गोवा : मंदिर में उत्सव के दौरान भगदड़ में दो महिलाओं समेत छह श्रद्धालुओं की मौत, 70 से अधिक घायल
पारुल माधव
- 03 May 2025, 08:32 PM
- Updated: 08:32 PM
(तस्वीरों के साथ)
पणजी, तीन मई (भाषा) उत्तरी गोवा के एक मंदिर में शनिवार तड़के एक उत्सव के दौरान भगदड़ मचने से दो महिलाओं समेत छह लोगों की मौत हो गई, जबकि 70 से अधिक लोग घायल हो गए।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना पणजी से लगभग 40 किलोमीटर दूर शिरगांव के श्री लईराई देवी मंदिर में तड़के करीब तीन बजे हुई।
अधिकारी के मुताबिक, गोवा सरकार ने भगदड़ की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं और उत्तरी गोवा की जिला अधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक (एसपी) सहित पांच अधिकारियों का तबादला भी कर दिया है।
पुलिस ने बताया कि हजारों श्रद्धालु एक वार्षिक उत्सव में हिस्सा लेने के लिए मंदिर की संकरी गलियों में उमड़ पड़े और इसी दौरान भगदड़ मच गई।
पुलिस महानिदेशक आलोक कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “उत्सव में शामिल होने के लिए कम से कम 30,000 से 40,000 श्रद्धालु एकत्र हुए थे, जिनमें से कुछ एक ढलान पर खड़े थे। ढलान पर खड़े कुछ लोग गिर गए, जिससे अन्य लोग लुढ़ककर एक-दूसरे पर गिर गए।”
कुमार के अनुसार, 40 से 50 लोग ढलान पर गिर गए, जिसके चलते भगदड़ मच गई। उन्होंने कहा कि यह भगदड़ ढलान वाले स्थान तक सीमित रही।
अधिकारी ने कहा कि गोवा, महाराष्ट्र और कर्नाटक के हजारों श्रद्धालु इस वार्षिक उत्सव में शरीक होने के लिए मंदिर पहुंचते हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भगदड़ में लोगों की मौत पर दुख जताया और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
मुर्मू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “गोवा के शिरगांव में भगदड़ की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में जानकर दुख हुआ। इस घटना में कई लोगों की जान चली गई। मैं शोकसंतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।”
वहीं, मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा, “घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है।”
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने उत्तरी गोवा जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की। उन्होंने भगदड़ स्थल का भी दौरा किया।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने कहा कि भगदड़ में लगभग 80 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 13 को गोवा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (जीएमसी) में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि इनमें से पांच की हालत गंभीर है और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है, जबकि अन्य को विशेष रूप से बनाए गए आपातकालीन वार्ड में भर्ती किया गया है।
राणे ने बताया कि दो महिलाओं समेत छह लोगों को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था।
मुख्यमंत्री सावंत ने कहा कि घटना की मजिस्ट्रेट से जांच कराई जाएगी।
उन्होंने शाम को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “घटना की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने जिलाधिकारी स्नेहा गिट्टे, पुलिस अधीक्षक (उत्तर) अक्षत कौशल, पुलिस उपाधीक्षक (बिचोलिम) जिवबा दलवी, उप जिलाधिकारी (बिचोलिम) भीमनाथ खोरजुवेकर और पुलिस निरीक्षक दिनेश गाडेकर को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित कर दिया है।”
सावंत ने बताया कि राजस्व सचिव संदीप जैक्स की अध्यक्षता में एक तथ्यान्वेषी समिति का गठन किया गया है, जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारी वर्षा शर्मा, राज्य परिवहन निदेशक परिमल अभिषेक और दक्षिण गोवा के पुलिस अधीक्षक टीकम सिंह वर्मा शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि समिति को रविवार सुबह तक अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।
इससे पहले, सावंत ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें फोन कर पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया है।
स्वास्थ्य मंत्री राणे ने कहा कि सरकार ने 108 एंबुलेंस सेवा के साथ समन्वय कर यह सुनिश्चित किया कि घटना के तुरंत बाद पांच एंबुलेंस भगदड़ स्थल पर पहुंचें।
उन्होंने बताया कि गंभीर रूप से घायल पांच मरीजों के इलाज के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक समिति बनाई गई है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक, घटना के बाद राज्य में अगले तीन दिन के लिए निर्धारित सभी सरकार समर्थित उत्सव और सार्वजनिक समारोह या तो रद्द कर दिए गए हैं या स्थगित कर दिए गए हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की गोवा इकाई के अध्यक्ष दामोदर नाइक ने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) मंदिर में मची भगदड़ के बाद की स्थिति पर नजर रख रहा है।
विपक्षी दल कांग्रेस ने घटना पर शोक व्यक्त किया, जबकि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने मांग की कि सरकार भगदड़ की जवाबदेही तय करने के लिए जांच का आदेश दे और आवश्यक कार्रवाई करे।
गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी अमरनाथ पंजिकर ने कहा कि पार्टी पीड़ित परिवारों, श्रद्धालुओं और शिरगांव के पूरे समुदाय के साथ एकजुटता से खड़ी है।
उन्होंने कहा, “हम राज्य सरकार से अनुरोध करते हैं कि वह देवस्थान समिति को पूरा सहयोग दे, ताकि बाकी चार दिन लईराई जात्रा सुरक्षित और सुचारू रूप से जारी रखी जा सके। इस जात्रा के लिए लाखों श्रद्धालु शिरगांव आते हैं।”
तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता ट्रेजानो डी’मेलो ने दावा किया कि प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भगदड़ पुलिस और प्रशासन की लापरवाही के कारण मची।
उन्होंने कहा, “तृणमूल कांग्रेस मांग करती है कि घटना की जांच के लिए एक आयोग का गठन किया जाए, ताकि जवाबदेही तय की जा सके और आवश्यक कदम उठाए जा सकें।”
गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के अध्यक्ष विजय सरदेसाई ने भी इस घटना के लिए पुलिस और स्थानीय प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया तथा मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि दिए जाने की मांग की।
भाषा पारुल