नीतीश कुमार के बेटे के राजनीति में प्रवेश को लेकर जदयू में नयी सिरे से मांग उठी
अमित प्रशांत
- 10 Aug 2025, 11:01 PM
- Updated: 11:01 PM
पटना, 10 अगस्त (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत को सक्रिय राजनीति में लाने की मांग को लेकर कुमार की अगुवाई वाले जनता दल यूनाइटेड (जदयू) में रविवार को नये सिरे से आवाज उठी और पटना में कई जगह पर पोस्टर लगाये गए।
इनमें से कुछ पोस्टर भ्रामक तरीके से डिजाइन किए गए थे, जिनमें घोषणा की गई थी कि शाम को शहर में 'निशांत संवाद' आयोजित किया जाएगा, जहां "माननीय मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं" पर चर्चा की जाएगी।
हालांकि, पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने स्पष्ट किया, "यह धारणा बन गई थी कि हमारे नेता के बेटे खुद निशांत संवाद में होंगे। ऐसा नहीं था। संवाद निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार हुआ और पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनके राजनीति में प्रवेश की संभावनाओं पर चर्चा की।’’
बिहार में विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही महीने बचे हैं, ऐसे में लगाये गए इन पोस्टरों में पार्टी के एक वर्ग में व्याप्त इस भावना पर जोर दिया गया कि 40 वर्षीय नेता को अपने पिता के पक्ष में जनता से कभी-कभार की जाने वाली अपील से आगे बढ़कर खुद आगामी चुनाव लड़ना चाहिए।
'कार्यकर्ताओं की मांग, चुनाव लड़ें निशांत' का नारा पोस्टरों पर बड़े अक्षरों में लिखा गया है। यह पोस्टर पार्टी द्वारा लगाए गए हैं, जो अब तक पूरी तरह से उनके 75 वर्षीय पिता के करिश्मे पर निर्भर रही है।
निशांत के राजनीति में आने की अटकलें पिछले कुछ समय से लगाई जा रही हैं। मार्च में, निशांत द्वारा अपने पिता के लिए एक और कार्यकाल की मांग करते हुए कई सार्वजनिक बयान देने और अपने शर्मीले स्वभाव को छोड़ते हुए जदयू के कई शीर्ष नेताओं के साथ तस्वीरें खिंचवाने के बाद, शहर में इसी तरह के पोस्टर लगाए गए।
अपने पिता नीतीश कुमार की तरह इंजीनियरिंग में स्नातक निशांत अविवाहित हैं और मुख्यमंत्री के साथ ही रहते हैं। पिछले महीने, वह फिर से चर्चा में आए जब उन्होंने अपने जन्मदिन पर शहर के एक प्रसिद्ध मंदिर में पूजा-अर्चना की।
उन्होंने यह भी दोहराया कि उन्हें अपने पिता के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के चुनाव में जीत की पूरी उम्मीद है।
निशांत के राजनीति में संभावित प्रवेश की राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तेजस्वी यादव ने स्वागत किया है, हालांकि वह उनके पिता नीतीश कुमार के मुख्य प्रतिद्वंद्वी हैं।
भाषा अमित