सैन्य अधिकारी ने मुझे घूंसे, थप्पड़ मारे; मैं तो बस अपना काम कर रहा था: स्पाइसजेट का कर्मचारी
आशीष नरेश
- 04 Aug 2025, 04:45 PM
- Updated: 04:45 PM
श्रीनगर, चार अगस्त (भाषा) पिछले महीने श्रीनगर हवाई अड्डे पर एक सैन्य अधिकारी द्वारा कथित तौर पर की गई मारपीट में घायल हुए स्पाइसजेट के कर्मचारी मुदसिर अहमद खान ने कहा कि उन्हें अपना काम ईमानदारी से करने के लिए निशाना बनाया गया।
उन्होंने ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
लेफ्टिनेंट कर्नल आर के सिंह ने 26 जुलाई को एयरलाइन के चार कर्मचारियों पर उस समय हमला किया था, जब खान ने सैन्य अधिकारी से स्पाइसजेट द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुसार अतिरिक्त केबिन सामान के लिए भुगतान करने को कहा था।
खान ने श्रीनगर स्थित अपने घर से ‘पीटीआई वीडियो’ को बताया, "मैंने देखा कि वह व्यक्ति दो केबिन बैग ले जा रहा था और मैंने उन्हें एक तरफ खड़े होने को कहा ताकि सामान का वजन किया जा सके। केबिन बैग के लिए सात किलोग्राम की अनुमति के विपरीत, वह व्यक्ति दो बैग ले जा रहा था जिनका वजन 16 किलोग्राम था।"
हमले के कारण रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर होने के बाद से खान बिस्तर पर हैं।
खान ने कहा कि उन्होंने सैन्य अधिकारी से अतिरिक्त सामान का भुगतान करने को कहा, लेकिन वह क्रोधित हो गए और उनके तथा अन्य सहकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया तथा हिंसक हो गए।
खान ने कहा, "उन्होंने मुझे बैग से मारा, तब तक घूंसे मारे और थप्पड़ मारे, जब तक कि मेरे मुंह और नाक से खून नहीं निकलने लगा। फिर मैं बेहोश हो गया। बाद में मैंने वीडियो में देखा कि वह किसी को मुझे उठाने भी नहीं दे रहे थे। उन्होंने चार कर्मचारियों के साथ भी मारपीट की।"
खान ने कहा कि उन्होंने लेफ्टिनेंट कर्नल सिंह को सिर्फ़ अपनी ड्यूटी के तहत रोका था। उन्होंने कहा, "अगर मैं ग़लत होता, तो बात अलग होती। एयरलाइन टिकट पर हर यात्री के लिए सामान की सीमा साफ़ तौर पर लिखी होती है, लेकिन उस व्यक्ति ने दावा किया कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। मैं तो बस अपना काम ईमानदारी से कर रहा था।"
खान ने दोषी सैन्य अधिकारी को उसके हिंसक कृत्यों के लिए दंडित करने की मांग करते हुए कहा, "जो मेरे साथ हुआ, वह किसी और के साथ भी हो सकता है। इसलिए उन्हें निश्चित रूप से इसके लिए दंडित किया जाना चाहिए।"
पुलिस ने पिछले सप्ताह श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक निजी एयरलाइन के चार कर्मचारियों पर कथित रूप से हमला करने और उन्हें घायल करने के आरोप में सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
अतिरिक्त सामान शुल्क के भुगतान पर असहमति के बाद स्पाइसजेट एयरलाइन के कर्मचारियों पर हमला करने के लिए सिंह के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 115 (जानबूझकर चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
लेफ्टिनेंट कर्नल सिंह ने मारपीट का आरोप लगाते हुए पुलिस में जवाबी शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद एयरलाइन कर्मचारियों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है।
