बाला साहेब का अपमान करने वाली कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं उद्धव : एकनाथ शिंदे
शफीक पवनेश
- 07 Aug 2025, 09:39 PM
- Updated: 09:39 PM
(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, सात अगस्त (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बृहस्पतिवार को अपने धुर विरोधी उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए उन पर कांग्रेस का समर्थन करने का आरोप लगाया, जिसने शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे का मताधिकार ‘‘छीनने’’ वाले पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त एम एस गिल को ‘‘पुरस्कृत’’ किया था।
‘पीटीआई’ के साथ एक वीडियो साक्षात्कार में शिंदे ने उद्धव ठाकरे द्वारा उन्हें ‘‘देशद्रोही’’ कहे जाने की भी आलोचना की और उन पर बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व आदर्शों के साथ समझौता करने का आरोप लगाया।
शिंदे ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आवास पर आयोजित रात्रिभोज में शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे के शामिल होने का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘यह आश्चर्यजनक है कि वह (ठाकरे) उस पार्टी के नेता के आवास पर जा रहे हैं जिसने शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे का मताधिकार छीनने वाले व्यक्ति को पुरस्कृत किया।’’
शिंदे ने कहा कि यह कांग्रेस ही थी जिसने पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त गिल को संप्रग सरकार में मंत्री पद देकर ‘‘पुरस्कृत’’ किया, जिन्होंने बालासाहेब ठाकरे को मताधिकार से वंचित किया था।
उद्धव पर निशाना साधते हुए शिवसेना नेता ने कहा, ‘‘आप उन लोगों से मिल रहे हैं जिन्होंने बालासाहेब का अपमान किया, आप उन लोगों से मिल रहे हैं जिन्होंने सावरकर का अपमान किया...जिन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और सशस्त्र बलों की वीरता पर सवाल उठाए।’’
उन्होंने ठाकरे द्वारा उन्हें ‘‘गद्दार’’ कहे जाने पर भी पलटवार किया।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यह ठाकरे ही थे, जिन्होंने 2019 के महाराष्ट्र चुनाव में लोगों के जनादेश को धोखा दिया और कांग्रेस तथा राकांपा से हाथ मिला लिया।
शिंदे ने कहा, ‘‘उद्धव ठाकरे द्वारा इस्तेमाल किया गया शब्द उनके लिए बिलकुल सही है। 2019 में महाराष्ट्र ने शिवसेना-भाजपा को सरकार बनाने का जनादेश दिया था। उन्होंने किसके साथ गठबंधन किया? कांग्रेस के साथ, सिर्फ स्वार्थ के लिए, मुख्यमंत्री की कुर्सी हथियाने के लिए। वह (ठाकरे) मेरे लिए जिस शब्द का इस्तेमाल करते हैं - विश्वासघाती, गद्दार - वह बिलकुल उन पर लागू होता है।’’
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने 2024 के विधानसभा चुनाव में असली गद्दारों को सबक सिखाया।
शिंदे ने कहा, ‘‘उन्हें विपक्ष के नेता के रूप में मान्यता पाने के लिए भी जनादेश नहीं मिला। महाराष्ट्र की जनता ने चुनाव परिणामों के माध्यम से राज्य के असली गद्दारों पर मुहर लगा दी है।’’
भाषा
शफीक