर हैं, ऐसे में बनर्जी ने कम समय में एक व्यापक एसआईआर आयोजित करने की व्यवहार्यता पर सवाल उठाया।
उन्होंने कहा, ‘‘दो साल की प्रक्रिया दो महीने में कैसे पूरी हो सकती है?’’
बनर्जी ने चिंता व्यक्त की कि एसआईआर की कवायद का भाजपा के फायदे के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, खासकर उन निर्वाचन क्षेत्रों में जहां पिछले चुनावों में जीत का अंतर बहुत कम था।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले लोकसभा चुनावों में, भाजपा बालुरघाट और बिष्णुपुर जैसी जगहों पर बहुत कम अंतर से जीत गई थी। हम बंगाल में एसआईआर की अनुमति नहीं देंगे।’’
बनर्जी ने भाजपा शासित राज्यों में बांग्ला भाषी प्रवासियों के उत्पीड़न के तृणमूल कांग्रेस के आरोपों पर भी बात की।
उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल के गरीब बंगाली नागरिकों को क्यों परेशान किया जाए।’’
तृणमूल कांग्रेस सांसद ने निर्वाचन आयोग (ईसी) पर भाजपा के साथ मिलीभगत का भी आरोप लगाया और कहा कि पश्चिम बंगाल में जानबूझकर वास्तविक मतदाताओं के नाम हटाने की साजिश रची गई थी।
उन्होंने चेतावनी दी, ‘‘अगर एक भी नाम गलत तरीके से हटाया गया, तो हम एक लाख लोगों के साथ निर्वाचन आयोग का घेराव करेंगे।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन में आम सहमति वाले किसी उम्मीदवार के नाम पर कोई चर्चा हुई है, उन्होंने कहा, ‘‘अभी तक ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है। हम उचित समय पर इस मामले पर फैसला करेंगे।’’
भाषा वैभव