मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर लाखों भक्तों का सैलाब उमड़ा, चाक-चौबंद सुरक्षा-व्यवस्था
राजकुमार
- 16 Aug 2025, 11:36 PM
- Updated: 11:36 PM
(तस्वीरों के साथ)
मथुरा (उप्र), 16 अगस्त (भाषा) श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर उनका जन्मोत्सव मनाने के लिए शनिवार को मथुरा-समेत ब्रज के सभी तीर्थ स्थलों पर दुनिया भर से लाखों भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। जिधर भी नजर जा रही थी, वहीं लोगों के समूह जन्मस्थान और अन्य मंदिरों की ओर बढ़ते नजर आ रहे थे।
अधिकारियों ने बताया कि मथुरा के सभी मंदिरों में जन्माष्टमी का पर्व बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है, किंतु इस दिन मुख्य आयोजन श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर में स्थित भागवत भवन का राधा कृष्ण मंदिर होता है।
उन्होंने कहा कि सभी भक्त कम से कम एक बार वहां दर्शन करने की लालसा लिए जरूर आते हैं. इसीलिए ऐसा मालूम पड़ रहा था कि हर एक को बस यही धुन सवार थी कि वह किसी न किसी प्रकार अपने ठाकुर (भगवान) की एक झलक भर देख ले। इसके लिए उन्होंने सुबह से ही श्रीकृष्ण जन्मस्थान के बाहर कतार में लगना शुरू कर दिया था।
जिला एवं नगर निगम प्रशासन ने मंदिरों से इतर शहर के सभी मार्ग और चौराहों को विशेष रूप से सजाया है। हर रास्ते पर जगह-जगह भक्तजनों को भोग-प्रसाद, हलवा-पूड़ी, शरबत एवं शीतल जल वितरित किया जा रहा था। हर मार्ग पर कृष्ण लीला के दृश्यों से सुसज्जित दर्जनों सेल्फी पाइंट बनाए गए थे, जहां श्रद्धालु परिजनों के साथ सेल्फी लेकर सुखद यादें संजो रहे थे ।
अधिकारियों के अनुसार विशेष रूप से लोक कलाकारों के लिए बनाए गए मंचों पर ब्रज के अलावा अवधी, बुंदेलखंडी, रुहेलखण्ड, हरियाणवी, छत्तीसगढी, राजस्थानी, गुजराती आदि भिन्न-प्रांत और संस्कृति के कलाकार अपनी कलाएं प्रदर्शित कर रहे थे।
पुलिस प्रशासन सभी तीर्थयात्रियों एवं स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा एवं संरक्षा के लिए सतर्क नजर आया। श्रीकृष्ण जन्मस्थान एवं उसके आसपास के ‘यलो जोन’ समेत मथुरा की सड़कों एवं गलियों तक में चप्पे-चप्पे पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। सादा वर्दी में भी तैनात खुफिया पुलिस के दस्ते जगह-जगह तलाशी अभियान चलाकर यह सुनिश्चित खरने का प्रयास कर रहे थे कि कहीं कुछ भी गड़बड़ न होने पाए।
कन्हैया के भक्तों का उत्साह ऐसा था कि श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर में प्रवेश करने के लिए देर रात से ही लोगों ने उत्तरी द्वार पर लग रही कतारों में अपनी जगह सुनिश्चित करना शुरू कर दिया था। उनकी यह ललक देर रात तक कम नहीं हुई, बल्कि जैसे-जैसे रात बढ़ी, कतारों में भी दबाव बढ़ता गया।
मथुरा-वृंदावन के अलावा जनपद के गोकुल, महावन, बरसाना, नंदगांव, गोवर्धन, राधाकुंड आदि तीर्थ स्थलों पर भी ऐसे ही उत्साह के समाचार मिलते रहे हैं।
जिला प्रशासन ने मंदिर परिसर सहित शहर को चार जोन एवं 18 सेक्टरों में बांटकर चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई थी। इस मौके पर मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान, ठा. द्वारिकाधीश मंदिर, वृन्दावन के ठा. बांके बिहारी, इस्कॉन मंदिर, प्रेम मंदिर आदि समेत हर संवेदनशील स्थल पर भारी चौकसी देखी गई. जिसके लिए जिम्मेदार अधिकारी लगातार निरीक्षण करते रहे।
भाषा सं आनन्द