इंडिगो के कर्मचारी ने वरिष्ठों पर जाति आधारित दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया, प्राथमिकी दर्ज
संतोष नरेश
- 23 Jun 2025, 02:57 PM
- Updated: 02:57 PM
गुरुग्राम, 23 जून (भाषा) विमानन कंपनी इंडिगो के एक कर्मचारी ने अपने तीन वरिष्ठों के खिलाफ जाति आधारित दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। अधिकारियों ने बताया कि कर्मचारी ने शिकायत में आरोप लगाया कि कंपनी की एक बैठक के दौरान उसके तीन वरिष्ठों ने उसके खिलाफ जाति सूचक अभद्र टिप्पणी की।
हालांकि, इंडिगो ने इन दावों को ‘निराधार’ बताते हुए खारिज कर दिया है। कंपनी की ओर से कहा गया कि वह जरूरत पड़ने पर कानून प्रवर्तन एजेंसियों को अपना सहयोग देगी।
बेंगलुरु के शरण ए. (35) ने शिकायत दर्ज कराई है जिसके आधार पर शहर की पुलिस ने ‘जीरो प्राथमिकी’ दर्ज की है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि चूंकि घटना गुरुग्राम में हुई थी, इसलिए बेंगलुरु पुलिस ने मामले को गुरुग्राम पुलिस को स्थानांतरित कर दिया है।
उन्होंने बताया कि जीरो प्राथमिकी मिलने पर गुरुग्राम पुलिस ने रविवार को डीएलएफ फेज 1 थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। डीएलएफ फेज 1 थाने के प्रभारी राजेश कुमार ने कहा, ‘‘प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और जांच जारी है। हम तथ्यों की जांच कर रहे हैं और कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।’’
आरोपों का खंडन करते हुए इंडिगो ने कहा कि वह किसी भी तरह के उत्पीड़न के प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाती है।
शिकायतकर्ता के अनुसार, वह अनुसूचित जाति वर्ग के तहत आने वाले आदि द्रविड़ समुदाय से है और उसे कार्यस्थल पर कई बार जाति सूचक टिप्पणी का सामना करना पड़ा। प्राथमिकी में कहा गया है कि 28 अप्रैल को यहां एक बैठक के दौरान, इंडिगो के कर्मचारी तापस डे, मनीष साहनी और कैप्टन राहुल पाटिल ने शिकायतकर्ता के खिलाफ ‘अपमानजनक टिप्पणी’ की।
शरण ए. ने शिकायत में कहा, ‘‘जाति सूचक मौखिक दुर्व्यवहार, भेदभाव और धमकियां दी गईं। मुझे सबके सामने अपमानित किया गया...।’’
शरण ए. ने अपनी शिकायत में कहा, ‘‘इससे पहले भी मुझे लगातार और लक्षित उत्पीड़न और भेदभावपूर्ण दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा। मुझे बिना किसी दोष या सबूत के कई चेतावनी पत्र जारी किए गए। वेतन में कटौती, बिना किसी वैध कारण के बीमारी संबंधी छुट्टी में कटौती, कर्मचारियों की यात्रा और एसीएम से जुड़े विशेषाधिकार रद्द कर दिए गए... आरोपियों ने मुझ पर इस्तीफा देने का भी दबाव बनाया।’’
शिकायत में शरण ए. ने आरोप लगाया कि 28 अप्रैल की बैठक के दौरान उनके साथ जो कुछ हुआ उसके बारे में उन्होंने इंडिगो के सीईओ और आचार समिति को अवगत कराया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
भाषा संतोष