नानकमत्ता में नशीले पदार्थ बनाने वाली फैक्टरी का पर्दाफाश, गिरोह का सरगना गिरफ्तार
दीप्ति सिम्मी
- 15 Jul 2025, 10:15 PM
- Updated: 10:15 PM
देहरादून, 15 जुलाई (भाषा) उत्तराखंड विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और पुलिस ने नशे के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाकर उधमसिंह नगर जिले के नानकमत्ता क्षेत्र में नशीला पदार्थ एमडीएमए बनाने वाली एक फैक्टरी का पर्दाफाश करते हुए इससे जुड़े गिरोह के सरगना को गिरफ्तार कर लिया है।
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि एसटीएफ के मादक द्रव्य रोधी कार्य बल की कुमांयू इकाई तथा पिथौरागढ़, चंपावत एवं उधमसिंह नगर पुलिस की इस संयुक्त कार्रवाई में मुंबई से लेकर नेपाल तक फैले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए एमडीएमए बनाने में प्रयुक्त होने वाले प्रतिबंधित ‘प्रीकर्सर’ रसायनों की एक बड़ी खेप भी बरामद की गयी है ।
उन्होंने बताया कि नानकमत्ता क्षेत्र में साहनी नर्सरी तिराहे पर स्थित फैक्टरी में एमडीएमए बनाने वाले गिरोह के मुख्य सरगना कुनाल राम कोहली को सोमवार को गिरफ्तार किया गया ।
सेठ ने बताया कि इस दौरान इस नशीले पदार्थ को तैयार करने में प्रयुक्त होने वाले विभिन्न प्रकार के ‘प्रीकर्सर’ रसायन या कच्चा माल भी बरामद किया गया।
उन्होंने बताया कि फैक्टरी से 126 लीटर रसायन, 28 किलोग्राम पाउडर तथा 7.41 ग्राम तैयार एमडीएमए बरामद किया गया।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में नानकमत्ता पुलिस थाने में स्वापक औषधि एवं मन: प्रभावी पदार्थ अधिनियम (एनडीपीएस) अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सेठ ने बताया कि बरामद किए गए रसायन प्रतिबंधित रसायन की श्रेणी में आते हैं जिनका बिना लाइसेंस क्रय-विक्रय एवं परिवहन करना गैर कानूनी है ।
सेठ के साथ मौजूद उत्तराखंड एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि महाराष्ट्र के ठाणे में इस वर्ष 31 मई को नशीले पदार्थों के दो संदिग्ध तस्करों को गिरफ्तार कर उनके पास से 11 ग्राम एमडीएमए बरामद किया गया था।
भुल्लर ने बताया कि इन संदिग्ध तस्करों ने पूछताछ में उत्तराखंड-नेपाल सीमा पर पिथौरागढ़ जिले के थल क्षेत्र में मोनू गुप्ता तथा कुनाल कोहली नाम के व्यक्तियों द्वारा एमडीएमए की फैक्टरी चलाए जाने की जानकारी दी थी जहां से वे मुंबई समेत अन्य राज्यो में नशीले पदार्थों की आपूर्ति करते हैं।
उन्होंने बताया कि इस सूचना पर ठाणे एवं पिथौरागढ़ पुलिस ने 26 जून को थल में मुर्गी फार्म की आड़ में चलाई जा रही फैक्टरी पर छापा मारा जहां से उन्हें ‘प्रीकर्सर’ रसायन बरामद हुआ लेकिन वहां कोई आरोपी नहीं मिला ।
भुल्लर ने बताया कि हालांकि बाद में ठाणे पुलिस ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में पलिया-नेपाल सीमा से मोनू गुप्ता को उसके दो साथियों भीम यादव एवं अमन कोहली के साथ गिरफ्तार कर लिया लेकिन कुनाल कोहली अपने साथी राहुल कुमार और विक्रम के साथ नेपाल भाग गया।
इस बीच, मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 11 जुलाई को चंपावत के बनबसा में आरोपी राहुल कुमार की पत्नी ईशा को शारदा नहर के किनारे से उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वह अपने पति के कहने पर 10.23 करोड़ रुपये की कीमत की 5.688 किलोग्राम एमडीएमए को शारदा नहर में फेंकने जा रही थी। उससे पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर चंपावत पुलिस ने राहुल कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया ।
इस बीच, उत्तराखंड पुलिस लगातार नेपाल पुलिस के अधिकारियों के साथ जानकारियां साझा करती रही जिसके फलस्वरूप कोहली को सोमवार को नानकमत्ता क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। कोहली बनबसा के अलावा ठाणे में भी एनडीपीएस अधिनियम के तहत दर्ज मामले में फरार था ।
गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर बरामद ‘प्रीकर्सर’ रसायनों से करीब छह किलो एमडीएमए का निर्माण किया जाना था जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 12 करोड़ रुपये होती ।
पूछताछ में कोहली ने बताया कि पिथौरागढ़ फैक्टरी के बारे में पुलिस को पता चलने पर उसने अपने साथियों के साथ मिलकर नानकमत्ता में फैक्टरी लगा ली थी ।
भुल्लर ने बताया कि एमडीडीए तैयार करने में प्रयुक्त होने वाले रसायनों को जिन कंपनियों से मंगाया जा रहा था, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी ।
सेठ ने इस कार्रवाई में शामिल पुलिस दल को एक लाख रुपये का इनाम दिए जाने की घोषणा की है।
उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ की जा रही कार्रवाई केवल आरोपियों की गिरफ्तारी तक सीमित नहीं रहेगी बल्कि उनकी पूरी वित्तीय श्रृंखला की गहराई से जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह पता लगाया जा रहा है कि ये लोग नशे के कारोबार से कैसे धन अर्जित कर रहे हैं तथा इस धन को किस गतिविधि में लगा रहे हैं। इस अवैध आय से अर्जित संपत्तियों को जब्त किया जा रहा है।’’
भाषा दीप्ति