दमदम-कवि सुभाष मेट्रो कॉरिडोर के स्टेशनों का सुरक्षा ऑडिट किया गया
खारी अविनाश
- 05 Aug 2025, 09:29 PM
- Updated: 09:29 PM
कोलकाता, पांच अगस्त (भाषा) रेल मंत्रालय के उपक्रम ‘राइट्स’ द्वारा कोलकाता मेट्रो की ब्लू लाइन के दमदम-कवि सुभाष खंड का सुरक्षा ऑडिट किया गया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
ब्लू लाइन खंड के कवि सुभाष मेट्रो स्टेशन की अवसंरचना में दरारें आने के बाद 28 जुलाई को इसे बंद कर दिया गया था। इसके बाद घोषणा की गई कि शहर के दक्षिणी छोर पर स्थित 15 साल पुराने न्यू गड़िया मेट्रो स्टेशन के अप लाइन के प्लेटफॉर्म को तोड़कर दोबारा बनाया जाएगा जिसके परिणामस्वरूप स्टेशन को बंद कर शहीद खुदीराम स्टेशन पर अप और डाउन दोनों दिशाओं की ट्रेन सेवाएं रोकी जाएंगी।
अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि ऑडिट में देश की पहली मेट्रो सेवा के ‘एलिवेटेड’ और भूमिगत हिस्सों में बने स्टेशनों की स्थिति और सुरंगों की हालत को ध्यान में रखा गया है। यह रिपोर्ट अब रेल मंत्रालय को जांच और आगे की जरूरी कार्रवाई के लिए सौंप दी गई है।
हालांकि, ऑडिट में ऐसी कोई गंभीर बात सामने नहीं आई है जिसमें चिंता की बात हो। स्टेशन और सुरंगें संरचनात्मक रूप से सुरक्षित और ठीक पाई गई हैं।
अधिकारी ने बताया कि रिपोर्ट में दमदम से महानायक उत्तम कुमार तक 16.45 किलोमीटर लंबी भूमिगत मेट्रो लाइन के 17 स्टेशनों की संरचनात्मक स्थिति पर ध्यान दिया गया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा सुरंग की हालत, महानायक उत्तम कुमार से कवि सुभाष तक के ऊपरी हिस्से में आदि गंगा नहर पर बने पिलर और उस खंड के छह स्टेशनों की नींव की भी जांच की गई।
उन्होंने कहा, ‘‘राइट्स ने निरंतर रखरखाव अभियान के तहत इस साल की शुरुआत में एक सर्वेक्षण किया था और रिपोर्ट प्रस्तुत की थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पिलर संरचनात्मक रूप से सुरक्षित और मजबूत पाए गए हैं, लेकिन अगर जन सुरक्षा के लिए कोई बदलाव या समायोजन करने की आवश्यकता होती है तो यह निर्णय रेलवे बोर्ड द्वारा लिया जाएगा।’’
दमदम-टालीगंज भूमिगत खंड 1995 में चालू हुआ, जबकि नेताजी और कवि सुभाष के बीच ‘एलिवेटेड’ मार्ग पर स्थित स्टेशन 2009-2010 के बीच खोले गए।
अधिकारी ने बताया कि हाल ही में भारी बारिश के बाद ‘ब्लू लाइन’ के भूमिगत हिस्से में पानी का रिसाव और पटरियों पर जलभराव के कुछ मामले सामने आए, जिससे सुरंगों की स्थिति पर निगरानी रखना और भी जरूरी हो गया है।
उन्होंने बताया कि मेट्रो प्रशासन अपने स्टेशनों की संरचनात्मक स्थिति का मूल्यांकन करने में पूरी सावधानी बरत रहा है।
चार पिलर में दरारें देखी जाने से पहले ही अधिकारियों ने कवि सुभाष स्टेशन को दुर्गा पूजा के बाद आंशिक रूप से ढहाने और पुनर्निर्माण की योजनाएं तैयार कर ली थीं, क्योंकि राइट्स ने इसकी नींव को लेकर कुछ आपत्ति की थी।
उन्होंने कहा, ‘‘शहीद खुदीराम-दक्षिणेश्वर खंड के सभी स्टेशन अच्छी स्थिति में पाए गए हैं।’’
भाषा खारी