थाईलैंड और कंबोडिया के बीच जारी संघर्ष से हजारों लोगों को होना पड़ा विस्थापित
एपी जोहेब माधव
- 26 Jul 2025, 05:06 PM
- Updated: 05:06 PM
सुरिन (थाईलैंड), 26 जुलाई (एपी) थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा पर शनिवार को लगातार तीसरे दिन संघर्ष जारी रहा, जिसमें अब तक कुल 33 लोग मारे जा चुके हैं और 168,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।
दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर फिर से हमले करने का आरोप लगाया है। दोनों पर युद्ध विराम के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है।
कई सीमावर्ती गांवों के पास गोलीबारी की खबरें आई है, जिससे लड़ाई और बढ़ गई है। बृहस्पतिवार को सीमा पर एक बारूदी सुरंग में विस्फोट होने सेपांच थाई सैनिकों के घायल होने के बाद संघर्ष फिर से भड़क गया। कंबोडियाई और थाई अधिकारियों ने जवाबी कार्रवाई करने का दावा किया है।
दोनों देशों ने अपने राजदूतों को वापस बुला लिया है। थाईलैंड ने कंबोडिया से लगी अपनी उत्तर-पूर्वी सीमा को बंद कर दिया है।
कंबोडिया के अधिकारियों ने शनिवार को 12 और लोगों की मौत होने की सूचना दी, जिससे देश में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 13 हो गई।
दूसरी ओर थाईलैंड के अधिकारियों ने कहा कि एक सैनिक की मौत के बाद मृतकों की संख्या 20 हो गई, जिनमें अधिकतर आम लोग हैं।
क्षेत्रीय समूह दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (आसियान) पर अपने दोनों सदस्य देशों के बीच तनाव कम करने का दबाव बढ़ रहा है। शुक्रवार को एक आपात बैठक के दौरान, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने तनाव कम करने का आह्वान किया और आसियान से शांतिपूर्ण समाधान के लिए मध्यस्थता कराने की अपील की।
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच 800 किलोमीटर लंबी सीमा दशकों से विवादित रही है, लेकिन पिछले टकराव सीमित और संक्षिप्त रहे हैं।
मौजूदा तनाव मई में तब शुरू हुआ जब एक टकराव में एक कंबोडियाई सैनिक की मौत हो गई। इससे कूटनीतिक तनाव पैदा हो गया और थाईलैंड की घरेलू राजनीति में उथल-पुथल मच गई।
कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि थाईलैंड ने शनिवार तड़के पुरसात प्रांत में कई जगहों पर पांच भारी तोपों से गोले दागे।
कंबोडिया ने इसे "अकारण और पूर्वनियोजित आक्रामक कार्रवाई" बताया।
मंत्रालय की प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल माली सोचेता ने कहा कि कोह कांग प्रांत में तनाव बढ़ गया है, जहां कथित तौर पर चार थाई नौसैनिक जहाज तट के पास पहुंच गए हैं जबकि चार अन्य रास्ते में हैं।
उन्होंने कहा कि नौसैनिकों तैनाती एक“आक्रामक कार्रवाई” है जिससे तनाव और बढ़ने का खतरा है।
माली सोचेता ने कहा कि दो दिनों की लड़ाई में सात आम लोग और पांच सैनिकों की मौत हुई है।
थाईलैंड की सेना ने कंबोडियाई नागरिक स्थलों को निशाना बनाने से इनकार किया है और कंबोडिया पर आवासीय क्षेत्रों के पास हथियार तैनात करके "मानव ढाल" का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
इस बीच, थाईलैंड की नौसेना ने शनिवार को एक बयान में कंबोडियाई बलों पर ट्राट प्रांत में एक फिर से हमला शुरू करने का आरोप लगाया और कहा कि थाई बलों ने तेजी से जवाब दिया।
थाईलैंड की सेना ने कहा, “तीन प्रमुख बिंदुओं पर कंबोडियाई घुसपैठ को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया गया।
थाईलैंड ने चेतावनी देते हुए कहा कि "आक्रामकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।"
इस पहले, शुक्रवार देर रात संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने न्यूयॉर्क में एक आपातकालीन बैठक की, जबकि मलेशिया ने दोनों देशों से संघर्ष समाप्त करने का आह्वान किया और मध्यस्थता की पेशकश की।
मलेशिया फिलहाल 10 देशों के समूह आसियान की अध्यक्षता कर रहा है।
सुरक्षा परिषद ने कोई बयान जारी नहीं किया, लेकिन परिषद के एक राजनयिक ने बताया कि सभी 15 सदस्यों ने थाईलैंड और कंबोडिया से तनाव कम करने, संयम बरतने और विवाद को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने का आह्वान किया है।
राजनयिक ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि परिषद ने दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) से सीमा पर जारी झड़प को सुलझाने में मदद करने का आग्रह किया। यह बैठक निजी थी।
संयुक्त राष्ट्र में कंबोडिया के राजदूत छिया केओ ने बाद में संवाददाताओं को बताया कि उनके देश ने इस संघर्ष के संबंध में आपातकालीन बैठक का आह्वान किया था। उन्होंने कहा, ‘‘हमने बिना शर्त तत्काल संघर्ष विराम की मांग की है और हम विवाद के शांतिपूर्ण समाधान का भी आह्वान करते हैं।’’
उन्होंने कंबोडिया द्वारा थाईलैंड पर हमला करने के आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बिना वायुसेना वाला एक छोटा देश अपने से तीन गुना बड़ी सेना वाले देश पर कैसे हमला कर सकता है। केओ ने कहा कि हमने हमला नहीं किया था।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने दोनों पक्षों से संयम बरतने का आग्रह किया है।
केओ ने कहा कि सुरक्षा परिषद ने दोनों पक्षों से “अधिकतम संयम बरतने और कूटनीतिक समाधान पर विचार करने’’ का आह्वान किया है। वहीं, कंबोडिया ने भी यही मांग की है।
जब उनसे पूछा गया कि उन्हें आने वाले समय में क्या उम्मीद है तो राजदूत ने कहा, ‘‘देखते हैं कि वहां सभी सदस्य इस अपील पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।’’
संयुक्त राष्ट्र में थाईलैंड के राजदूत पत्रकारों से बात किए बिना ही बैठक से चले गए।
थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री फुमथाम वेचायाचाई ने शुक्रवार को कहा कि नागरिकों की मौत और एक अस्पताल को हुए नुकसान के लिए कंबोडिया दोषी हो सकता है। उन्होंने कहा कि थाईलैंड ने कंबोडिया के “उकसावे और आक्रमण के सामने अत्यंत संयम और धैर्य” बरता है।
थाईलैंड की सेना ने शुक्रवार तड़के सीमा के कई इलाकों में झड़पों की जानकारी दी, जिनमें प्राचीन टी. मुएन थोम मंदिर के पास भी झड़प हुई थी। इस मंदिर पर दोनों देश दावा करते हैं।
एपी जोहेब