अभी पिक्चर बाकी है : राहुल गांधी ने ‘वोट चोरी’ के आरोपों को दोहराते हुए कहा
धीरज दिलीप
- 12 Aug 2025, 10:16 PM
- Updated: 10:16 PM
(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, 12 अगस्त (भाषा) कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को निर्वाचन आयोग पर ‘‘एक व्यक्ति, एक वोट’’ के सिद्धांत को लागू करने का अपना कर्तव्य नहीं निभाने का आरोप लगाया और मतदाता सूची में अनियमितताओं के दावों की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘अभी पिक्चर बाकी है।’’
पार्टी सूत्रो ने बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के 24, अकबर रोड स्थित कार्यालय में कांग्रेस महासचिवों, प्रभारियों और अनुषंगी संगठनों के प्रमुखों की बैठक में गांधी के कहा कि कांग्रेस ने ‘‘महादेवपुरा जैसी वोट चोरी’’ के कारण कम से कम 48 लोकसभा सीट पर हार का सामना किया।’’
उन्होंने बताया कि पार्टी निकट भविष्य में अन्य सीट पर भी ‘वोट चोरी’ के बारे में कई और खुलासे कर सकती है।
राहुल गांधी ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी संविधान की रक्षा करने का कार्य कर रही है और वह ऐसा करना जारी रखेगी।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष कहा, ‘‘यह सिर्फ एक सीट की बात नहीं है (जहां ‘वोट चोरी’ हो रही है), बल्कि कई सीट की बात है। यह राष्ट्रीय स्तर पर और व्यवस्थित तरीके से किया जा रहा है। निर्वाचन आयोग जानता है और हम भी जानते हैं।’’
गांधी ने कहा, ‘‘पहले सबूत नहीं था, लेकिन अब है। हम संविधान की रक्षा कर रहे हैं। ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ संविधान की नींव है और इसे लागू करना चुनाव आयोग का कर्तव्य है और उन्होंने अपना कर्तव्य नहीं निभाया। इसलिए हम संविधान की रक्षा कर रहे हैं और करते रहेंगे। हम रुकेंगे नहीं।’’
बिहार की मतदाता सूची में कथित तौर पर दर्ज 124 वर्षीय मिंता देवी के बारे में पूछे जाने पर राहुल गांधी ने कहा, ‘‘ऐसे अनगिनत मामले हैं। अभी पिक्चर बाकी है।’’
गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और शरद पवार सहित विपक्षी सांसदों ने सोमवार को बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और कथित ‘‘वोट चोरी’’ के खिलाफ संसद भवन से निर्वाचन आयोग कार्यालय तक विरोध मार्च निकाला, लेकिन पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक दिया और नाटकीय घटनाक्रम के बीच कुछ देर के लिए हिरासत में ले लिया। बाद में सांसदों को रिहा कर दिया गया।
गांधी ने बाद में, अपने व्हाट्सऐप चैनल पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग ने 300 विपक्षी सांसदों को गिरफ्तार कर लिया। आज लोकतंत्र का यही हाल है। सरकार और आयोग को सुनना चाहिए, हम सिर्फ़ जनप्रतिनिधि नहीं हैं- हम भारत की जनता की आवाज़ हैं, जिसे दबाया नहीं जा सकता।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वोट चोरी के खिलाफ, लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए, एक व्यक्ति, एक वोट के अधिकार के लिए... ‘इंडिया’ गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) एकजुट है।’’
नेता प्रतिपक्ष ने संसद मार्ग पुलिस थाने में हिरासत में लिए गए ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं की एक छोटी वीडियो क्लिप भी साझा कीं।
उक्त वीडियो क्लिप में खरगे को यह कहते सुना जा सकता है, ‘‘वोटों की जो चोरी हो रही है, वह हमारे लोकतंत्र के लिए बहुत खतरनाक है। हमारी निर्वाचन आयोग से स्पष्ट मांग है कि वह चोरी बंद करे और एक निष्पक्ष एवं साफ सुथरी मतदाता सूची तैयार करे, ताकि लोकतंत्र बच सके।’’
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा)अध्यक्ष शरद पवार क्लिप में कहते सुनाई दे रहे हैं कि यह महत्वपूर्ण है कि सच्चाई लोगों के सामने आए।
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, ‘‘हम तमाम बाधाओं के बावजूद अधिकारों और न्याय के लिए लड़ते रहेंगे।’’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी कहा कि ऐसे कई मामले हैं जिनमें पते और रिश्तेदारों आदि के नाम फर्जी हैं।
इससे पहले, मंगलवार को ‘इंडिया’ गठबंधन के कई सांसदों ने संसद परिसर में बिहार में निर्वाचन आयोग की मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया के खिलाफ प्रदर्शन किया। कई सांसदों ने सफेद टी-शर्ट पहन रखी थी जिस पर ‘‘124 वर्षीय मतदाता’’ का नाम लिखा था, जो कथित तौर पर राज्य की मतदाता सूची में दर्ज पायी गयी है।
संसद के मकर द्वार पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस के संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओ' ब्रायन, द्रमुक के टीआर बालू, राकांपा (शरदचंद्र पवार) की सुप्रिया सुले समेत अन्य विपक्षी सांसदों ने पोस्टर लेकर नारे लगाए और विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया को वापस लेने की मांग की।
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने आरोप लगाया कि राजीव कुमार और ज्ञानेश कुमार के नेतृत्व में निर्वाचन आयोग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का एक विभाग बन गया है।
उन्होंने प्रदर्शन में भाग लेते हुए आरोप लगाया, ‘‘मिंता देवी को पहली बार की मतदाता दिखाया गया है, जबकि उनकी उम्र 124 साल है। मतदाता सूची में उनका नाम पहली बार मतदाता के रूप में दर्ज है। हम ऐसे मुद्दों पर चर्चा चाहते हैं। निर्वाचन आयोग कैसे भाजपा की पार्टी बन गया है? मतदाता सूची ऐसे ही फर्जीवाड़े से भरी पड़ी है।’’
बिहार में एसआईआर को लेकर संसद में गतिरोध बना हुआ है।
संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई को शुरू होने के बाद से, दोनों सदनों में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा को छोड़कर बहुत कम कामकाज हुआ है, क्योंकि बार-बार कार्यवाही स्थगित होती रही है, खासकर एसआईआर के मुद्दे पर।
पिछले बृहस्पतिवार को राहुल गांधी ने 2024 के लोकसभा चुनावों के आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया था कि कर्नाटक में बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में पांच प्रकार की हेराफेरी के जरिए एक लाख से अधिक वोट की ‘चोरी’की गई।
भाषा धीरज