झारखंड: कई चुनाव लड़ चुका कुख्यात अपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया
शुभम प्रशांत
- 11 Aug 2025, 11:36 PM
- Updated: 11:36 PM
गोड्डा (झारखंड), 11 अगस्त (भाषा) विभिन्न आपराधिक मामलों में वांछित एक व्यक्ति सोमवार तड़के कथित तौर पर गोड्डा जिले में हिरासत से भागने की कोशिश के दौरान पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
यह आरोपी विभिन्न राजनीतिक दलों के टिकट पर झारखंड विधानसभा चुनाव लड़ चुका था।
दुमका जोन के महानिरीक्षक (आईजी) शैलेंद्र कुमार सिन्हा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि आरोपी की पहचान सूर्य नारायण हंसदा उर्फ सूर्य हंसदा के रूप में हुई है, जो गोड्डा और साहिबगंज जिलों में दर्ज कई आपराधिक मामलों में वांछित था।
अधिकारी ने बताया, ‘‘हंसदा को गोड्डा पुलिस ने रविवार को देवघर से गिरफ्तार किया था। पूछताछ में उसने हथियारों और अपने साथियों के बारे में जानकारी दी थी। उसके द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर उसे लालमटिया वन क्षेत्र ले जाया गया और उसी दौरान उसके साथियों ने पुलिस दल पर गोलीबारी की। हंसदा ने हिरासत से भागने की भी कोशिश की और इस पर पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। इस दौरान हुई गोलीबारी में वह मारा गया।’’
गोड्डा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मुकेश कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि हांसदा गोड्डा और साहिबगंज के विभिन्न थानों में दर्ज 25 मामलों में वांछित था।
कुमार ने बताया, "पुलिस उसे पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही थी। वह एक संगठित गिरोह चला रहा था जो ट्रांसपोर्टर, कोयला और गिट्टी खनन संचालकों से उगाही करता था।"
उन्होंने बताया कि पुलिस और हंसदा के साथियों के बीच करीब आधे घंटे तक गोलीबारी चली।
एसपी ने बताया कि घटनास्थल से दो देसी पिस्तौल, 25 खोखा और तीन कारतूस भी बरामद किये गए।
हंसदा ने 2024 के विधानसभा चुनावों में झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के टिकट पर बोरियो सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन उसे मात्र 2,937 वोट मिले।
वह 2019 के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार के रूप में बोरियो सीट से मैदान में था। उस समय उसे 59,441 वोट प्राप्त हुए और वह दूसरे स्थान पर रहा।
उसने 2014 और 2009 में झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के टिकट पर इसी सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन उसे हार का सामना करना पड़ा।
इस बीच, हंसदा की मां और पत्नी सहित उसके परिवार के सदस्यों ने पुलिस गोलीबारी पर संदेह जताया है और न्यायिक जांच की मांग की है।
हंसदा की पत्नी ने यहां संवाददाताओं से कहा, "मेरे पति पिछले 15 दिनों से टाइफाइड जैसी बीमारी से पीड़ित थे। वह कमजोर हो गए थे और पुलिस हिरासत से भागने के लिए शारीरिक रूप से इतने मजबूत नहीं थे।"
भाषा
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