कनिष्क बरसी: कनाडा, आयरलैंड के राजनयिकों ने पीड़ितों के परिवारों के साथ एकजुटता प्रदर्शित की
आशीष अविनाश
- 24 Jun 2025, 01:00 AM
- Updated: 01:00 AM
नयी दिल्ली, 23 जून (भाषा) आयरलैंड और कनाडा के शीर्ष राजनयिक एअर इंडिया 182 कनिष्क विमान बम विस्फोट के पीड़ितों के परिवारों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए सोमवार को यहां आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए। यह आतंकवादी हमले की 40वीं बरसी के अवसर पर आयोजित किया गया।
एअर इंडिया 'कनिष्क' उड़ान संख्या 182 में 23 जून 1985 को लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे पर उतरने से 45 मिनट पहले विस्फोट हो गया था, जिससे विमान में सवार सभी 329 व्यक्ति मारे गए थे। इनमें से अधिकतर भारतीय मूल के कनाडाई थे।
विमान के यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के परिजन हर वर्ष पीड़ितों के लिए बनाए गए विभिन्न स्मारकों पर एकत्रित होते हैं।
यहां कनाडा उच्चायोग द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, दिल्ली में कनाडा उच्चायोग की प्रभारी जेनिफर डौबेनी और भारत में आयरिश राजदूत केविन केली आतंकवादी हमले की 40वीं बरसी पर कनाडा हाउस में आयोजित एक स्मृति कार्यक्रम में पीड़ित परिवारों के साथ शामिल हुए।
इसमें कहा गया कि भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और राजनयिक भी कार्यक्रम में शामिल हुए। अहमदाबाद में हाल में हुए विमान हादसे के पीड़ितों की याद में भी एक मिनट का मौन रखा गया।
इससे पहले, जयशंकर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘एअर इंडिया 182 'कनिष्क' बम विस्फोट की 40वीं बरसी पर, हम आतंकवाद के सबसे बुरे कृत्यों में से एक में जान गंवाने वाले 329 लोगों को याद करते हैं। यह याद दिलाता है कि दुनिया को आतंकवाद और हिंसक चरमपंथ को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने की नीति क्यों अपनानी चाहिए।’’
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि उन्होंने आयरलैंड के कॉर्क में अहाकिस्ता स्मारक पर कनिष्क बम विस्फोट पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने इस दौरान अपने संबोधन के दृश्य भी साझा किए।
उन्होंने कहा, ‘‘आयरलैंड के कॉर्क में अहाकिस्ता स्मारक पर एअर इंडिया कनिष्क विमान में हुए बम विस्फोट के पीड़ितों को आयरिश प्रधानमंत्री माइकल मार्टिन, कनाडाई लोक सुरक्षा मंत्री गैरी आनंदसांगरी और भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की।’’
कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने कहा कि उनकी सरकार "स्पष्ट रूप से" आतंकवाद के खिलाफ खड़ी है। उन्होंने 40 वर्ष पहले एअर इंडिया की उड़ान 182 कनिष्क पर हुए आतंकवादी हमले को ‘‘हमारे देश के इतिहास का सबसे घातक हमला" बताया।’’
प्रधानमंत्री कार्नी ने एक बयान में कहा, ‘‘40 साल पहले, एअर इंडिया की उड़ान 182 पर हुए बम विस्फोट में 268 कनाडाई नागरिकों सहित निर्दोष लोग मारे गए थे। यह आतंकवादी हमला हमारे देश के इतिहास का सबसे घातक हमला है- जिसे हमें कभी नहीं भूलना चाहिए।’’
बयान में कहा गया, ‘‘जैसा कि हम आतंकवाद के पीड़ितों के लिए राष्ट्रीय स्मृति दिवस मनाते हैं, हम एअर इंडिया बम विस्फोट के पीड़ितों और आतंकवाद के कारण अपनी जान गंवाने वाले अन्य लोगों को याद करते हैं।’’
भाषा आशीष