गौरव की पत्नी ने पाक एजेंसी के लिए आईबी रिपोर्ट एकत्रित की: हिमंत विश्व शर्मा
नोमान वैभव
- 28 May 2025, 10:30 PM
- Updated: 10:30 PM
गुवाहाटी, 28 मई (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बुधवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता गौरव गोगोई की ब्रिटिश पत्नी पाकिस्तानी जलवायु लॉबी की ओर से विभिन्न खुफिया दस्तावेज एकत्र कर रही थीं।
शर्मा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि असम सरकार के पास गोगोई और उनकी पत्नी के पाकिस्तान के साथ घनिष्ठ संबंधों के आरोपों को पुष्ट करने के लिए दस्तावेजी सबूत हैं और वह 10 सितंबर तक सब कुछ सार्वजनिक कर देंगे।
शर्मा के आरोप से कुछ घंटे पहले असम कांग्रेस के नवनियुक्त प्रमुख द्वारा उन दावों को खारिज कर दिया गया था जिनमें कहा गया था कि उनके पाकिस्तानी प्रतिष्ठान से कथित संबंध हैं। गोगोई ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी इस मुद्दे को "सी-ग्रेड बॉलीवुड फिल्म" की तरह उठा रही है, जो "बुरी तरह फ्लॉप" होने वाली है।
मुख्यमंत्री ने दावा किया, ‘‘गौरव की पत्नी ने आसूचना ब्यूरो (आईबी) के दस्तावेजों की निगरानी की और उन्हें उद्धृत किया। इसका मतलब है कि आईबी में उनका कोई व्यक्ति जरूर है। यह बहुत गंभीर आरोप है। मेरे पास यह साबित करने के लिए दस्तावेज हैं कि उनकी पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न विभिन्न खुफिया रिपोर्ट एकत्र करने में शामिल थीं।’’
शर्मा ने कहा कि वह जलवायु लॉबी के लिए काम करती हैं और पाकिस्तान के साथ उनके घनिष्ठ संबंध थे।
गोगोई के बारे में बात करते हुए शर्मा ने आरोप लगाया, "वह पूरी तरह से पाकिस्तानी एजेंट हैं। दोनों पति-पत्नी भारत विरोधी गतिविधियों में गहराई से शामिल हैं। उनका पूरा रिश्ता पाकिस्तानी प्रतिष्ठान के साथ था... उन्होंने 2017-18 तक इस रिश्ते को बनाए रखा।"
शर्मा ने यह भी दावा किया कि कांग्रेस की पाकिस्तान लॉबी ने भूपेन कुमार बोरा की जगह गोगोई को विपक्षी पार्टी का असम प्रमुख बनाने के लिए साजिश रची।
उन्होंने लोकसभा सदस्य से सवाल किया कि उन्होंने असम कांग्रेस अध्यक्ष की नई भूमिका संभालने से पहले या पिछले महीने पंचायत चुनाव प्रचार के दौरान पाकिस्तान जाने की बात क्यों नहीं स्वीकार की।
शर्मा ने कहा, "राहुल गांधी को 10 सितंबर को इस नियुक्ति पर पछतावा होगा। उन्हें (गोगोई को) बिल्कुल भी शर्म नहीं है। मैंने राजनीति में इतना बेशर्म व्यक्ति कभी नहीं देखा। वह सार्वजनिक रूप से स्वीकार करते हैं कि उनकी पत्नी और दोनों बच्चे विदेशी हैं, और उन्हें किसी की परवाह नहीं है।"
उन्होंने कहा, "चार सदस्यों वाले परिवार में तीन भारतीय नागरिक नहीं हैं। आप कौन से राष्ट्रवादी विचारों का प्रचार करने जा रहे हैं?... पार्टी की असम इकाई के लिए उन्होंने जो निर्णय लिया है, उसका खामियाजा पूरी कांग्रेस को भुगतना पड़ेगा।"
शर्मा ने दावा किया कि राहुल गांधी ने हमेशा पार्टी में "पाकिस्तान प्रेमियों" को बढ़ावा दिया है।
उन्होंने सवाल किया, "कांग्रेस हमेशा पाकिस्तान समर्थक रुख को बढ़ावा देती है। राहुल गांधी और गौरव गोगोई ने राफेल की खरीद का विरोध किया था। अब कल्पना कीजिए कि अगर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान हमारे पास विमान नहीं होता तो हमारी स्थिति क्या होती?"
गोगोई के इस बयान के बारे में पूछे जाने पर कि वह 12 साल पहले सिर्फ एक बार पाकिस्तान गए थे, जब उनकी पत्नी वहां काम कर रही थीं, शर्मा ने कहा, "मैं जिस यात्रा की बात कर रहा हूं, उसका उनकी पत्नी से कोई संबंध नहीं है। यह पाकिस्तान के गृह मंत्रालय के निमंत्रण पर की गई एक अलग यात्रा थी।"
उन्होंने यह भी दावा किया कि गोगोई ने 2021 में अपने बेटे का भारतीय पासपोर्ट सरेंडर कर दिया था, जब वह सात साल का था, लेकिन उनकी बेटी का जन्म इंग्लैंड में हुआ था।
शर्मा ने कहा, "हम 10 सितंबर को कार्रवाई करने जा रहे हैं। यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला है... इसका चुनावों से कोई संबंध नहीं है, जो आते-जाते रहेंगे।"
भाजपा नेता ने पूछा कि क्या गौरव गोगोई ने अपने पिता पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई को अपनी पाकिस्तान यात्रा के बारे में बताया था, क्योंकि उस समय वह राज्य सरकार का नेतृत्व कर रहे थे।
उन्होंने कहा, "यदि तरुण गोगोई को इसकी जानकारी थी, तो क्या उन्होंने विशेष शाखा को इसकी जानकारी दी और क्या उनके बेटे को ‘डीब्रीफिंग’ प्रक्रिया से गुजरना पड़ा? क्योंकि जब भी कोई दुश्मन देश का दौरा करता है, तो ‘डीब्रीफिंग’ की जाती है।"
असम के मुख्यमंत्री और भाजपा गोगोई पर उनकी पत्नी के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से कथित संबंध को लेकर हमला कर रहे हैं।
उन्होंने दावा किया था कि कोलबर्न ने भारत और पाकिस्तान के बीच 19 बार यात्रा की थी।
गोगोई ने पलटवार करते हुए पाकिस्तानी संबंध के आरोप को लेकर शर्मा की आलोचना की तथा घरेलू मुद्दों के कारण उनकी मानसिक स्थिति पर सवाल उठाया।
उन्होंने यहां तक कहा कि मुख्यमंत्री की टिप्पणी "हास्यास्पद, निराधार, पागलपन वाली और बकवास" है तथा वह बिनों तथ्यों के "आईटी सेल ट्रोल" की तरह व्यवहार कर रहे हैं।
भाषा
नोमान