अधिकारियों को धमकाने के आरोप में भाजपा विधायक अशोक डिंडा के खिलाफ दर्ज हो सकता है मामला
धीरज दिलीप
- 09 Aug 2025, 08:59 PM
- Updated: 08:59 PM
(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, नौ अगस्त (भाषा)कोलकाता पुलिस भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक और पूर्व क्रिकेटर अशोक डिंडा के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज कर सकती है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी के मुताबिक, डिंडा पर शनिवार को पश्चिम बंगाल राज्य सचिवालय ‘नबान्न’ तक आयोजित रैली के दौरान पुलिसकर्मियों को कथित तौर पर धमकाने और उन पर हमला करने का आरोप है। रैली का आयोजन आरजी कर अस्पताल की एक महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना के एक साल पूरे होने के उपलक्ष्य में किया गया था।
उन्होंने कहा कि पूर्व भारतीय क्रिकेटर और अन्य के खिलाफ कई मामले दर्ज होने की संभावना है।
अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘आज की रैली के दौरान डिंडा ने ड्यूटी पर तैनात हमारे अधिकारियों को धमकाया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया। उन्होंने एक आईएएस अधिकारी के सुरक्षाकर्मी पर भी हमला किया। सौभाग्य से, अधिकारी को चोट नहीं आई, क्योंकि उसने हेलमेट पहना हुआ था।’’
उन्होंने बताया कि डिंडा द्वारा पुलिस अधिकारियों को धमकाने और गाली देने का वीडियो प्राप्त हुया है।
डिंडा ने एक समाचार चैनल से कहा, ‘‘वह दिन दूर नहीं जब पुलिस को भी बुरी तरह पीटा जाएगा। मैं स्पष्ट रूप से कह रहा हूं कि एक बार हमारी पार्टी नेतृत्व ने हरी झंडी दे दी, तो हम पुलिस को इस तरह से पीटेंगे कि उन्हें ममता बनर्जी के ‘आंचल’ (साड़ी का पल्लू) के पीछे छिपना पड़ेगा। हम शांतिपूर्वक रैली कर रहे थे, जब पुलिस ने बिना किसी कारण के हम पर लाठीचार्ज किया। मैं एक विधायक हूं और मैं यह कह रहा हूं।’’
पुलिस के कथित लाठीचार्ज में आरजी कर चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल दुष्कर्म हत्या की पीड़िता के माता-पिता भी घायल हुए हैं और उन्हें इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि पीड़िता की मां के सिर, हाथ और पीठ पर चोटें आईं हैं, तथा आंतरिक और बाहरी चोटों की गंभीरता का आकलन करने के लिए उनका सीटी स्कैन और अन्य नैदानिक परीक्षण किया गया।
मृतका की मां ने आरोप लगाया कि राज्य सचिवालय ‘नबान्न’ तक मार्च के दौरान महिला पुलिसकर्मियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
कथित हमला पार्क स्ट्रीट चौराहे पर हुआ, जहां पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, जो कथित तौर पर अवरोधक तोड़ कर सचिवालय जाने के रास्ते में विद्यासागर सेतु की ओर बढ़ने का प्रयास कर रहे थे।
पीड़िता की मां ने आरोप लगाया, ‘‘पुलिस ने मुझे जमीन पर गिरा दिया। उन्होंने मेरा शंखा (पारंपरिक शंख चूड़ी) तोड़ दिया और मेरे माथे पर चोट आई।’’
उन्होंने दावा किया कि पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के दौरान चार से पांच पुलिसकर्मियों ने उन पर हमला किया।
हालांकि, पुलिस ने पीड़िता के माता-पिता पर किसी भी प्रकार का बल प्रयोग करने से इनकार किया है।
भाषा धीरज