इंग्लैंड दौरे से अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने का सबक सीखा: नायर
आनन्द नमिता
- 16 Aug 2025, 05:55 PM
- Updated: 05:55 PM
(फाइल तस्वीरों के साथ)
... जी उन्नीकृष्णन ...
बेंगलुरु, 16 अगस्त (भाषा) इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला के दौरान लगातार अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में विफल रहना करुण नायर के लिए निराशाजनक रहा लेकिन घरेलू क्रिकेट का यह स्टार बल्लेबाज राष्ट्रीय टीम के लिए अपने अगले मौके को बड़े स्कोर में तब्दील करने के लिए प्रतिबद्ध है।
घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगा कर लगभग आठ साल बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी करने वाले नायर ने एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी की आठ पारियों में 25.62 के औसत से 205 रन बनाये। उन्होंने इस दौरान इकलौता अर्धशतक (57 रन) द ओवल मैदान में जड़ा।
नायर ने इस अर्धशतकीय पारी के अलावा 40, 31, 26 और 21 के स्कोर के साथ अच्छी शुरुआत की लेकिन वे इन पारियों को बड़े स्कोर में बदलने में नाकाम रहे।
इंग्लैंड के खिलाफ बड़ा स्कोर बनाने में विफल रहने के बारे में पूछे जाने पर नायर ने ‘पीटीआई’ से कहा, ‘‘ ऐसा कुछ (अच्छी शुरुआत के बाद विकेट गंवाना) नहीं था। ऐसा नहीं था कि मैं कुछ साबित करने की कोशिश कर रहा था। आप जानते हैं, कभी-कभी ऐसा होता है कि आपको ज्यादातर मैचों में अच्छी शुरुआत मिलती है और फिर आप किसी तरह से आउट हो जाते हैं।’’
शीर्ष क्रम का यह बल्लेबाज हालांकि सुधार के लिए दृढ़ संकल्प है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं पूरी श्रृंखला में बहुत अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था और ज्यादातर मैचों में मुझे अच्छी शुरुआत मिल रही थी। मैं 30 और 40 के स्कोर तक पहुंच रहा था लेकिन इसे बड़े स्कोर में नहीं बदल पा रहा था। यह मेरे लिए किसी और से ज्यादा निराशाजनक था। मैं इस बारे में सोच रहा था कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा था और मैं 30-40 के स्कोर पर क्यों आउट हो रहा था।’’
नायर ने कहा, ‘‘मैंने इस पर विचार किया और यह समझा कि मुझे अपनी अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलना सुनिश्चित करना होगा। मैंने इस बारे में बहुत से लोगों से बात की है और उन्होंने मुझे कुछ सुझाव दिए हैं। मैं जल्द ही उन पर काम करने जाऊंगा, ताकि अगली बार जब मुझे अच्छी शुरुआत मिले तो मैं उसे बड़े स्कोर में बदल सकूं।’’
नायर हालांकि उस युवा भारतीय टीम का हिस्सा बनकर काफी उत्साहित है जो पांच मैचों की बेहद प्रतिस्पर्धी श्रृंखला को 2-2 से बराबर करने में सफल रही।
टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक जड़ने वाले केवल दूसरे भारतीय बल्लेबाज नायर ने कहा, ‘‘यह एक अद्भुत श्रृंखला थी। मेरे लिए इस अद्भुत टीम का हिस्सा होना गर्व की बात थी क्योंकि बहुत कम टीमें इंग्लैंड जाकर पांच टेस्ट मैचों में श्रृंखला बराबर कर पाई हैं। ऐसे में मुझे इस अद्भुत टीम का हिस्सा होने पर वाकई गर्व है। मैं इस टीम के साथ और भी यादें बनाने के लिए उत्सुक हूं।’’
नायर को इस बात में कोई संदेह नहीं है कि खिलाड़ियों की यह नयी पीढ़ी मौजूदा विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र (2025-27) में अच्छा प्रदर्शन करेगी, जिसकी शुरुआत इंग्लैंड के खिलाफ हुई है।
उन्होंने कहा, ‘‘, हां, हमने शानदार शुरुआत की है। हमने पूरी श्रृंखला में बहुत अच्छा खेला। हमारे लिए इस इस लय को जारी रखने और इंग्लैंड के खिलाफ किए गए सभी सही कामों को आगे बढ़ाने के साथ उन चीजों में सुधार करने के बारे में है जहां हम पिछड़ रहे हैं। हम खिलाड़ी के तौर पर भी दिन-प्रतिदिन सुधार करने की कोशिश कर रहे हैं उम्मीद है कि आगे और बेहतर प्रदर्शन होगा। ’’
नायर का यह भी मानना है कि कप्तान शुभमन गिल और मुख्य कोच गौतम गंभीर के रूप में भारत के पास बदलाव के दौर में टीम का मार्गदर्शन करने के लिए सही संयोजन है। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ हालिया श्रृंखला को इसका एक उदाहरण बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘आप जानते हैं, सबसे अच्छी बात यह थी कि संदेश स्पष्ट था (गिल और गंभीर की ओर से), और टीम के लिए उनका संवाद हमेशा स्पष्ट था। हमने दिखाया कि हम कभी हार नहीं मानते और हमारा रवैया हमेशा जूझने का रहने का था। हमें इस तरह का ही संदेश दिया गया था और हम सभी ने इसे स्वीकार किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आप श्रृंखला के दौरान खिलाड़ियों और टीम के उस रवैये को देख सकते थे। यह सिर्फ एक शुरुआत है और मुझे यकीन है कि हम इसमें और सुधार करेंगे। उम्मीद है कि हम श्रृंखला से सीखे गए सबक पर भी काम कर सकते हैं।’’
भारत जल्द ही वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में खेलने उतरेगा, लेकिन नायर चयन को लेकर परेशान होने की बजाय अपनी तैयारियों पर ध्यान देना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं बहुत आगे के बारे में नहीं सोच रहा हूं। मैं बस एक-एक दिन करके चल रहा हूं। मैं उन सभी चीजों पर काम करने की कोशिश कर रहा हूं जिन पर मैं काम कर सकता हूं। पिछली श्रृंखला से मिली सीख पर भी ध्यान दे रहा हूं समय आने पर हमें पता चलेगा कि क्या होने वाला है।‘‘
नायर घरेलू क्रिकेट एक बार फिर से कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करते हुए दिखेंगे। वह पिछले दो सत्र में विदर्भ की टीम से जुड़े थे।
नायर को कर्नाटक टीम में आर. स्मारन और के.वी. अनीश जैसे कुछ युवा और होनहार खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करना होगा और वह इस काम को लेकर उत्साहित हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह सब खिलाड़ियों की मदद करने के बारे में है, जब भी उन्हें किसी चीज की जरूरत हो, उनके लिए मौजूद रहना और उनका समर्थन करना। मेरे लिए यह बहुत सरल है। मुझे बस बाहर जाकर रन बनाने हैं और टीम की मदद करनी है।’’
विदर्भ से अलगाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने इसे मुश्किल फैसला करार दिया।
नायर ने कहा ‘‘यह एक बहुत ही कठिन निर्णय था। लेकिन कुछ व्यक्तिगत कारणों से मुझे यह निर्णय लेना पड़ा।’’
भाषा आनन्द