‘एट होम’ समारोह में पर्यावरण-योद्धाओं, शहीदों के परिजनों को आमंत्रित किया जाए: केंद्र
नोमान नेत्रपाल
- 11 Aug 2025, 09:35 PM
- Updated: 09:35 PM
नयी दिल्ली, 11 अगस्त (भाषा) ‘स्वच्छाग्रही’, ‘पर्यावरण योद्धा’, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम में सराहे गए व्यक्ति और कोविड-19 महामारी काल सहित समाज के लिए अनुकरणीय योगदान देने वाले लोगों को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राज्यपालों और उपराज्यपालों द्वारा आयोजित किए जाने वाले ‘एट होम’ समारोह में आमंत्रित किए जाने की संभावना है।
राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन को भेजे गए पत्र में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि दिव्यांगजनों, शहीदों के निकटतम संबंधियों, प्रमुख खेल प्रतियोगिताओं के प्रतिभागियों या विजेताओं, असाधारण शिक्षकों और अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को 'एट होम' समारोह में आमंत्रित किया जाना चाहिए।
‘एट होम’ एक औपचारिक स्वागत समारोह है जिसे राज्यपाल और उपराज्यपाल स्वतंत्रता दिवस की शाम राजभवन में आयोजित करते हैं।
राष्ट्रपति भवन में भी राष्ट्रपति की ओर से इस तरह का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, जिसमें प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्रियों, राजनयिकों, वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और विशिष्ट अतिथियों को आमंत्रित किया जाता है।
पत्र में कहा गया है कि राज्यपाल/उपराज्यपाल भवन में ‘एट होम’ समारोह शाम को (शाम छह बजे के बाद) शुरू किया जा सकता है जिसमें सामान्य प्रोटोकॉल-आधारित आमंत्रित लोगों के अलावा, विविध लोगों को आमंत्रित किया जाए।
पत्र में समारोह में लोगों को आमंत्रित करने के लिए श्रेणियां बताई गई हैं।
इसमें कहा गया है कि ‘एट होम’ समारोह में ‘दिव्यांगजन’, विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले व्यक्ति, कोविड काल सहित समाज में अनुकरणीय योगदान देने वाले लोग, पर्यावरण संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने वाले ‘पर्यावरण योद्धा’ व ‘स्वच्छाग्रही’ को आमंत्रित किया जाए। इसके साथ प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ कार्यक्रम में राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के जिन लोगों का उल्लेख हुआ है उन्हें भी आमंत्रित किया जाए।
इसके अलावा पद्म पुरस्कार से सम्मानित लोग, शहीदों के परिजन तथा ओलंपिक एवं अन्य राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खेल प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेने वालों को भी समारोह में बुलाया जाए।
अन्य श्रेणियों में असाधारण शिक्षक, अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कार्यकर्ता, बाल वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाले, महिला सरपंच (ग्राम प्रधान), टॉपर छात्र, सर्वश्रेष्ठ शोधकर्ता या नवप्रवर्तक शामिल हैं।
गृह मंत्रालय ने कहा कि कम से कम 25-50 ऐसी हस्तियों को आमंत्रित किया जाना चाहिए और उनके नामों की घोषणा पहले ही कर दी जानी चाहिए ताकि आमंत्रित लोग इस अवसर के लिए तैयारी कर सकें।
पत्र में कहा गया है कि राज्यपाल/उपराज्यपाल ‘एट होम’ के लिए निमंत्रण कार्ड इस प्रकार बनाया जाना चाहिए कि आमंत्रित व्यक्ति इसे जीवन भर स्मृति चिह्न के रूप में संभालकर रखें।
भाषा नोमान