पश्चिमोत्तर पाकिस्तान में अचानक आई बाढ़ से 48 घंटे में 327 लोगों की मौत
प्रीति प्रशांत
- 16 Aug 2025, 10:05 PM
- Updated: 10:05 PM
पेशावर/इस्लामाबाद, 16 अगस्त (भाषा) पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में अचानक आई बाढ़ से पिछले 48 घंटे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 327 हो गई, जिनमें कई बच्चे शामिल हैं। प्रांतीय अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अनुसार, पाकिस्तान में पिछले 24 घंटे में 151 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें खैबर पख्तूनख्वा (केपीके) प्रांत में 144 और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में सात लोग शामिल हैं।
एनडीएमए के आंकड़ों के अनुसार, देश में 26 जून को मानसून के आगमन के बाद से 645 लोग मारे गए हैं, जिनमें से 50 प्रतिशत से अधिक लोग मुख्य रूप से पहाड़ी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत से हैं।
प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) के अनुसार, खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के विभिन्न जिलों में बृहस्पतिवार को अचानक आई बाढ़ के बाद से यहां मूसलाधार बारिश 21 अगस्त तक रुक-रुक कर जारी रहने की आशंका है।
पीडीएमए प्रवक्ता फैजी ने कहा कि प्रांत में पिछले 48 घंटे में बारिश, बादल फटने और अचानक आई बाढ़ से 327 लोग मारे गए हैं।
पीडीएमए की स्थिति रिपोर्ट के अनुसार, बुनेर जिला सबसे अधिक प्रभावित हुआ है, जहां पिछले 48 घंटे में 204 लोगों की मौत हो गई है। जिले में दिन में राहत-बचाव अभियान के दौरान 20 शव बरामद किए जाने से मृतक संख्या में वृद्धि हुई है।
शांगला जिले में 36 मौत हुईं, इसके बाद मनसेहरा में 23, स्वात में 22, बाजौर में 21, बट्टाग्राम में 15, लोअर दीर में पांच, जबकि एबटाबाद में एक बच्चे की मौत हो गई है।
इसमें बताया गया कि मारे गए लोगों में कम से कम 15 महिलाएं और 13 बच्चे शामिल हैं।
पीडीएमए ने बताया कि कम से कम 120 लोग घायल हुए हैं। उपायुक्त काशिफ कयूम खान के कार्यालय ने बताया कि क्षेत्र में 50 लोग अब भी लापता हैं।
इस बीच, सेना प्रमुख फील्ड मार्शल सैयद असीम मुनीर ने खैबर पख्तूनख्वा में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए राहत और पुनर्वास कार्यों के संबंध में विशेष निर्देश जारी किए।
इस बीच, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने कहा कि पिछले 24 घंटे के दौरान 151 लोगों की मौत की सूचना मिली है।
देश में 26 जून से मानसून की शुरुआत हुई है तब से 645 लोग मारे गए हैं, जिनमें केपीके में 383, पंजाब में 164, सिंध में 28, बलूचिस्तान में 20, इस्लामाबाद राजधानी क्षेत्र में आठ और पीओके में 42 लोग शामिल हैं।
वहीं, इस अवधि के दौरान 905 लोग घायल हुए हैं, जिनमें पंजाब में 582, खैबर पख्तूनख्वा में 232, सिंध में 40, बलूचिस्तान में चार, इस्लामाबाद में तीन और पीओके में 44 लोग शामिल हैं।
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