बिहार के सरकारी अस्पताल में चूहों ने मरीज की अंगुलियों को कुतर दिया
सुभाष सुरेश
- 20 May 2025, 04:39 PM
- Updated: 04:39 PM
पटना, 20 मई (भाषा) बिहार के नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एनएमसीएच) में इलाज करा रहे एक दिव्यांग मरीज ने दावा किया है कि सोते समय उसके दाहिने पैर की अंगुलियों को चूहों ने कुतर दिया। इस घटना के बाद, राज्य सरकार द्वारा संचालित अस्पताल विवादों में आ गया है।
यह घटना शनिवार रात एनएमसीएच के अस्थि रोग विभाग में हुई। मरीज के परिवार के सदस्यों ने जब अस्पताल प्रशासन को इसकी जानकारी दी, तो यह मामला सामने आया।
अस्थि रोग विभाग के प्रमुख डॉ ओम प्रकाश ने कहा, ‘‘हमें घटना के बारे में पता चला है...इसे चिकित्सा अधीक्षक के संज्ञान में लाया गया है।’’
मरीज अवधेश कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि रविवार सुबह जब वह जगा तो उसने पाया कि चूहों ने उसके दाहिने पैर की कुछ अंगुलियों को कुतर दिया है। कुमार ने कहा, ‘‘मैंने देखा कि अंगुलियों से खून बह रहा। मेरे परिवार के सदस्यों ने भी यह देखा और नर्सों और अन्य चिकित्साकर्मियों को सूचित किया। चूहे यहां उत्पात मचा रहे हैं।’’
इस मामले पर टिप्पणी के लिए बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से अभी संपर्क नहीं हो सका है।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पटना के एनएमसीएच में भर्ती दिव्यांग मरीज के पैर की अंगुलियों को चूहे ने कुतर दिया। इसी अस्पताल में बीते दिनों एक मृतक की आंख को चूहे ने कुतर दिया था, लेकिन अब तक कोई कारवाई नहीं हुई है।’’
राजद नेता ने आरोप लगाया कि बिहार में स्वास्थ्य विभाग फिर से बदहाल है।
उन्होंने कहा, ‘‘स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने हमारे द्वारा 17 महीने के कार्यकाल में दिन-रात मेहनत कर सुधारी-संवारी गयी स्वास्थ्य व्यवस्था को फिर से बदहाल कर दिया है। अब स्वास्थ्य विभाग फिर से दुर्गति के पथ पर है। जो विभाग अपने अस्पतालों में साफ-सफाई और सुरक्षा तक की व्यवस्था नहीं कर पाता, जहां स्वस्थ व्यक्ति भी बीमार हो जाए वह मरीजों का क्या इलाज करेगा?’’
उन्होंने कहा, ‘‘अचेत मुख्यमंत्री को प्रेजेंटेशन दिखाकर बता दिया जाएगा कि मरीज की अंगुलियां चूहे ने नहीं, बल्कि करोड़ों रुपये की अत्याधुनिक रोबोटिक मशीन द्वारा उसके ऑपरेशन के जरिये कुतरी गयी है।’’
नवंबर 2024 में, गोली लगने के कारण एनएमसीएच में एक व्यक्ति ने दम तोड़ दिया था। इसके कुछ ही घंटों बाद उसकी एक आंख गायब पाई गई थी। चिकित्सकों ने इसके लिए चूहों को जिम्मेदार ठहराया था, जबकि मृतक के परिजनों ने गड़बड़ी की आशंका जताई थी।
मामले की जांच शुरू करने वाले राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने दो नर्सों को ‘‘लापरवाही’’ के लिए निलंबित कर दिया था।
भाषा
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