तन के साथ-साथ मन को भी स्वस्थ बनाता है योग: आदित्यनाथ
आनन्द जोहेब
- 21 Jun 2025, 01:05 PM
- Updated: 01:05 PM
गोरखपुर/लखनऊ, 21 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर कहा कि योगाभ्यास तन के साथ-साथ मन को भी स्वस्थ बनाता है।
लखनऊ समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों में शनिवार को 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल राजभवन में हुए कार्यक्रम में शामिल हुईं जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य गाजियाबाद और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक लखनऊ में योग दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए।
राज्य में निर्धारित स्थानों पर सुबह सात बजे से विशेष योगाभ्यास सत्र शुरू हो गया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में महंत दिग्विजय नाथ स्मृति भवन सभागार में सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘योग हम सबके लिए भारत की ऋषि परंपरा का एक ऐसा मंत्र है, जो हमारे तन के साथ साथ मन को भी स्वस्थ बनाता है।”
योगी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सभी को हार्दिक बधाई देते हुए कहा, ‘‘भारतीय परंपरा ने प्राचीन काल से ही योग के बारे में हम सबको विस्तृत रूप से अवगत कराया है।’’
उन्होंने कहा कि वैसे भी शरीर स्वस्थ होने पर ही धर्म, काम, मोक्ष समेत कोई भी काम किया जा सकता है।
योगी ने कहा कि आध्यात्मिक उन्नयन, सांसारिक उत्कर्ष, किसी सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने का कार्य स्वस्थ शरीर के बगैर नहीं किया जा सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि योग भारत की ऋषि परंपरा का वह उपहार है, जिसे लोक कल्याण का माध्यम बनाकर भारत ने विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया।
उन्होंने कहा कि यह एक लंबी परंपरा है, जिसके अलग अलग आयाम देखने को मिलते हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में अलग-अलग स्थान पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जिनमें लखनऊ में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और जिलों में उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री शामिल हो रहे हैं।
योगी ने कहा कि आधुनिक युग में योग की परंपरा को आगे बढ़ाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने ही ने संयुक्त राष्ट्र में पहल करते हुए योग को वैश्विक मान्यता दिलाई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के ही प्रयास से 21 जून 2015 से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की शुरुआत हुई।
उन्होंने कहा कि आज भारत ही नहीं, दुनिया के 190 देश योग दिवस से जुड़े हुए हैं और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन भारत की ऋषि परंपरा के प्रति कृतज्ञापित करने और आने वाली पीढ़ी को विरासत से जोड़ने का प्रयास है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लाइव संबोधन देखा व सुना। इसके बाद उन्होंने सभागार में उपस्थित योग साधकों व प्रशिक्षुओं के साथ योग के विभिन्न आसनों, प्राणायाम, ध्यान का अभ्यास किया।
गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, सांसद रवि किशन शुक्ल समेत कई जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, योग साधकों, प्रशिक्षुओं और आम लोगों ने योगाभ्यास किया।
महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सभागार के अतिरिक्त भवन के बाहर और मंदिर परिसर के विभिन्न हिस्सों में भी सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के निर्देश पर राजभवन, लखनऊ में 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया।
शनिवार को सुबह छह बजे राजभवन परिसर स्थित बड़े लॉन में सामूहिक योगाभ्यास में राज्यपाल स्वयं शामिल हुईं। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में योग साधक, राजभवन के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए।
इस मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल पटेल ने लोगों को नियमित योगाभ्यास के लिए प्रेरित किया।
भाषा आनन्द