फीफा रैंकिंग में गिरावट का रैंकिंग प्रणाली की जटिल और उतार-चढ़ाव भरी प्रकृति से गहरा संबंध: चौबे
सुधीर आनन्द
- 10 Aug 2025, 05:35 PM
- Updated: 05:35 PM
नयी दिल्ली, 10 अगस्त (भाषा) अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने रविवार को फीफा रैंकिंग में राष्ट्रीय पुरुष टीम की गिरावट के लिए रैंकिंग प्रणाली की ‘जटिल और उतार-चढ़ाव भरी’ प्रकृति को जिम्मेदार ठहराया लेकिन उम्मीद जताई कि बेहतर रैंकिंग वाली टीमों पर जीत के साथ स्थिति में सुधार होगा।
भारतीय टीम 10 जुलाई को जारी फीफा रैंकिंग में छह स्थान गिरकर 133वें स्थान पर पहुंच गई जो नौ साल में उसकी सबसे खराब रैंकिंग है।
चौबे ने कहा, ‘‘फीफा रैंकिंग पिछले वर्षों में खेले गए अंतरराष्ट्रीय मैचों में राष्ट्रीय टीम के ऐतिहासिक प्रदर्शन पर आधारित होती है। इसे ईएलओ मॉडल का उपयोग करके निर्धारित किया जाता है। यह विधि किसी टीम के मौजूदा कुल अंकों में मैचों के अंकों को जोड़ती या घटाती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जैसे ही आप इस रैंकिंग की गणना के फॉर्मूले को समझेंगे, आपको पता चलेगा कि इसमें साल-दर-साल उतार-चढ़ाव होता रहता है। यह टीम द्वारा खेले जाने वाले मैचों की संख्या और प्रतिद्वंद्वी की रैंकिंग पर निर्भर करता है। 2023 में जब मैंने कार्यभार संभाला था तब हम 106 से 99 पर आ गए थे और अब 2025 में हम 99 से 133 पर आ गए हैं।’’
भारतीय टीम 2023 में तीन टूर्नामेंट जीतने के बाद जुलाई 2023 की रैंकिंग में 99वें स्थान के साथ शीर्ष 100 में पहुंच गई थी लेकिन उसके बाद से उसकी रैंकिंग में गिरावट शुरू हो गई। जनवरी 2024 में एएफसी एशियाई कप के दौरान ऑस्ट्रेलिया, उज्बेकिस्तान और सीरिया से हारने के बाद टीम 117वें स्थान पर आ गई।
चौबे ने कहा, ‘‘एशियाई कप में ऑस्ट्रेलिया और उज्बेकिस्तान जैसी बेहद मजबूत टीमों से हारने के कारण राष्ट्रीय टीम को रैंकिंग में कई स्थान का नुकसान हुआ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बाद के मैचों में कमजोर प्रदर्शन से टीम को कोई फायदा नहीं हुआ लेकिन यह उतना बुरा भी नहीं था। एशियाई कप के बाद हमने 12 में से पांच मैच गंवाए जिनमें से एक कतर की मजबूत टीम के खिलाफ था। हमने एक जीत दर्ज की और छह मैच ड्रॉ रहे।’’
चौबे ने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि अगर टीम सीएएफए नेशंस कप और बाकी एशियाई कप क्वालीफाइंग दौर के मैचों में अच्छा प्रदर्शन करती है तो वह फिर से रैकिंग में ऊपर उठेगी।’’
भाषा सुधीर आनन्द