कर्नाटक: जांच से ‘धर्मस्थल’ की 'साजिश' का पर्दाफाश होगा- शिवकुमार
देवेंद्र नरेश
- 15 Aug 2025, 03:12 PM
- Updated: 03:12 PM
बेंगलुरु, 15 अगस्त (भाषा) कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने शुक्रवार को विश्वास व्यक्त किया कि ‘धर्मस्थल’ की छवि धूमिल करने की कथित साजिश जांच के माध्यम से सामने आएगी। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि अगर ‘धर्मस्थल’ में शवों को ‘‘सामूहिक रूप से दफनाये’’ जाने के मामले में आरोप झूठे पाए गए तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) पिछले दो दशकों में ‘धर्मस्थल’ में सामूहिक हत्या, बलात्कार और शवों को सामूहिक रूप से दफनाये जाने के दावों की जांच कर रहा है।
शिकायतकर्ता एक पूर्व सफाई कर्मचारी है और उसकी पहचान गोपनीय रखी गई है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि 1995 से 2014 के बीच उसे शवों को दफनाने के लिए मजबूर किया गया - जिनमें महिलाओं और नाबालिगों के शव भी शामिल थे - जिनमें से कुछ पर यौन उत्पीड़न के निशान थे।
जांच के तहत, एसआईटी ने धर्मस्थल में नेत्रवती नदी के किनारे शिकायतकर्ता द्वारा चिन्हित कई स्थानों पर खुदाई की है तथा अब तक दो स्थानों पर अवशेष बरामद किए हैं।
शिवकुमार ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘धर्मस्थल के पक्ष या विपक्ष में नहीं; चीजें कानून के अनुसार होनी चाहिए। मुझे विश्वास है। मैंने वहां की भक्ति और शक्ति को करीब से देखा है। मेरी निजी राय में, यह साजिश आने वाले दिनों में जांच के जरिए सामने आ जाएगी।’’
उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि गृह मंत्री जी परमेश्वर सोमवार को विधानसभा में ‘धर्मस्थल’ मुद्दे पर बहस के दौरान सच्चाई उजागर करेंगे।
कथित साजिश के बारे में पूछे जाने पर शिवकुमार ने कहा, ‘‘गृह मंत्री इस बारे में जानकारी देंगे। मुख्यमंत्री (सिद्धरमैया) ने भी कहा है कि किसी को भी किसी धार्मिक व्यक्ति या संस्था के खिलाफ झूठे आरोप नहीं लगाने चाहिए या अभियान नहीं चलाना चाहिए। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में यह बात कही गई थी।’’
शिवकुमार ने कहा कि यदि आरोप झूठे साबित हुए तो कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘कानून सबके लिए समान है। यदि कोई गलत है तो उसे सजा मिलेगी। लेकिन किसी को भी अनावश्यक रूप से दूसरों को बदनाम नहीं करना चाहिए।’’
परमेश्वर ने इससे पहले विधानसभा में कहा था कि यदि एसआईटी को आरोप झूठे लगे तो शिकायतकर्ता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
विधानसभा में चर्चा के दौरान भाजपा विधायकों ने जांच के तरीके तथा धर्मस्थल और मंदिर को निशाना बनाकर चलाए जा रहे ‘‘बदनाम करने वाले अभियान’’ के खिलाफ कार्रवाई न करने के लिए सरकार की आलोचना की थी।
परमेश्वर द्वारा सोमवार को चर्चा पर जवाब दिए जाने की उम्मीद है।
भाषा
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