शिअद ने आप सरकार से 'राजनीतिक प्रतिशोध' बंद करने को कहा
शुभम दिलीप
- 30 Jun 2025, 10:40 PM
- Updated: 10:40 PM
चंडीगढ़, 30 जून (भाषा) शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने सोमवार को आम आदमी पार्टी सरकार से उसकी "राजनीतिक प्रतिशोध" की नीति बंद करने को कहा और कहा कि वह कानून-व्यवस्था तथा मादक पदार्थ की समस्या जैसे लोगों से जुड़े प्रमुख मुद्दों पर उसके खिलाफ जन अभियान शुरू करेगी।
शिअद ने अपनी नवगठित कोर कमेटी की पहली बैठक आयोजित की, जिसकी अध्यक्षता पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने की।
बादल ने वरिष्ठ नेता गुलजार सिंह रानिके को आगामी तरनतारन उपचुनाव के लिए समन्वयक भी नियुक्त किया, जो आप विधायक कश्मीर सिंह सोहल के निधन के बाद आवश्यक हो गया है।
बैठक का ब्योरा देते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप की दिल्ली टीम द्वारा पंजाब में "आपातकाल" जैसे हालात पैदा किए जा रहे हैं, जो विपक्ष की आवाज को "दबाने" पर तुली हुई है।
उन्होंने आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज करने को लेकर आप सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "बिक्रम सिंह मजीठिया नियमित रूप से सरकार और उसके भ्रष्ट आचरण को उजागर कर रहे थे और यही कारण है कि उनके खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया गया है।"
समिति ने उन सभी राजनीतिक नेताओं को धन्यवाद दिया, जिन्होंने मजीठिया के साथ एकजुटता व्यक्त की थी और उनके खिलाफ "जासूसी" करने के लिए आप सरकार की निंदा की थी।
चीमा ने कहा कि मजीठिया के खिलाफ 2021 के मादक पदार्थ मामले की तरह आय से अधिक संपत्ति का मामला भी खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा, "शिअद आप सरकार को बेनकाब करना जारी रखेगा, क्योंकि वह लोगों से किए गए किसी भी वादे को पूरा करने में विफल रही है।"
उन्होंने कहा, "पंजाब गैंगस्टर और मादक पदार्थ माफिया के चंगुल में फंसा हुआ है, जो यहां राज कर रहे हैं। कानून-व्यवस्था की स्थिति अब तक की सबसे खराब स्थिति में है। पूरा शासन बाहरी लोगों को सौंप दिया गया है, जिन्हें शीर्ष पदों पर बिठा दिया गया है।"
समिति ने प्रसिद्ध अभिनेता दिलजीत दोसांझ के साथ भी एकजुटता व्यक्त की तथा कहा कि उन्हें गलत तरीके से सताया जा रहा है।
समिति ने कहा कि दोसांझ को अनावश्यक विवाद में उलझाया जा रहा है तथा नफरत की राजनीति को हतोत्साहित करने के प्रयास किए जाने चाहिए।
दोसांझ को अपनी नवीनतम फिल्म "सरदार जी 3" में पाकिस्तानी अभिनेत्री हनिया आमिर को मौका देने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
भाषा
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