गरियाबंद के गांव के व्यक्ति को कोहली, डिविलियर्स जैसे क्रिकेटर के फोन आये
अमित रंजन
- 10 Aug 2025, 08:26 PM
- Updated: 08:26 PM
गरियाबंद (छत्तीसगढ़), 10 अगस्त (भाषा) छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के मडगांव गांव का एक व्यक्ति जानेमाने क्रिकेटर विराट कोहली और एबी डिविलियर्स की कॉल आने के बाद सातवें आसमान पर है। यह भारतीय क्रिकेटर रजत पाटीदार द्वारा इस्तेमाल किए गए सिम कार्ड के कारण हुआ, जिसे सेवा प्रदाता द्वारा पुनः सक्रिय किए जाने के कुछ समय बाद फिर से चालू कर दिया गया।
करीब बीस वर्षीय मनीष बिसी और उनके मित्र खेमराज ने पहले तो सोचा कि ये शरारती कॉल हैं, लेकिन जब पाटीदार ने स्वयं फोन किया, तब उन्हें वास्तविकता का पता चला।
यह सिलसिला 28 जून को शुरू हुआ, जब किसान गजेंद्र बिसी के बेटे मनीष ने अपने गांव से लगभग 8 किलोमीटर दूर देवभोग स्थित एक मोबाइल की दुकान से जियो का एक नया सिम खरीदा।
जब खेमराज ने नये सिम पर व्हाट्सऐप शुरू करने में मदद की, तो ऐप पर प्रदर्शित तस्वीर पाटीदार की थी। पाटीदार एक उभरते सितारे हैं, जिन्होंने आईपीएल 2025 सीजन में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) टीम की कप्तानी की थी।
हालांकि दोनों ने शुरू में इसे एक गड़बड़ी मानते हुए खारिज कर दिया, लेकिन जल्द ही कोहली, डिविलियर्स और यश दयाल के फोन कॉल आने से वे दंग रह गए। दोनों ने हालांकि यथार्थवादी रुख अपनाया और यह माना कि यह सब दोस्तों द्वारा की जा रही किसी शरारत का हिस्सा है।
इसी दौरान 15 जुलाई को खुद पाटीदार ने फोन करके कहा, "भाई, मेरा सिम लौटा दो।"
मनीष और खेमराज को अब भी लगा कि यह एक शरारत है, लेकिन जब पाटीदार ने मामले को सुलझाने के लिए पुलिस भेजने की बात कही, तब उन्हें गंभीरता का एहसास हुआ। कुछ मिनट बाद पुलिस की एक टीम वहां पहुंची, जिससे इस बात की आशंका समाप्त हो गई कि यह कोई शरारत थी।
गरियाबंद की पुलिस उपाधीक्षक नेहा सिन्हा ने बताया कि दूरसंचार नीति के अनुसार 90 दिनों की निष्क्रियता के बाद सिम बंद कर दिया गया था और उसे एक नये ग्राहक को आवंटित कर दिया गया, जो इस मामले में मनीष था।
उन्होंने कहा, ‘‘मनीष को वास्तव में उन क्रिकेटर के फोन आ रहे थे जो रजत पाटीदार के संपर्क सूची में थे। पाटीदार ने मध्य प्रदेश साइबर प्रकोष्ठ को सूचित किया कि उनका नंबर किसी और को आवंटित कर दिया गया है और उन्होंने इसे वापस दिलाने का अनुरोध किया।’’
पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि मध्य प्रदेश साइबर प्रकोष्ठ ने गरियाबंद पुलिस से संपर्क किया, जिन्होंने मनीष और उसके परिवार से बात की और उनकी सहमति से सिम हाल ही में पाटीदार को वापस कर दिया गया।
सिन्हा ने कहा, ‘‘इसमें कोई कानूनी मुद्दा या किसी की गलती नहीं थी। यह बस मानक दूरसंचार प्रक्रियाओं का नतीजा था।’’
इस बीच, मनीष, खेमराज और उनके परिवारों के लिए यह अनुभव "किसी फिल्म जैसा" रहा।
कोहली के प्रशंसक खेमराज ने उत्साह से कहा, ‘‘मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मैं एक दिन विराट कोहली से बात करूंगा और वो भी हमारे गांव से। जब एबी डिविलियर्स ने फ़ोन किया, तो उन्होंने अंग्रेजी में बात की। हमें एक शब्द भी समझ नहीं आया, लेकिन हम बहुत खुश थे।’’
खेमराज ने कहा, ‘‘जब मनीष को फ़ोन आते थे, तो वह फ़ोन मुझे थमा देता था। फ़ोन करने वाले, जो खुद को विराट कोहली और यश दयाल बताते थे और हमसे पूछते थे कि हम पाटीदार का नंबर क्यों इस्तेमाल कर रहे हैं। हमने उन्हें बताया कि हमने नया सिम खरीदा है और यह हमारा नंबर है।’’
मनीष के भाई देशबंधु बिसी ने कहा कि गांव वाले बहुत खुश हैं, क्योंकि यहां के ज्यादातर लोग आरसीबी के प्रशंसक हैं और कोहली तथा डिविलियर्स जैसे बड़े खिलाड़ियों से बात करना कुछ ऐसा है, जिसे बयां नहीं किया जा सकता और अब भी यह एक सपने जैसा लगता है।
देशबंधु ने कहा, ‘‘भले ही यह सब किसी गड़बड़ी की वजह से हुआ हो, लेकिन ये बातचीत पूरी तरह से भाग्य से हुई। लोग उन्हें देखने का सपना देखते हैं, हमें उनसे बात करने का मौका मिला।’’
भाषा अमित