मौद्रिक नीति पर निर्णय से पहले सेंसेक्स 308 अंक टूटा, निफ्टी भी नुकसान में
प्रेम अजय
- 05 Aug 2025, 07:14 PM
- Updated: 07:14 PM
(ग्राफिक्स के साथ)
मुंबई, पांच अगस्त (भाषा) स्थानीय शेयर बाजार में मंगलवार को गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 308 अंक टूट गया। वहीं एनएसई निफ्टी में 73 अंक की गिरावट आई। भारतीय रिजर्व बैंक की बुधवार को मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा से पहले बैंक और तेल एवं गैस शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आया।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 308.47 अंक यानी 0.38 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,710.25 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय इसमें 464.32 अंक की गिरावट आई थी।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का मानक सूचकांक निफ्टी भी 73.20 अंक यानी 0.30 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,649.55 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 132.45 अंक लुढ़क गया था।
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में से अदाणी पोर्ट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इन्फोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, इटर्नल (पूर्व में जोमैटो), बीईएल, एचडीएफसी बैंक, पावर ग्रिड, आईटीसी और सन फार्मास्युटिकल प्रमुख रूप से नुकसान में रहे।
दूसरी तरफ टाइटन, मारुति, ट्रेंट, भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा, भारतीय स्टेट बैंक, एलएंडटी, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और एनटीपीसी के शेयरों में तेजी रही।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘सकारात्मक वैश्विक संकेतों के बावजूद घरेलू बाजार एक नकारात्मक दायरे में बने रहे। इस गिरावट में तेल एवं गैस कंपनियां आगे रहीं जिसके पीछे कारण रूसी तेल के आयात को लेकर अनिश्चितता पैदा होना है। दवा और आईटी शेयरों में भी अमेरिकी चिंताओं के चलते कमजोरी बनी रही।’’
नायर ने कहा कि निवेशकों को अब मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजों का इंतजार है। रिजर्व बैंक गवर्नर बुधवार को नीतिगत ब्याज दर के बारे में घोषणा करेंगे।
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन-दिवसीय द्विमासिक बैठक सोमवार से चल रही है। इसने पिछली तीन बैठकों में रेपो दर में कुल एक प्रतिशत की कटौती की है।
छोटी कंपनियों से जुड़ा बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.27 प्रतिशत नीचे आया जबकि मझोली कंपनियों का मिडकैप 0.14 प्रतिशत के नुकसान में रहा।
क्षेत्रवार सूचकांकों में तेल एवं गैस खंड मं 0.96 प्रतिशत की गिरावट रही जबकि ऊर्जा खंड में 0.74 प्रतिशत और एफएमसीजी खंड में 0.61 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ताजा बयान से शुल्क को लेकर अनिश्चितता की स्थिति बने रहने के साथ तिमाही नतीजों पर कोई सकारात्मक खबर न आने का भी बाजार की धारणा पर असर पड़ रहा है।’’
एशिया के अन्य बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और जापान का निक्की बढ़त में रहे।
यूरोप के प्रमुख बाजार दोपहर के कारोबार में बढ़त में थे। अमेरिकी बाजारों में सोमवार को तेजी रही थी।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.02 प्रतिशत टूटकर 68.06 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 2,566.51 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 4,386.29 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
सेंसेक्स सोमवार को 418.81 अंक चढ़ा था जबकि एनएसई निफ्टी 157.40 अंक के लाभ में रहा था।
भाषा प्रेम