‘वोट चोरी’ का दावा : कांग्रेस ने मुंबई में किया ‘रास्ता रोको’ प्रदर्शन
यासिर दिलीप
- 08 Aug 2025, 06:46 PM
- Updated: 06:46 PM
मुंबई, आठ अगस्त (भाषा) कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और निर्वाचन आयोग (ईसी) के खिलाफ ‘रास्ता रोको’ प्रदर्शन किया और सत्तारूढ़ पार्टी पर निर्वाचन आयोग की मदद से ‘वोट चुराने’ का आरोप लगाया।
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख हर्षवर्धन सपकाल के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने यातायात अवरुद्ध कर दिया और निर्वाचन आयोग तथा भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
इस दौरान करीब एक घंटे से अधिक समय तक यातायात प्रभावित रहा।
इससे पहले, तिलक भवन में संवाददाता सम्मेलन में सपकाल ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने ‘पूरी तरह से विश्वसनीयता खो दी है’ और वह भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रहा है।
उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों का जवाब निर्वाचन आयोग क्यूं नहीं दे रहा है, बल्कि सत्तारूढ़ पार्टी दे रही है।
गांधी ने शुक्रवार को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को एक ‘संस्थागत चोरी’ बताया और दावा किया कि निर्वाचन आयोग गरीबों के मताधिकार को छीनने के उद्देश्य से इस ‘चोरी’ को अंजाम देने के लिए भाजपा के साथ ‘खुलेआम मिलीभगत’ कर रहा है।
सपकाल ने कहा, ‘‘राहुल गांधी ने दस्तावेजी सबूतों के साथ यह उजागर कर दिया है कि कैसे भाजपा ने निर्वाचन आयोग की मदद से चुनावों में हेराफेरी की। उच्च स्तरीय जांच शुरू करने या उच्चतम न्यायालय की निगरानी में विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने के बजाय, सरकार गांधी पर व्यक्तिगत हमला कर रही है।’’
उन्होंने बताया कि चुनाव संचालन नियम, 1960 के प्रावधान 17, 18 और 19 के अनुसार, अगर कोई औपचारिक आपत्ति उठाई जाती है, तो जांच अनिवार्य है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘वह मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि ‘चिप मंत्री’ हैं, जो एक कपटपूर्ण डिजिटल लोकतंत्र के प्रतिनिधि हैं। जिस तरह से उन्होंने अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए राहुल गांधी पर हमला किया, उससे ताकत नहीं, बल्कि अहंकार की बू आती है।’’
भाजपा के इस आरोप पर कि कांग्रेस ने चुनाव के दौरान कभी आपत्ति नहीं जताई, सपकाल ने स्पष्ट किया कि वास्तव में मतदान के दौरान और उसके बाद भी आपत्तियां उठाई गई थीं।
उन्होंने कहा, ‘‘हारे हुए उम्मीदवारों ने उच्च न्यायालयों में याचिकाएं दायर की हैं। निर्वाचन आयोग को भी सबूत सौंपे गए हैं। यह दुष्प्रचार भाजपा द्वारा भ्रम फैलाने का प्रयास मात्र है।’’
भाषा यासिर