पंजाब: जल बंटवारे के मुद्दे पर आप की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक शुरू हुई
यासिर दिलीप
- 02 May 2025, 04:35 PM
- Updated: 04:35 PM
चंडीगढ़, दो मई (भाषा) पंजाब और हरियाणा के मध्य जल बंटवारे को लेकर बढ़ते तनाव के बीच पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा इस मुद्दे पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक शुक्रवार को यहां शुरू हुई।
बैठक में भाग लेने के लिए आप, कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सहित विभिन्न दलों के प्रतिनिधि पहुंचे।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के अलावा, बैठक में भाग लेने वाले अन्य नेताओं में आप की प्रदेश इकाई के प्रमुख अमन अरोड़ा, भाजपा की पंजाब इकाई के प्रमुख सुनील जाखड़, कांग्रेस के तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा और राणा केपी सिंह, शिरोमणि अकाली दल के दलजीत सिंह चीमा और बलविंदर सिंह भुंडर शामिल हैं।
मान ने बृहस्पतिवार को कहा था कि आप सरकार पड़ोसी राज्य के लिए और पानी छोड़ने की अनुमति नहीं देगी। उन्होंने दावा किया कि हरियाणा अपने हिस्से का पानी पहले ही इस्तेमाल कर चुका है।
मान ने हरियाणा को 8,500 क्यूसेक पानी छोड़ने के फैसले के लिए भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) पर भी निशाना साधा था और कहा था कि पंजाब के अधिकारों की इस तरह से ‘लूट’ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा था कि बोर्ड को उनके राज्य से संबंधित मामलों में ‘निर्देश’ देने का कोई अधिकार नहीं है।
सत्तारूढ़ आप ने जल बंटवारे के मुद्दे पर शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है और सोमवार को विधानसभा का विशेष सत्र भी बुलाया है।
मान ने रूपनगर जिले में नांगल बांध का दौरा किया था, जहां राज्य सरकार में मंत्री हरजोत सिंह बैंस और पार्टी कार्यकर्ताओं ने बीबीएमबी द्वारा हरियाणा को पानी देने के फैसले के विरोध में धरना दिया था।
पंजाब पुलिस ने रूपनगर जिले में भाखड़ा बांध के नीचे स्थित नांगल बांध पर भी सुरक्षा बढ़ा दी है।
बैंस ने कहा कि उन्होंने नांगल बांध पर ‘नियंत्रण’ कर लिया है और जिस कमरे से पानी की आपूर्ति नियंत्रित की जाती है, उसे बंद कर दिया गया है और उसकी चाबी पुलिस को दे दी गई है।
बीबीएमबी ने पंजाब सरकार की कड़ी आपत्ति के बावजूद बुधवार को हरियाणा को पानी छोड़ने का निर्णय लिया। पंजाब सरकार का दावा था कि पड़ोसी राज्य ने पहले ही अपने आवंटित हिस्से का 103 प्रतिशत पानी उपयोग कर लिया है।
मान ने बुधवार को हुई बीबीएमबी की बैठक का हवाला देते हुए भाजपा शासित राज्यों हरियाणा और राजस्थान पर बीबीएमबी से अधिक पानी प्राप्त करने के लिए ‘‘गुंडागर्दी, तानाशाही और मिलीभगत’’ करने का आरोप लगाया।
बीबीएमबी द्वारा भाखड़ा, पोंग और रंजीत सागर बांधों से जल वितरण को नियंत्रित किया जाता है। पंजाब, हरियाणा और राजस्थान साझेदार राज्य हैं, जो सिंचाई सहित विभिन्न उद्देश्यों के लिए अपनी आवश्यकताओं को भाखड़ा और पोंग बांधों से पूरा करते हैं।
हालांकि, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंजाब की आप सरकार पर जल बंटवारे के मुद्दे पर "गंदी राजनीति" करने का आरोप लगाया।
भाषा यासिर