निर्वाचन आयोग ने वेबसाइट बंद किये जाने के राहुल के दावे को किया खारिज
सुभाष पवनेश
- 08 Aug 2025, 08:09 PM
- Updated: 08:09 PM
नयी दिल्ली, आठ अगस्त (भाषा) निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को इन दावों को खारिज कर दिया कि विभिन्न राज्यों में उसकी वेबसाइट बंद हैं और उस पर उपलब्ध मतदाता सूची गायब है। आयोग ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मतदाता सूची में गलत प्रविष्टियों के अपने दावों के बारे में शपथ पत्र देने को भी कहा।
निर्वाचन आयोग के सूत्रों ने कहा कि यदि गांधी शपथ पत्र नहीं दे सकते हैं तो उन्हें ‘‘अपने बेतुके आरोपों के लिए राष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए।’’
इस बीच, कांग्रेस नेता ने उनसे शपथपत्र पर हस्ताक्षर करने या माफी मांगने के लिए कहे जाने के बाद निर्वाचन आयोग पर पलटवार किया और कहा कि उन्होंने संसद के भीतर संविधान की शपथ ली है।
गांधी द्वारा कम से कम तीन राज्यों में वोट चोरी के आरोपों को लेकर निर्वाचन आयोग ने कहा कि अगर उन्हें अपने विश्लेषण पर विश्वास है और लगता है कि उसके खिलाफ लगाये गए आरोप सही हैं, तो उन्हें चुनावी नियमों के तहत शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करने और मतदाता सूची में गलत तरीके से जोड़े गए या हटाये गए नामों को सौंपने में ‘‘कोई समस्या’’ नहीं होनी चाहिए।
सूत्रों ने कहा कि हालांकि, अगर गांधी शपथ पत्र पर हस्ताक्षर नहीं करते हैं, तो इसका मतलब होगा कि उन्हें अपने विश्लेषण और उसके निष्कर्षों और ‘‘बेतुके आरोपों’’ पर विश्वास नहीं है। ऐसी स्थिति में उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए।
तीन राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) ने बृहस्पतिवार को गांधी से उन मतदाताओं के नाम साझा करने को कहा था, जिनके बारे में उन्होंने दावा किया था कि उनके नाम मतदाता सूची में गलत तरीके से शामिल किये गए या हटा दिये गए। साथ ही, निर्वाचन अधिकारियों ने मामले में ‘‘आवश्यक कार्यवाही’’ शुरू करने के लिए हस्ताक्षरित शपथ पत्र भी मांगा।
‘एक्स’ पर एक ‘फैक्ट चेक’ पोस्ट में, निर्वाचन आयोग ने कहा कि राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों की वेबसाइट से मतदाता सूची को हटाया नहीं गया है और उसे कोई भी मतदाता डाउनलोड कर सकता है। आयोग एक सोशल मीडिया उपयोगकर्ता के पोस्ट का जवाब दे रहा था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि बृहस्पतिवार को गांधी के संवाददाता सम्मेलन के बाद कई राज्यों की ई-मतदाता सूचियां हटा दी गईं।
कांग्रेस नेता ने शुक्रवार को बेंगलुरु में ‘वोट अधिकार रैली’ में संविधान की प्रति दिखाते हुए कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग मुझसे हलफनामा मांगता है। वो कहता है कि मुझे शपथ लेनी होगी। मैंने संसद में संविधान की शपथ ली है।’’
उन्होंने दावा किया कि आज जब देश की जनता मतदाता सूची के डेटा को लेकर सवाल पूछ रही है तो निर्वाचन आयोग ने अपनी वेबसाइट ही बंद कर दी।
लोकसभा में विपक्ष के नेता ने बृहस्पतिवार को दावा किया था कि कर्नाटक के एक निर्वाचन क्षेत्र में 1,00,250 मतों की ‘‘वोट चोरी’’ हुई है, जिसमें एक विधानसभा क्षेत्र में 11,965 डुप्लीकेट मतदाता हैं, 40,009 मतदाता फर्जी और अवैध पते वाले हैं, 10,452 मतदाता सामूहिक या एक जैसे पते वाले हैं, 4,132 मतदाता अवैध फोटो वाले हैं और 33,692 मतदाता नए मतदाताओं के फार्म 6 का दुरुपयोग कर रहे हैं।
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