‘ऑपरेशन सिंदूर’: राजग ने प्रधानमंत्री को सम्मानित किया, मोदी ने गठबंधन और शाह की प्रशंसा की
धीरज संतोष
- 05 Aug 2025, 08:38 PM
- Updated: 08:38 PM
(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, पांच अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सांसदों को मंगलवार को करीब एक साल से अधिक समय के अंतराल के बाद संबोधित करते हुए स्वाभाविक और जैविक गठबंधन के रूप में इसकी (गठबंधन) सामूहिक पहचान स्थापित करने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि 1998 में राजग की स्थापना के बाद से इसकी यात्रा सफलताओं से भरी हुई है तथा इसमें और भी कई उपलब्धियां हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राजग के अन्य घटक दलों को सत्तारूढ़ गठबंधन के हिस्से के रूप में विभिन्न कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ क्षेत्रों में उनकी अपनी पार्टी अपने सहयोगियों की तुलना में कमजोर हो सकती है।
राजग के संसदीय दल की पिछली बैठक दो जुलाई, 2024 को हुई थी। करीब एक साल के अंतराल पर मंगलवार को हुई राजग संसदीय दल की बैठक में मोदी को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की प्रतिक्रिया को व्यवस्थित करने में उनके ‘असाधारण नेतृत्व’ के लिए सम्मानित किया गया और एक प्रस्ताव में ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव के दौरान सशस्त्र बलों की भी उनके ‘बेजोड़ साहस’ और ‘अटूट प्रतिबद्धता’ के लिए प्रशंसा की गई।
मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि अमित शाह गृह मंत्री के पद पर सबसे अधिक समय तक रहने वाले व्यक्ति बन गए हैं और उन्होंने 1998 में राजग के सह-संस्थापक भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को पीछे छोड़ दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘यह तो बस शुरुआत है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि अभी लंबा रास्ता तय करना है। इससे सांसदों के बीच इस बयान के निहितार्थ को लेकर चर्चा शुरू हो गई।
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने बाद में संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री ने राजग की लंबी और सफल यात्रा के संदर्भ में बात की और कहा कि यह सरकार और भी कई उपलब्धियां हासिल करेगी।
मोदी सरकार के 2019 में शुरू हुए दूसरे कार्यकाल के बाद से अमित शाह लगातार छह साल 65 दिन से देश के गृहमंत्री हैं। उनके कार्यकाल में सरकार की कई उल्लेखनीय उपलब्धियां रही हैं, जिनमें अनुच्छेद 370 को निरस्त करना और सफल नक्सल विरोधी अभियान शामिल हैं।
सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष को आतंकवादी हमले और भारत की सैन्य कार्रवाई पर बहस कराने के अपने फैसले पर पछतावा हो रहा होगा, क्योंकि चर्चा के दौरान यह बात उजागर हो गई।
मोदी ने याद दिलाया कि उन्होंने लोकसभा में अपने जवाब की शुरुआत इस बात से की थी कि वे ‘भारत का रुख’ प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने राजग के वक्ताओं द्वारा उठाए गए बिंदुओं की प्रशंसा की थी।
मोदी ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। इससे एक दिन पहले ही पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष को उच्चतम न्यायालय द्वारा इस दावे के लिए फटकार लगाई गई थी कि मौजूदा सरकार में चीन भारतीय भूमि पर अतिक्रमण कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी का नाम लिये बिना कहा कि भारत की जमीन और सुरक्षा के बारे में बचकानी और निराधार टिप्पणियां करते हैं और अदालत ने उन्हें सबक सिखाया है।
सूत्रों के मुताबिक मोदी ने आगामी कार्यक्रमों जैसे तिरंगा यात्रा, जिसे भाजपा हर साल स्वतंत्रता दिवस से पहले मनाती है, और राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस, जो 23 अगस्त को मनाया जाता है, के बारे में बात की। प्रधानमंत्री ने सांसदों से कहा कि उन्हें राजग के सदस्यों के रूप में इनमें उत्साहपूर्वक भाग लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कुछ स्थानों पर हो सकता है कि भाजपा अपने कुछ सहयोगियों जितनी मजबूत नहीं हो, लेकिन राजग सहयोगी के तौर पर सभी सदस्यों को एक साथ मिलकर काम करना चाहिए।
बैठक में मौजूद सूत्रों ने बताया कि राजग के नेता प्रधानमंत्री का व्यापक संदेश गठबंधन में एकजुटता और समन्वय बनाए रखने के बारे में था।बैठक के दौरान सहयोगी दलों के नेता भाजपा नेतृत्व के साथ अग्रिम पंक्ति में मौजूद थे।
भाजपा और उसके सहयोगी 28 राज्यों में से 19 में सत्ता में हैं और बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
मोदी ने कहा कि पांच अगस्त एक ऐतिहासिक दिन था क्योंकि 2019 में इसी दिन पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य को विशेष अधिकार देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया था। 2020 में इसी दिन अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन भी हुआ था।
उन्होंने कहा कि राजग सरकार ने संविधान का सही अर्थों में पालन किया है।
भाजपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसदों ने जून 2024 में सरकार बनने के बाद से संसद के सत्रों के दौरान अपनी दूसरी ऐसी बैठक यहां की।
राजग ने प्रस्ताव में 22 अप्रैल को पहलगाम में पाकिस्तान से संबद्ध आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले में जान गंवाने वाले 26 नागरिकों को श्रद्धांजलि दी।
प्रस्ताव में मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा गया, ‘‘ राजग संसदीय दल इस कठिन समय में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रदर्शित असाधारण नेतृत्व की सराहना करता है। उनके अटूट संकल्प, दूरदर्शी राजनेता और दृढ़ नेतृत्व ने न केवल राष्ट्र को उद्देश्यपूर्ण दिशा दी है, बल्कि सभी भारतीयों के दिलों में एकता और गौरव की नई भावना भी प्रज्जवलित की है।’’
इसमें कहा गया है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद मोदी ने यह सुनिश्चित किया कि विभिन्न दलों के 59 सांसद 32 देशों का दौरा करें और वहां भारत का दृष्टिकोण प्रस्तुत करें। यह भारत द्वारा आतंकवाद से पीड़ित होने के बारे में बताने के लिए शुरू किया गया अब तक का सबसे व्यापक वैश्विक अभियान है।
प्रस्ताव में कहा गया, ‘‘विपक्षी सांसदों की भागीदारी हमारे लोकतंत्र की परिपक्वता और प्रधानमंत्री के राजनीतिक कौशल को दर्शाती है, जो मानते हैं कि राष्ट्रीय हित के मामलों में हम सभी एक साथ हैं।’’
इसमें कहा गया कि अमेरिका द्वारा पहलगाम हमले के लिए जिम्मेदार लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) को विदेशी आतंकवादी संगठन और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी घोषित करना तथा पहलगाम हमले की निंदा करने वाला ब्रिक्स संयुक्त घोषणापत्र, पाकिस्तान द्वारा अपनी धरती पर फैलाए जा रहे आतंकवाद के खिलाफ भारत के कूटनीतिक रुख की जीत को दर्शाता है।
प्रस्ताव में कहा गया, ‘‘यह घटनाक्रम वैश्विक मंच पर भारत के बढ़ते प्रभाव और अंतरराष्ट्रीय मान्यता को दर्शाता है।’’
इसमें कहा गया कि पिछले 11 वर्षों में राजग सरकार विकसित भारत के निर्माण के लिए अथक प्रयास कर रही है और आने वाले समय में ये प्रयास और भी अधिक जोश के साथ जारी रहेंगे।
भाषा धीरज