कांग्रेस और सपा के कार्यकाल के दौरान उनके एजेंडे में देश व आम जनता नहीं थी: योगी आदित्यनाथ
जफर अरूनव जितेंद्र
- 29 Apr 2025, 10:28 PM
- Updated: 10:28 PM
गोरखपुर, 29 अप्रैल (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को आरोप लगाया कि 2014 से पहले कांग्रेस के एजेंडे में देश नहीं था और राज्य में 2017 से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के एजेंडे में आम जनता नहीं थी।
आदित्यनाथ ने गोरखपुर के चरगावां में 9.89 करोड़ रुपये की लागत से 200 टन प्रति दिन (टीपीडी) क्षमता वाले कूड़ा स्थानांतरण स्टेशन (जीटीएस) के उद्घाटन के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, “2014 से पहले सरकार (कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) के एजेंडे में देश नहीं था और 2017 से पहले राज्य में सरकार (सपा) के एजेंडे में आम जनता नहीं थी।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके (कांग्रेस और सपा) द्वारा हर काम को वोट के नजरिए से देखा जाता था इसलिए देश और प्रदेश की जो दुर्गति हुई है, वह सबके सामने है।
योगी ने कहा, “ये वो लोग हैं, जो सत्ता में रहते हुए कुछ नहीं कर पाए। काम करने के लिए दृष्टिकोण की जरूरत होती है, दृष्टिकोण को जमीनी स्तर पर लागू करने के लिए इच्छाशक्ति की जरूरत होती है और इच्छाशक्ति के साथ-साथ ईमानदारी की भी जरूरत होती है।”
उन्होंने यह भी कहा कि समग्र दृष्टिकोण को परिणाम में बदलने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत होती है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “लेकिन, जहां एक परिवार को ही देश माना जाता है, जहां एक परिवार को ही सब कुछ माना जाता है, वहां उनसे यह उम्मीद करना कि वे कुछ भी करेंगे, अपने आप में ‘बेईमानी’ है।”
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी द्वारा राज्य के साथ और कांग्रेस व उसके सहयोगियों द्वारा देश के साथ यह अन्याय किया जा रहा था।
योगी ने कहा, “इसी का नतीजा है कि एक बारिश में पूरा शहर पानी से भर जाता था। मच्छरों की भरमार थी, कूड़े के ढेर लगे रहते थे और 15 जून के बाद हर घर में ‘इंसेफेलाइटिस’ (दिमागी बुखार) का आतंक छा जाता था। आज कूड़ा स्थानांतरिक स्टेशन बन गया है। आज ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए बेहतर प्रयास हो रहे हैं।”
योगी ने कहा कि 1977-78 से लेकर चार दशकों में 50 हजार मासूम बच्चों की मौत ‘इंसेफेलाइटिस’ की वजह से हुई थी।
उन्होंने कहा कि 2017 में प्रदेश में बनी ‘डबल इंजन’ सरकार के प्रयासों आज इंसेफेलाइटिस पूरी तरह नियंत्रण में है।
योगी ने कहा कि ‘इंसेफेलाइटिस’ को नियंत्रित करने में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अक्टूबर 2014 में शुरू किए गए स्वच्छ भारत मिशन की महत्वपूर्ण भूमिका है।
उन्होंने कहा कि इंसेफेलाइटिस नियंत्रित होने से हजारों बच्चों का भविष्य सुरक्षित हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज लोगों को बीमारियों से बचाने और स्वच्छ-सुंदर वातावरण देने के लिए घर-घर शौचालय बनवाए गए, घर-घर जाकर कूड़ा उठाया जा रहा और हर घर नल से जल की सुविधा दी जा रही है।
योगी ने कहा कि पहले एक बरसात में ही शहर जलमग्न हो जाता था, गंदगी का अंबार लग जाता था और मच्छर उड़ने लगते थे।
उन्होंने कहा कि 15 जून के बाद लोग ‘इंसेफेलाइटिस’ की दहशत में रहते थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गंदगी व मच्छरों को दूर करने के साथ ही अब शहर को जलजमाव से मुक्ति दिलाने की कार्ययोजना पूर्ण हो रही है और इसके लिए ‘गोड़धोइया नाला परियोजना’ जल्द ही पूरी हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना से शहर को जलजमाव से मुक्ति मिलेगी, लोगों को आवागमन की सुगमता होगी और उन्हें स्वच्छ-सुंदर वातावरण मिलेगा।
एक बयान के मुताबिक, इस कार्यक्रम में 15 सफाईकर्मियों को सम्मानित करने के साथ ही ‘डूडा स्टॉल’ का अवलोकन, गर्भवती महिलाओं की गोदभराई, बच्चों का अन्नप्राशन कराया गया।
भाषा जफर अरूनव