कर्नाटक: भाजपा ने कांग्रेस की वोट अधिकार रैली को ‘‘राजनीतिक नौटंकी’’ बताया
सिम्मी वैभव
- 08 Aug 2025, 03:33 PM
- Updated: 03:33 PM
बेंगलुरु, आठ अगस्त (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने बेंगलुरु में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में हुई ‘वोट अधिकार रैली’ को शुक्रवार को एक ‘‘राजनीतिक नौटंकी’’ करार दिया।
विजयेंद्र ने कहा कि कांग्रेस बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का विरोध करके और साथ ही 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान कर्नाटक में फर्जी मतदाताओं का आरोप लगाकर दोहरा मापदंड अपना रही है।
उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘राहुल गांधी बिहार में एसआईआर का विरोध करते हैं और चुनाव में अनियमितताओं का आरोप लगाते हैं। वह हताशा में ये बयान दे रहे हैं।’’
विजयेंद्र ने बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क में कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन को लेकर टिप्पणी करते हुए यह बात कही। 'फ्रीडम पार्क' में आयोजित रैली में राहुल के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, उप मुख्यमंत्री डी के शिवकुमार, कांग्रेस के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला, राज्य सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक और कई अन्य नेता शामिल हुए।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया था कि कांग्रेस को बेंगलुरू मध्य लोकसभा सीट के सात विधानसभा क्षेत्रों में से छह में बढ़त मिली लेकिन वह महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में पीछे रह गई जिससे भाजपा को सीट जीतने में मदद मिली।
विजयेंद्र ने कहा, ‘‘राहुल गांधी के दावों में कोई सच्चाई नहीं है और हम उन्हें गंभीरता से नहीं लेते। यह सब एक राजनीतिक नौटंकी है।’’
भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष ने कहा कि राहुल के पास 2024 में चुनाव परिणाम घोषित होने के 45 दिन के भीतर शिकायत दर्ज कराने का अवसर था, लेकिन उन्होंने इसका उपयोग नहीं किया। उन्होंने कहा कि इस मामले में सवाल राहुल को नहीं, बल्कि उम्मीदवार को उठाना चाहिए था।
विजयेंद्र ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस्तीफे की कांग्रेस नेताओं की मांग को हास्यास्पद बताया।
उन्होंने कहा कि राहुल ने बृहस्पतिवार को अपने संवाददाता सम्मेलन में ‘डुप्लीकेट’ (एक मतदाता के नाम मतदाता सूची में अनेक जगह होना) मतदाता, फर्जी मतदाता और ‘बल्क’ (बड़ी संख्या में एक ही पते पर पंजीकृत) मतदाता का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा कि इन सभी विसंगतियों को दूर करने के लिए निवार्चन आयोग ने बिहार में मतदाता सूची का एसआईआर शुरू किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘तो फिर राहुल गांधी और कांग्रेस बिहार में एसआईआर का विरोध क्यों कर रहे हैं?’’
विजयेंद्र ने बताया कि 2005 में जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, तब पश्चिम बंगाल में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों और उन्हें मतदाता सूची में शामिल किए जाने का मुद्दा ममता बनर्जी ने बतौर सांसद लोकसभा में उठाया था। उन्होंने कहा कि तब ममता ने इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की थी लेकिन तत्कालीन अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने उनकी मांग ठुकरा दी थी और उन्हें लोकसभा से निलंबित कर दिया गया था।
विजयेंद्र ने कहा कि कर्नाटक में भाजपा को नुकसान हुआ और 2019 के लोकसभा चुनाव में उसकी सीट 25 से घटकर 2024 में केवल 17 रह गईं।
उन्होंने पूछा, ‘‘क्या भाजपा को यह कहना चाहिए कि कुछ गड़बड़ियां हुई हैं?’’
भाषा
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