स्वतंत्रता दिवस: दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी, लाल किले के आसपास 11 हजार सुरक्षा कर्मी तैनात
धीरज पवनेश
- 14 Aug 2025, 04:34 PM
- Updated: 04:34 PM
(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, 14 अगस्त (भाषा)राष्ट्रीय राजधानी को स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर किले में तब्दील कर दिया गया है। ऊंची इमारतों पर 'स्नाइपर' तैनात किये गए हैं, पूरे शहर में कैमरे लगाए गए हैं और मुख्य स्वतंत्रता दिवस समारोह स्थल लाल किले के आसपास 11 हजार सुरक्षाकर्मियों और 3000 यातायात पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इस अवसर पर दिल्ली पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात किया गया है और सुरक्षा को कई स्तर पर पुख्ता किया गया है।
दिल्ली यातायात पुलिस ने सख्त निर्देश जारी करते हुए बृहस्पतिवार (14 अगस्त) को रात 10 बजे के बाद व्यावसायिक वाहनों के राजधानी में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है।
सभी प्रमुख रेलवे स्टेशन, अंतरराज्यीय बस टर्मिनल, हवाई अड्डे और मेट्रो स्टेशन पर चौबीसों घंटे निगरानी के लिए विशेष टीम तैनात की गई हैं।
अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों की जांच, सामान की जांच और औचक पहचान पत्र का सत्यापन किया जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा पुख्ता करने के साथ जल उपचार संयंत्रों की सुरक्षा भी बढ़ाई गई है। उन्होंने बताया कि दिल्ली के उत्तरी और मध्य जिलों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस आयुक्त एस बी के सिंह ने ड्रोन रोधी तंत्र की निगरानी के लिए डीसीपी (पुलिस उपायुक्त)स्तर के एक अधिकारी को नियुक्त किया है। उन्होंने बताया कि यमुना नदी पर निगरानी बढ़ा दी गई है और नदी में स्पीड बोट तैनात की गई हैं।
सिंह ने बुधवार को अधिकारियों को व्यवस्थाओं को लेकर निर्देश दिये और यह सुनिश्चित करने को कहा कि लाल किले के आसपास के क्षेत्रों में पक्षियों को दाना खिलाने की कोई जगह न हो।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘ दिल्ली पुलिस ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के साथ समन्वय में मांसाहारी भोजनालयों से कहा है कि वे भोजन की बर्बादी का उचित तरीके से निपटान करें, ताकि पक्षियों के झुंड आकर्षित न हों।’’
उन्होंने बताया कि इस कदम का उद्देश्य 15 अगस्त को हेलीकॉप्टर की उड़ान में किसी भी प्रकार की बाधा को रोकना है।
अधिकारियों को सतर्क रहने और सभी व्यवस्थाएं समय पर पूरी करने के निर्देश भी दिए गए। यातायात कर्मियों को प्रतिबंधों का पालन कराने और वाहनों की सुचारू आवाजाही बनाए रखने के लिए प्रशिक्षित किया गया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि भौतिक तैनाती के अलावा, सीसीटीवी कैमरों, ड्रोन डिटेक्शन सिस्टम और चेहरे की पहचान करने वाले कैमरों और एएनपीआर (स्वचालित नंबर प्लेट पहचान) कैमरों के माध्यम से निगरानी का उपयोग कार्यक्रम स्थल और उसके आसपास के क्षेत्रों पर नजर रखने के लिए किया जाएगा।
अधिकारी ने बताया कि पहली बार लाल किले के पांच पार्किंग क्षेत्रों में वाहनों के नीचे विस्फोटक, हथियार या प्रतिबंधित सामान की जांच के लिए ‘अंडर-व्हीकल सर्विलांस सिस्टम’ (यूवीएसएस) तैनात किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि यह प्रौद्योगिकी खतरों या विसंगतियों का पता लगाने के लिए कैमरे और स्कैनर का उपयोग करती है, जिससे चौकियों और संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा मजबूत होती है।
अधिकारी ने बताया कि 15 अगस्त को लाल किले में प्रवेश केवल निमंत्रण पत्र के माध्यम से ही होगा तथा केवल चिह्नित वाहनों को ही इसके आसपास जाने की अनुमति होगी।
अधिकारी ने बताया कि भीड़ पर नजर रखने के लिए ‘हेडकाउंट’ कैमरे और लावारिस या संदिग्ध वस्तुओं को चिह्नित करने के लिए उपकरण भी लगाए जाएंगे, जबकि घुसपैठ का पता लगाने वाले कैमरे प्रतिबंधित क्षेत्रों की निगरानी करेंगे।
उन्होंने कहा कि विशेष पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) और उपायुक्तों को अपने-अपने क्षेत्राधिकार में कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है।
अधिकारी ने बताया कि लाल किले के पास ऊंची इमारतों की सुरक्षा के लिए स्नाइपर्स और छतों पर निगरानी दल तैनात किए जाएंगे, जबकि निर्दिष्ट प्रतिबंधित क्षेत्रों में आवाजाही को प्रवेश नियंत्रण तंत्र से नियंत्रित किया जाएगा।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि विभिन्न सुरक्षा पूर्वाभ्यासों, रात्रि गश्त और पैदल गश्त बढ़ाने के अलावा, विशेष रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में जमीनी उपस्थिति को मजबूत करने के लिए सादे कपड़ों में निगरानी टीम को तैनात किया जा रहा है।
अधिकारी ने कहा,‘‘साइबर इकाइयों द्वारा सोशल मीडिया मंच पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है, ताकि शांति भंग करने वाले किसी भी संभावित ऑनलाइन खतरे या गलत सूचना अभियान का पता लगाया जा सके और उसे बेअसर किया जा सके।’’ पुलिस ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस सप्ताह के लिए अर्धसैनिक बलों और विशेष कमांडो सहित 10,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों और 3,000 यातायात पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
भाषा धीरज