द. कोरिया के उच्चतम न्यायालय ने ‘बेबी शार्क’ के कॉपीराइट के अमेरिकी संगीतकार के दावे को खारिज किया
एपी सुरभि मनीषा
- 14 Aug 2025, 04:03 PM
- Updated: 04:03 PM
सियोल, 14 अगस्त (एपी) दक्षिण कोरिया के उच्चतम न्यायालय ने तीन करोड़ वोन (दक्षिण कोरिया की मुद्रा) के हर्जाने से संबंधित एक अमेरिकी संगीतकार के दावे को खारिज कर दिया। अदालत के इस फैसले से दुनिया भर में मशहूर बच्चों के इस लोकप्रिय गीत की धुन ‘‘डू डू डू डू डू डू’’ को लेकर छह साल से जारी कानूनी लड़ाई खत्म हो गई।
अमेरिकी संगीतकार ने बच्चों के लिए संगीत सामग्री बनाने वाली दक्षिण कोरियाई कंपनी पर उसके ‘‘बेबी शार्क’’ संस्करण की चोरी का आरोप लगाया था।
शीर्ष अदालत ने अधीनस्थ अदालत के 2021 और 2023 के फैसलों को बरकरार रखा। अधीनस्थ अदालत के फैसले में कहा गया है कि कंपनी, ‘पिंकफॉन्ग’ ने जोनाथन राइट के कॉपीराइट का उल्लंघन किया है, इस आरोप की पुष्टि के लिए पर्याप्त आधार नहीं हैं।
राइट को जॉनी ओनली के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने अपना संस्करण ‘पिंकफॉन्ग’ से चार साल पहले 2011 में जारी किया था, लेकिन दोनों ही अमेरिका में बच्चों के ग्रीष्मकालीन शिविरों में वर्षों से लोकप्रिय एक पारंपरिक धुन पर आधारित हैं।
अदालतों ने फैसला सुनाया कि राइट का संस्करण मूल धुन से इतना भिन्न नहीं था कि उसे कॉपीराइट संरक्षण के योग्य एक मौलिक रचनात्मक कार्य के रूप में योग्य ठहराया जा सके और ‘पिंकफॉन्ग’ के गीत में राइट के गीत से स्पष्ट तौर पर अंतर झलकता है।
उच्चतम न्यायालय ने कहा कि उसका फैसला मौजूदा लोकगीतों को मौलिक कृति मानने के स्थापित कानूनी सिद्धांत की पुष्टि करता है।
कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय अधीनस्थ अदालत के इस निष्कर्ष को स्वीकार करता है कि वादी के गीत में मामले से संबंधित लोकगीत में इस हद तक कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया था कि उसे सामान्य सामाजिक मानदंडों के अनुसार एक अलग रचना माना जा सके।’’
‘पिंकफॉन्ग’ ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) को दिए एक बयान में कहा कि फैसले से पुष्टि होती है कि ‘‘बेबी शार्क’’ का उसका संस्करण एक ‘‘पारंपरिक गायन धुन’’ पर आधारित है, जो सार्वजनिक डोमेन में मौजूद है।
कंपनी ने कहा कि उसने इस गीत में ‘‘झूमने, थिरकने के लिए मजबूर करने वाली लय और आकर्षक धुन जोड़कर इसे एक नया रूप दिया, जिससे यह आज के पॉप संस्कृति का प्रतीक बन गया।’’
राइट की ओर से मुकदमा लड़ने वाले दक्षिण कोरिया के वकील चोंग क्योंग-सोक ने कहा कि उन्हें अदालत का फैसला अब तक नहीं मिला है। हालांकि, उन्होंने इस फैसले को थोड़ा ‘‘निराशाजनक’’ बताया। उन्होंने कहा, ‘‘जो भी हो, मामला अब खत्म हो गया है।’’
एपी सुरभि