पंजाब: गैंगस्टर की मां के हत्यारों की धरपकड़ के लिए पुलिस टीम गठित,परिजनों ने शव रखकर धरना दिया
यासिर संतोष
- 28 Jun 2025, 09:22 PM
- Updated: 09:22 PM
चंडीगढ़, 28 जून (भाषा) जेल में बंद गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया की मां की हत्या के खिलाफ शनिवार को भगवानपुरिया के परिजनों ने अमृतसर-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग के समीप बटाला बाईपास पर शव को सड़क पर रखकर विरोध प्रदर्शन किया।
प्रतिद्वंद्वी गिरोह ने एक दिन पहले ही कथित रूप से गैंगस्टर की मां की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
पुलिस ने बताया कि मामले की जांच के लिए कई टीम गठित की गई है और भगवानपुरिया की मां हरजीत कौर (52) और उनके साथ मौजूद एक अन्य व्यक्ति पर बृहस्पतिवार रात गोलियां चलाने वाले हमलावरों की पहचान करने तथा उन्हें पकड़ने के लिए सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।
पंजाब के बटाला में कादियां रोड पर बृहस्पतिवार रात मोटरसाइकिल सवार हमलावरों द्वारा भगवानपुरिया की मां तथा उनके साथ मौजूद एक अन्य व्यक्ति करणवीर सिंह पर गोलीबारी की थी, जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुलिस ने बताया कि यह हमला उस समय किया गया जब हरजीत कौर और करणवीर सिंह, दोनों कार में सवार थे।
बटाला सिविल अस्पताल में चिकित्सकों ने करणवीर को मृत घोषित कर दिया, जबकि हरजीत को अमृतसर के एक अस्पताल में भेज दिया गया, लेकिन उनकी भी मौत हो गई।
भगवानपुरिया के परिवार ने कौर के शव को रखकर प्रदर्शन किया और हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार किए जाने की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता, वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
प्रदर्शन के कारण कुछ समय के लिए यातायात बाधित हुआ और पुलिस दल ने परिजन को धरना समाप्त करने के लिए मनाने का प्रयास किया तथा उन्हें न्याय मिलने का आश्वासन भी दिया गया।
पुलिस ने बताया कि हमलावरों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।
भगवानपुर की रहने वाली हरजीत कौर पिछले दो-तीन साल से बटाला में किराए के मकान में रह रही थी।
सोशल मीडिया पर पोस्ट में भगवानपुरिया के प्रतिद्वंद्वी गिरोह ने हमले की जिम्मेदारी ली, जिसमें संकेत दिया गया है कि करणवीर ही निशाना था।
हालांकि, इन पोस्टों की पुष्टि नहीं हो पाई है।
इस दावे के बारे में पूछे जाने पर पुलिस ने यह कहकर सवाल टाल दिया कि जांच की जा रही है।
मार्च में जेल में बंद गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया को स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने मादक पदार्थों के अवैध व्यापार की रोकथाम और स्वापक औषधि एवं मन:प्रभावी पदार्थ (पीआईटी-एनडीपीएस) अधिनियम के तहत हिरासत में लिया था। उसे बठिंडा के केंद्रीय कारागार से असम की सिलचर जेल में स्थानांतरित किया गया था।
भगवानपुरिया 2022 में हुए सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के सिलसिले में पंजाब पुलिस की हिरासत में था। इसके अलावा, वह कई अन्य मामलों में भी शामिल रहा है।
भाषा यासिर