भारत-पाक संघर्ष पर ट्रंप और रुबियो के दावों का प्रधानमंत्री सीधा खंडन क्यों नहीं करते? : कांग्रेस
प्रशांत दिलीप
- 08 Aug 2025, 04:49 PM
- Updated: 04:49 PM
नयी दिल्ली, आठ अगस्त (भाषा) कांग्रेस ने शुक्रवार को भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक चले सैन्य संघर्ष पर अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो की हालिया टिप्पणी को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए पूछा कि प्रधानमंत्री को किस बात का डर है कि वह इन दावों का स्पष्ट रूप से खंडन नहीं करते।
विपक्षी पार्टी का यह हमला रुबियो के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि जब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ, तो अमेरिका “सीधे तौर पर इसमें शामिल” हो गया था और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दोनों परमाणु संपन्न पड़ोसियों के बीच शांति स्थापित करने में सक्षम रहे।
ट्रंप ने 10 मई के बाद से कई बार अपने दावे को दोहराया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का “समाधान” करने में मदद की है और परमाणु हथियार संपन्न पड़ोसियों से कहा है कि यदि वे संघर्ष बंद कर दें, तो अमेरिका उनके साथ “बहुत सारा व्यापार” करेगा।
भारत लगातार यह कहता रहा है कि पाकिस्तान के साथ ‘संघर्ष विराम’ करने पर सहमति दोनों सेनाओं के सैन्य अभियान महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच सीधी बातचीत के बाद बनी थी।
कांग्रेस महासचिव एवं संचार प्रभारी जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “22 जनवरी 2025 को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो और भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर की पहली द्विपक्षीय बैठक को खूब प्रचारित किया गया।”
उन्होंने कहा, “अब एक बार फिर अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा है कि जब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था, तो राष्ट्रपति ट्रंप ने ‘सीधा हस्तक्षेप किया और शांति स्थापित करवाई’।”
रमेश ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी इस पर चुप क्यों हैं? विदेश मंत्री का जवाब भी ट्रंप और मार्को रूबियो की बातों पर कुछ ज्यादा ही चालाकी भरा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने तो 19 जून 2020 को चीन को सार्वजनिक रूप से क्लीन चिट देते हुए यह कुख्यात पंक्ति कही थी ‘ना कोई हमारी सीमा में घुस आया है, ना ही कोई घुसा हुआ है’।”
कांग्रेस नेता ने कहा, “फिर वह राष्ट्रपति ट्रंप और मार्को रूबियो के द्वारा बार-बार दोहराए जा रहे दावों का सार्वजनिक और साफ-साफ खंडन क्यों नहीं करते? आखिर उन्हें डर किस बात का है?”
रुबियो ने बृहस्पतिवार को ईडब्ल्यूटीएन के ‘द वर्ल्ड ओवर’ के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि ट्रंप शांति के लिए प्रतिबद्ध हैं और “शांति के लिये प्रतिबद्ध राष्ट्रपति” हैं।
रुबियो ने कहा, “और इसलिए, हमने देखा कि जब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ, तो हम सीधे तौर पर इसमें शामिल हुए, और राष्ट्रपति (ट्रंप) शांति स्थापित करने में सक्षम रहे।”
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