एटा पुलिस की हिरासत में जान गंवाने वाले किशोर के परिजनों से मिले मंत्री, निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया
सं आनन्द खारी
- 04 Aug 2025, 09:52 PM
- Updated: 09:52 PM
एटा (उप्र), चार अगस्त (भाषा) एटा जिले में पुलिस की कथित पिटाई से एक किशोर की मौत के तीन दिन बाद उत्तर प्रदेश सरकार के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने सोमवार को मृतक के परिवार से मुलाकात की और निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया।
मंत्री ने निधौली कला क्षेत्र के चंद्रभानपुर गांव में शोकाकुल परिवार से उनके घर जाकर मुलाकात की और संवेदना व्यक्त की।
एटा के प्रभारी मंत्री सिंह ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लिया है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस हिरासत में कथित तौर पर पिटाई के बाद किशोर सत्यवीर कुमार की मौत हो गई थी। परिवार ने दावा किया कि मार्च में एक लापता लड़की से जुड़े मामले में पुलिस ने उसे हिरासत में लिया था।
मामले में एक उप निरीक्षक सहित दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है, वहीं जिला प्रशासन ने घटना की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है।
मंत्री संदीप सिंह ने कहा, ‘‘जांच जलेसर के क्षेत्राधिकारी द्वारा की जा रही है। प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए पुलिसकर्मियों को पहले ही लाइन हाजिर कर दिया गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी निर्दोष को फंसाया नहीं जाएगा और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। मैं व्यक्तिगत रूप से घटनाक्रम पर नजर रख रहा हूं।’’
मृतक किशोर की भाभी ने प्रभारी मंत्री से सवाल करते हुए कहा, “पुलिस लड़की को बरामद नहीं करना चाहती, जो इस पूरी घटना की जड़ है। उसके पिता ने गांव के 22 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है और पुलिस निर्दोषों को प्रताड़ित कर रही है। क्या सिर्फ गांव वालों पर कार्रवाई होगी? लड़की को बरामद कर उससे पूछा जाए कि वह किसके साथ गई।”
परिजनों ने मंत्री से थाने की सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक करने की भी मांग की।
पीड़ित परिवार के अधिवक्ता ने भी आरोप लगाया, ‘‘पुलिस मात्र आधे मिनट का वीडियो दिखा रही है हमें ही दोषी बनाने का प्रयास कर रही है, जबकि संपूर्ण वीडियो में असल घटनाक्रम स्पष्ट हो सकता है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस परिवार के सदस्यों पर अपना बयान बदलने का दबाव बना रही है।
मंत्री सिंह ने परिवार को आश्वासन दिया कि जांच में कोई पक्षपात नहीं होगा और पुलिस की भूमिका की पूरी जांच की जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘पीड़ितों को न्याय दिलाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।’’
भाषा सं आनन्द