कुलगाम मुठभेड़ में शहीद पंजाब के जवानों का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
राखी रंजन
- 10 Aug 2025, 08:01 PM
- Updated: 08:01 PM
चंडीगढ़, 10 अगस्त (भाषा) जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए लांस नायक प्रीतपाल सिंह और सिपाही हरमिंदर सिंह का अंतिम संस्कार रविवार को उनके पैतृक गांव में पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया।
कुलगाम जिले में चल रही मुठभेड़ के नौवें दिन शनिवार को आतंकवादियों के साथ रात भर चली मुठभेड़ में सेना के दो जवान शहीद हो गए।
यह मुठभेड़ एक अगस्त को शुरू हुई थी जब सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर जिले के अखल स्थित एक जंगल में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना मिलने के बाद घेराबंदी और तलाश अभियान शुरू किया था।
लांस नायक प्रीतपाल सिंह का पार्थिव शरीर रविवार सुबह समराला के मनुपुर गांव और सिपाही हरमिंदर सिंह का पार्थिव शरीर मंडी गोबिंदगढ़ के बड़िनपुर गांव पहुंचा।
परिजनों के साथ बड़ी संख्या में लोग उनके घर पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
प्रीतपाल सिंह ने भाई हरप्रीत सिंह ने बताया कि वर्ष 2015 में प्रीतपाल सेना में भर्ती हुए थे। उन्होंने इस साल फरवरी में शादी की थी और अप्रैल में ड्यूटी पर लौटे थे। इस महीने वह छुट्टी पर घर आने वाले थे।
हरप्रीत ने कहा कि शुक्रवार सुबह सेना अधिकारियों का फोन आया कि वह मुठभेड़ में शहीद हो गए हैं।
सिपाही हरमिंदर सिंह के चचरे भाई ने बताया कि हरमिंदर (26) भी एक सप्ताह बाद छुट्टी पर घर आने वाले थे। उनके परिवार में वृद्ध माता-पिता, एक भाई और एक बहन हैं।
पंजाब के दोनों सैनिकों को हजारों लोगों ने नम आंखों से विदाई दी।
उनके अंतिम संस्कार में राजनीतिक नेता, वरिष्ठ प्रशासनिक एवं सैन्य अधिकारी मौजूद रहे।
प्रीतपाल सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल हुए समराला के विधायक जगराज सिंह ने कहा कि राज्य सरकार उनके परिवार के साथ है।
उन्होंने कहा कि प्रीतपाल सिंह ने बहादुरी और निष्ठा से कर्तव्य निभाया और उनका बलिदान युवाओं को प्रेरित करता रहेगा।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दोनों सैनिकों की शहादत पर शोक व्यक्त किया। पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी संवेदना व्यक्त की।
अमरिंदर सिंह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘कुलगाम, जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में मनुपुर, खन्ना के सिपाही प्रीतपाल सिंह और बड़िनपुर, मंडी गोबिंदगढ़ के सिपाही हरमिंदर सिंह की शहादत से अत्यंत व्यथित हूं। राष्ट्र की सेवा में उनका बलिदान कभी भुलाया नहीं जाएगा। इस दुख की घड़ी में उनके परिवारों को शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं।’’
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