सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा, नर्स यूनियन ने आयरलैंड में भारतीयों पर हमलों की निंदा की
नोमान पवनेश
- 14 Aug 2025, 09:57 PM
- Updated: 09:57 PM
(अदिति खन्ना)
लंदन, 14 अगस्त (भाषा) आयरलैंड की हेल्थ सर्विस एग्जीक्यूटिव (एचएसई) और सबसे बड़े नर्स संघ ने भारतीय समुदाय के सदस्यों को निशाना बनाकर किए जा रहे "नस्लवादी दुर्व्यवहार और हमलों" के खिलाफ आवाज उठाई है और चेतावनी दी है कि उनके पलायन का स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र पर "नाटकीय प्रभाव" पड़ेगा।
सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं की प्रमुख सरकारी एजेंसी एचएसई ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि देश के अस्पतालों और सामुदायिक सेवाओं में काम करने वाले हजारों अंतरराष्ट्रीय कर्मचारियों के समर्थन के बिना आयरलैंड में कई आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं का प्रभावी संचालन गंभीर रूप से खतरे में पड़ जाएगा।
आयरलैंड की सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा संस्था के अनुसार, भारत, अफ्रीका और अन्य एशियाई देशों से आए स्वास्थ्यकर्मी एचएसई में कुल नर्सों और दाइयों का 23 फीसदी हिस्सा हैं।
एचएसई की मुख्य जन अधिकारी ऐनी मैरी होए ने कहा, “एचएसई विदेश से आए लोगों, उनके परिवारों और व्यापक समुदाय के खिलाफ नस्लवादी दुर्व्यवहार और हमलों की सभी घटनाओं की स्पष्ट रूप से निंदा करता है। यह अस्वीकार्य है। लोगों को दुर्व्यवहार के डर से घर से बाहर निकलने या काम पर जाने से नहीं डरना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "हमें अपने संगठन की विविधता पर गर्व है और हम अग्रिम पंक्ति, आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति के लिए अपने सभी कर्मचारियों पर निर्भर हैं... हम उन अंतरराष्ट्रीय कर्मचारियों के अत्यंत आभारी हैं, जिन्होंने एचएसई के साथ काम करने और मरीजों को आवश्यक देखभाल और सहायता प्रदान करने के लिए अपने जीवन और परिवारों को आयरलैंड में स्थानांतरित करने का विकल्प चुना है।"
होए ने कहा कि एचएसई को यह सुनकर "दुख" हुआ कि कुछ अंतरराष्ट्रीय कर्मचारी, जो अब अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा को लेकर भयभीत हैं, कहीं और जाने पर विचार कर रहे हैं।
राजधानी डबलिन और अन्य क्षेत्रों में भारतीयों पर हमलों की घटनाओं की सूचना पुलिस को दी गई है।
पिछले सप्ताह, आयरिश नर्सेस एंड मिडवाइव्स ऑर्गनाइजेशन (आईएनएमओ) ने अपने कर्मचारियों के खिलाफ “नस्लीय रूप से प्रेरित दुर्व्यवहार” की निंदा की और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आह्वान किया।
आईएनएमओ के उप महासचिव एडवर्ड मैथ्यूज ने कहा, “ "आयरलैंड में भारतीय समुदाय के सदस्यों पर हाल में हुए भयावह हमलों की निंदा की जानी चाहिए। नस्लीय भेदभाव से प्रेरित दुर्व्यवहार और हमलों के प्रति पुलिस की कड़ी प्रतिक्रिया होनी चाहिए। हम नहीं चाहते कि आयरलैंड एक ऐसी जगह बने जहां नर्सें और दाइयां काम करने से डरें।”
उन्होंने इस महीने की शुरुआत में डबलिन स्थित भारतीय दूतावास द्वारा जारी सुरक्षा परामर्श का भी हवाला दिया, जिसमें अपने नागरिकों से "अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए उचित सावधानी बरतने और सुनसान क्षेत्रों में जाने से बचने” को कहा गया था।
भाषा
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