उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सेंसेक्स 260 अंक चढ़कर बंद
प्रेम रमण
- 02 May 2025, 06:03 PM
- Updated: 06:03 PM
मुंबई, दो मई (भाषा) भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर उम्मीद, रिकॉर्ड जीएसटी संग्रह और विदेशी पूंजी का प्रवाह जारी रहने से शुक्रवार को स्थानीय शेयर बाजार चढ़कर बंद हुए। सेंसेक्स में 260 अंक और निफ्टी में 12.50 अंक की तेजी रही।
विश्लेषकों के मुताबिक, वैश्विक बाजारों में मजबूती के रुख से भी निवेशकों की धारणा को समर्थन मिला।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स काफी उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 259.75 अंक यानी 0.32 प्रतिशत बढ़कर 80,501.99 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 935.69 अंक उछलकर 81,177.93 पर पहुंच गया था लेकिन बाद में मुनाफावसूली हावी होने से बढ़त काफी कम हो गई।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी कारोबार के अंत में 12.50 अंक यानी 0.05 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 24,346.70 पर बंद हुआ।
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, "बाजार सत्र के पहले हिस्से में अत्यधिक अस्थिर रहा और बैंकिंग एवं आईटी शेयरों में चुनिंदा खरीदारी के कारण लगभग 1,000 अंकों के उतार-चढ़ाव के बाद सीमित दायरे में बंद हुआ। तेजी आने पर निवेशकों ने मुनाफावसूली शुरू कर दी, जबकि अधिक शेयरों का प्रतिनिधित्व करने वाले सूचकांक कमजोर होकर बंद हुए।"
सेंसेक्स की कंपनियों में से अदाणी पोर्ट्स ने चार प्रतिशत से अधिक की उछाल दर्ज की। कंपनी का मार्च तिमाही में शुद्ध लाभ 50 प्रतिशत बढ़ा है।
इसके अलावा बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, मारुति, टाटा मोटर्स, आईटीसी, टाटा स्टील और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर भी लाभ में रहे।
दूसरी तरफ नेस्ले, एनटीपीसी, कोटक महिंद्रा बैंक, पावर ग्रिड और टाइटन के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए।
मेहता इक्विटीज लिमिटेड में वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, "कारोबार के पहले हिस्से में बाजार करीब 1,000 अंक तक उछल गया और फिर गिरकर एक सीमित दायरे में बंद हुआ। दरअसल हाल की तेजी के बाद निवेशकों ने मुनाफावसूली को तरजीह दी। अनिश्चित वैश्विक परिवेश और शुल्क तनाव के बीच निवेशक इक्विटी पर ऊंचा दांव नहीं लगा रहे हैं।"
बिकवाली का जोर रहने से मझोली कंपनियों से संबंधित बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.41 प्रतिशत गिर गया जबकि छोटी कंपनियों से जुड़ा स्मालकैप सूचकांक में 0.07 प्रतिशत की गिरावट रही।
साप्ताहिक आधार पर बीएसई सेंसेक्स में कुल 1,289.46 अंक यानी 1.62 प्रतिशत की तेजी रही जबकि एनएसई निफ्टी में 307.35 अंक यानी 1.27 प्रतिशत की बढ़त रही।
अप्रैल में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह सालाना आधार पर 12.6 प्रतिशत उछलकर लगभग 2.37 लाख करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया।
इस बीच, शुक्रवार को एक मासिक सर्वेक्षण में कहा गया कि ऑर्डर बुक में विस्तार के कारण भारतीय विनिर्माण क्षेत्र में वृद्धि की रफ्तार अप्रैल में सुधरी और जून 2024 के बाद से सबसे तेज गति से उत्पादन बढ़ा।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की 225 और हांगकांग का हैंग सेंग सकारात्मक क्षेत्र में बंद हुए जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट सूचकांक मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ।
यूरोप के बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। बृहस्पतिवार को अमेरिकी बाजार भी सकारात्मक क्षेत्र में बंद हुए थे।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.82 प्रतिशत गिरकर 61.62 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 50.57 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की। बृहस्पतिवार को 'महाराष्ट्र दिवस' के अवसर पर शेयर बाजार बंद रहे।
बुधवार को सेंसेक्स 46.14 अंक गिरकर 80,242.24 और निफ्टी 1.75 अंक की मामूली गिरावट के साथ 24,334.20 पर बंद हुआ था।
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