जब यह घटना हुई, तब सैन्य अधिकारी स्पाइसजेट की दिल्ली जाने वाली उड़ान में सवार होने वाले थे। सिंह वर्तमान में बारामूला जिले के गुलमर्ग में सेना के हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल (एचएडब्ल्यूएस) में तैनात हैं।
घटना के बारे में पूछे जाने पर, सैन्य अधिकारियों ने कहा कि मामले में प्राधिकारियों को पूरा सहयोग दिया जा रहा है।
श्रीनगर स्थित जनसंपर्क अधिकारी (रक्षा) ने एक बयान में कहा कि सेना अनुशासन और आचरण के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और सभी आरोपों को गंभीरता से लेती है।
यह घटना कैमरे में दर्ज हो गई और घटना का वीडियो कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामने आया है, जिसमें कथित तौर पर क्रोधित सैन्य अधिकारी कई एयरलाइन कर्मचारियों को लोहे के स्टैंड से पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं।
एयरलाइन ने घटना के बारे में एक विस्तृत बयान जारी करते हुए कहा कि हमले के चार पीड़ितों में से एक को रीढ़ की हड्डी में चोटें आई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि नागर विमानन नियमों के अनुसार, यात्री को उड़ान प्रतिबंध सूची में डालने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
स्पाइसजेट ने एक बयान में कहा, "26 जुलाई को श्रीनगर से दिल्ली जाने वाली उड़ान संख्या एसजी-386 के बोर्डिंग गेट पर एक यात्री ने स्पाइसजेट के चार कर्मचारियों पर गंभीर हमला किया। घूंसे, बार-बार लात मारने और कतार वाले स्टैंड के हमले से हमारे कर्मचारी की रीढ़ की हड्डी टूट गई और जबड़े में गंभीर चोटें आईं।’’
एयरलाइन के अनुसार, एक कर्मचारी बेहोश होकर ज़मीन पर गिर पड़ा, लेकिन यात्री उसे लात-घूंसों से पीटता रहा।
स्पाइसजेट ने कहा, ‘‘एक अन्य कर्मचारी के जबड़े पर ज़ोरदार लात लगने से उसकी नाक और मुंह से खून बहने लगा। वह बेहोश हुए अपने सहकर्मी की मदद के लिए नीचे झुका था।”
स्पाइसजेट ने कहा कि यात्री एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी है और वह दो केबिन बैग ले जा रहा था, जिनका कुल वज़न 16 किलोग्राम था, जो सात किलोग्राम की मान्य सीमा से दोगुना से भी ज़्यादा था।
बयान के अनुसार, ‘‘जब यात्री को विनम्रतापूर्वक अतिरिक्त सामान के बारे में बताया गया और लागू शुल्क का भुगतान करने के लिए कहा गया, तो उन्होंने इनकार कर दिया और वह बिना बोर्डिंग प्रक्रिया पूरी किए ही ज़बरदस्ती एयरोब्रिज में घुस गए - जो विमानन सुरक्षा प्रोटोकॉल का स्पष्ट उल्लंघन था। सीआईएसएफ के एक अधिकारी ने उन्हें गेट तक वापस पहुंचाया।’’
एयरलाइन ने कहा कि गेट पर यात्री का व्यवहार और भी आक्रामक हो गया।
फिलहाल यह पता नहीं चल सका कि घटना के बाद यात्री को हवाई अड्डे पर हिरासत में लिया गया या नहीं।
स्पाइसजेट ने नागर विमानन मंत्रालय को भी पत्र लिखकर अपने कर्मचारियों पर हुए ‘‘जानलेवा हमले’’ के बारे में जानकारी दी है और यात्री के खिलाफ उचित कार्रवाई का अनुरोध किया है।
एयरलाइन ने कहा कि उसने हवाई अड्डा अधिकारियों से घटना की सीसीटीवी फुटेज हासिल कर ली है और उसे पुलिस को सौंप दिया है।
सैन्य अधिकारियों ने कहा कि यह मामला भारतीय सेना के संज्ञान में आ गया है और "हम लंबित जांच के निष्कर्ष का इंतजार कर रहे हैं।"
भाषा आशीष