उप्र: नेपाल से लगे जिलों में योगी के निर्देश पर अवैध निर्माण के खिलाफ ध्वस्तीकरण कार्रवाई की जा रही
जफर नोमान पारुल
- 07 Aug 2025, 09:27 PM
- Updated: 09:27 PM
लखनऊ, सात अगस्त (भाषा) उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर नेपाल सीमा से सटे जिलों में पिछले दो महीने में कई अवैध कब्जों और बिना मान्यता संचालित धार्मिक संस्थानों के खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई। बृहस्पतिवार को जारी एक सरकारी बयान में यह जानकारी दी गई।
बयान के मुताबिक, पिछले दो महीने में पीलीभीत, श्रावस्ती, बलरामपुर, बहराइच, लखीमपुर-खीरी, सिद्धार्थनगर और महराजगंज में अवैध रूप से संचालित 298 मस्जिदों, ईदगाहों, मदरसों और मजारों को चिन्हित किया गया, जबकि 223 अवैध निर्माण के खिलाफ नोटिस जारी किए गए।
इसमें कहा गया है कि उक्त अवधि में 198 अवैध निर्माण को सील किया गया और 130 को ध्वस्त किया गया।
बयान के अनुसार, श्रावस्ती में सबसे अधिक अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की गई।
श्रावस्ती के जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर भारत-नेपाल सीमा पर 10 किलोमीटर के दायरे में सरकारी और निजी भूमि पर अवैध रूप से बनाई गई मजिस्द, ईदगाह, मदरसे और मजार के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
द्विवेदी ने बताया कि श्रावस्ती में 149 अवैध निर्माण को चिन्हित कर नोटिस जारी किए गए, जबकि 140 को सील किया गया और 37 को ध्वस्त किया गया। उन्होंने बताया कि जिले में अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई जारी है।
लखीमपुर-खीरी की जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने बताया कि जिले में कुल 13 अवैध निर्माण को चिन्हित किया गया, जिनमें से एक को नोटिस जारी किया गया, जबकि 10 को सील किया गया और तीन को ध्वस्त किया गया।
सरकारी बयान के मुताबिक, महराजगंज में 45 अवैध निर्माण को चिन्हित कर नोटिस जारी किए गए, जबकि 24 को सील किया गया और 31 को ढहाया गया।
बयान के अनुसार, सिद्धार्थनगर में 23 अवैध निर्माण को चिन्हित किया गया और इनमें से दो को नोटिस भी जारी किए गए, जबकि 21 अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया।
बयान में कहा गया है कि बहराइच में 25 अवैध निर्माण को चिन्हित कर नोटिस जारी किए गए, जबकि पांच को सील किया गया और 15 को ध्वस्त किया गया।
इसमें बताया गया है कि पीलीभीत में चिन्हित दो अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया, जबकि बलरामपुर में 41 अवैध निर्माण की पहचान कर इनमें से एक को नोटिस जारी किया गया, 19 को सील किया गया और 21 को ध्वस्त किया गया।
भाषा
जफर नोमान