तमिलनाडु में आईटी पेशेवर की हत्या: द्रमुक सहयोगियों ने ‘झूठी शान के लिए हत्या’ के खिलाफ कानून की मांग की
पारुल प्रशांत
- 29 Jul 2025, 08:56 PM
- Updated: 08:56 PM
तिरुनेलवेली/चेन्नई, 29 जुलाई (भाषा) तमिलनाडु में अनुसूचित जाति (एससी) से ताल्लुक रखने वाले एक आईटी पेशेवर की “झूठी शान के लिए हत्या” किए जाने का मामला सामने आने के बाद राज्य में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के सहयोगी दलों ने ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए अलग कानून बनाने की मंगलवार को मांग की।
कविन सेल्वागणेश (27) चेन्नई की एक सॉफ्टवेयर कंपनी में इंजीनियर के रूप में काम करता था। एक युवक ने अंतरजातीय प्रेम संबंधों के संदेह में रविवार को तिरुनेवली में एक सिद्ध प्रतिष्ठान के पास कविन की धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी थी।
द्रमुक की सहयोगी विदुथालाई चिरुथैगल कच्ची (वीसीके) के अध्यक्ष थोल थिरुमावलवन ने “झूठी शान के लिए हत्या” के मामलों पर लगाम लगाने के लिए अलग कानून बनाने की मांग की।
थिरुमावलवन ने एक बयान में कहा, “बताया जा रहा है कि “झूठी शान के लिए हत्या” के इस जघन्य मामले में शामिल युवती के माता-पिता को गिरफ्तार नहीं किया गया है। उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और (पुलिस) सेवा से बर्खास्त किया जाना चाहिए।”
उन्होंने निष्पक्ष जांच के लिए मामले को एक विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंपने की मांग की।
थिरुमावलवन ने कहा, “यह बेहद दुखद है कि अंतरजातीय प्रेम संबंधों के संदेह में की जाने वाली हत्याएं और हमले अब भी जारी हैं, खासकर दक्षिणी जिलों में। हम इस तरह के जाति-आधारित अत्याचारों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस विभाग में एक समर्पित खुफिया इकाई के गठन की अपनी मांग दोहराते हैं।”
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के प्रदेश सचिव पी. षणमुगम ने भी राज्य सरकार से “झूठी शान के लिए हत्या” के मामलों पर लगाम लगाने के लिए कानून बनाने की मांग की।
षणमुगम ने एक बयान में कहा, “तमिलनाडु के कई हिस्सों, खासकर दक्षिणी जिलों में ऐसी जातीय हत्याएं चिंता का विषय हैं। सरकार का तर्क है कि मौजूदा आपराधिक कानून पर्याप्त हैं, लेकिन लगातार हो रही जातीय हत्याएं एक नये कानून की आवश्यकता को रेखांकित करती हैं।”
उन्होंने कविन के परिवार के लिए उचित मुआवजा और सरकारी नौकरी की भी मांग की।
कविन की हत्या के आरोप में एस. सुरजीत नाम के युवक को 28 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया गया। स्थानीय अदालत ने सुरजीत को पुलिस हिरासत में भेज दिया।
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, सुरजीत के माता-पिता सरवनन और कृष्णकुमारी पुलिस उपनिरीक्षक (एसआई) हैं और घटना के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कविन के माता-पिता को सांत्वना देने और सहायता राशि प्रदान करने के लिए उसके घर पहुंचे। हालांकि, उसके माता-पिता ने सहायता राशि लेने से इनकार कर दिया और अपने बेटे की हत्या में कथित तौर पर शामिल एसआई दंपति की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
पुलिस के अनुसार, एसआई दपंति और उनके बेटे सुरजीत के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि पीड़ित कविन 27 जुलाई को सिद्ध चिकित्सक युवती से अपने दादा की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में परामर्श करने के लिए केटीसी नगर गया था।
उसने बताया कि युवती के भाई सुरजीत ने कविन को रोका और बातचीत के लिए घर बुलाया।
पुलिस के मुताबिक, सुरजीत पर भरोसा करके कविन उसके साथ वहां से निकला, लेकिन रास्ते में सुरजीत ने अचानक अपना दोपहिया वाहन रोका, दरांती निकाली और कविन पर हमला कर दिया।
पुलिस के अनुसार, कविन ने भागने की कोशिश की, लेकिन सुरजीत ने उसे पकड़ लिया और उसकी हत्या कर दी।
इस बीच, कविन के परिजनों ने न्याय की मांग को लेकर मंगलवार को पड़ोसी तूतीकोरिन जिले में विरोध-प्रदर्शन किया। बताया जा रहा है कि इस दौरान कविन के एक रिश्तेदार ने आत्मदाह की कोशिश की, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उस पर पानी डालकर उसे बचा लिया।
भाषा पारुल