ओडिशा के मुख्यमंत्री माझी ने सुभद्रा योजना के तहत एक करोड़ महिलाओं को पांच हजार करोड़ रुपये दिए
यासिर संतोष
- 09 Aug 2025, 06:25 PM
- Updated: 06:25 PM
भुवनेश्वर, नौ अगस्त (भाषा) ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने रक्षा बंधन के अवसर पर शनिवार को सुभद्रा योजना के तहत तीसरी किस्त के रूप में लगभग एक करोड़ महिलाओं में कुल पांच हजार करोड़ रुपये वितरित किए।
माझी ने कोरापुट जिले के जयपुर में एक विशेष कार्यक्रम में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से लाभार्थियों को राशि प्रदान की।
उन्होंने बताया कि लाभार्थियों में 1,783 महिलाएं आंध्र प्रदेश सीमा के निकट कोरापुट जिले के कोटिया पंचायत की हैं।
उन्होंने कहा कि यह योजना पिछले वर्ष 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी और मात्र साढ़े छह महीने में सभी पात्र महिलाओं को इस योजना के अंतर्गत शामिल कर लिया गया।
उन्होंने कहा कि इस योजना से 17 लाख महिलाओं को ‘लखपति दीदी’ बनने में मदद मिली है, जो प्रधानमंत्री मोदी द्वारा परिकल्पित एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम का हिस्सा है।
माझी ने बताया कि पूरे देश में ओडिशा सबसे ज्यादा ‘लखपति दीदी’ बनाने वाला राज्य बन गया है, इस मामले में राज्य पहले स्थान पर है।
माझी ने कहा कि उनकी सरकार ने पश्चिमी ओडिशा विकास परिषद (डब्ल्यूओडीसी) की तर्ज पर दक्षिण ओडिशा विकास परिषद (एसओडीसी) की स्थापना करने का निर्णय लिया है।
माझी ने कहा कि मंत्री नित्यानंद गोंड की अध्यक्षता में एक विशेष बल का गठन किया गया है और क्षेत्र में विकास को गति देने के लिए 200 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान किया गया है।
कार्यक्रम में स्थानीय विधायक ताराप्रसाद बहिनीपति (कांग्रेस) के अनुरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि जयपुर से भुवनेश्वर तक वंदे भारत ट्रेन चलाई जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया कि उनकी सरकार बंद पड़ी जयपुर पेपर मिल को पुनर्जीवित करने और वहां एक नया डिग्री कॉलेज स्थापित करने के लिए प्रयास कर रही है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 309.42 करोड़ रुपये की 126 परियोजनाओं का लोकार्पण और 452 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 436 परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया।
उपमुख्यमंत्री के.वी. सिंह देव और प्रावती परिदा, मंत्री बिभूति जेना, नित्यानंद गोंड और गोकुलानंद मल्लिक तथा स्थानीय सांसद और विधायक इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
सुभद्रा योजना 21 से 60 वर्ष आयु की पात्र महिलाओं को 2024-25 से 2028-29 तक पांच वर्षों में 50 हजार रुपये प्रदान करने के लिए तैयार की गई है।
प्रत्येक लाभार्थी को पांच हजार रुपये की दो किस्तों में प्रति वर्ष 10 हजार रुपये मिलेंगे, जिसमें से एक राखी पूर्णिमा पर और दूसरी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (आठ मार्च) पर जारी की जाएगी।
भाषा यासिर