निर्वाचन आयोग ने बिहार के उपमुख्यमंत्री को दो मतदाता पहचान पत्र रखने के लिए नोटिस भेजा: अधिकारी
प्रीति प्रशांत
- 10 Aug 2025, 11:14 PM
- Updated: 11:14 PM
पटना, 10 अगस्त (भाषा) निर्वाचन आयोग ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा को कथित तौर पर दो मतदाता पहचान पत्र रखने और दो स्थानों पर मतदाता के रूप में पंजीकृत होने के लिए नोटिस जारी किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
इससे पहले दिन में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि उपमुख्यमंत्री के पास दो मतदाता पहचान पत्र हैं और पूछा कि सिन्हा के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई।
एक अधिकारी ने यहां बताया, "सिन्हा को कथित तौर पर दो मतदाता पहचान पत्र रखने के लिए नोटिस दिया गया है। उनसे पूछा गया है कि उनके पास दो मतदाता पहचान पत्र क्यों हैं।"
विपक्ष के नेता यादव ने संवाददाताओं से बातचीत में दावा किया, "विजय कुमार सिन्हा दो जिलों के दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से मतदाता हैं। उनका नाम लखीसराय के लखीसराय विधानसभा क्षेत्र और पटना जिले के बांकीपुर विधानसभा सीट में भी है।"
रविवार को बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी (ईआरओ) द्वारा उपमुख्यमंत्री को जारी एक पत्र में, सिन्हा से दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता के रूप में पंजीकृत होने और दो पहचान पत्र रखने के लिए 14 अगस्त तक जवाब मांगा गया है।
यादव ने सुबह कहा था, ‘‘सिन्हा के पास दो अलग-अलग मतदाता फोटो पहचान पत्र (ईपीआईसी) हैं। हैरानी की बात यह है कि बिहार में निर्वाचन आयोग द्वारा विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) करने के बाद इसका पता चला। किसे जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए, सिन्हा को या निर्वाचन आयोग को? सिन्हा के खिलाफ क्या कार्रवाई की जा रही है? खुलासे के बाद वह (सिन्हा) अपने पद से कब इस्तीफा देंगे?’’
सिन्हा ने यादव के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘‘पहले मेरे और मेरे परिवार के सदस्यों के नाम बांकीपुर विधानसभा सीट पर सूचीबद्ध थे। अप्रैल 2024 में मैंने लखीसराय से अपना नाम जोड़ने के लिए आवेदन किया था। मैंने बांकीपुर से अपने और अपने परिवार के सदस्यों के नाम हटाने के लिए भी एक फॉर्म भरा था। मेरे पास सबूत हैं।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘किसी कारणवश, मेरा नाम बांकीपुर से नहीं हटाया गया और यह मसौदा मतदाता सूची में दिखाई दिया। मैंने ‘बूथ स्तरीय’ अधिकारी को फोन करके एक लिखित आवेदन दिया। मेरे पास बांकीपुर से मेरा नाम हटाने की रसीद है।’’
सिन्हा ने कहा कि वह केवल एक ही निर्वाचन क्षेत्र से मतदान करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सिर्फ एक ही जगह से मतदान करता हूं। पिछली बार भी मैंने सिर्फ एक ही जगह से मतदान किया था। जंगलराज के युवराज (तेजस्वी) सिर्फ गलत तथ्य बताकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। पूरा बिहार जानता है कि वह (तेजस्वी) दूसरों की छवि खराब करने का खेल खेलते हैं। मुझ पर झूठे आरोप लगाने के लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।’’
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष यादव ने कहा कि लखीसराय विधानसभा क्षेत्र में सिन्हा की ईपीआईसी आईडी संख्या आईएएफ3939337 है और पटना जिले के बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र में उनकी आईडी संख्या एएफएस0853341 है।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘एक सूची में सिन्हा की उम्र 57 साल और दूसरी में 60 साल है। क्या यह धोखाधड़ी और घोटाला नहीं है? उन्होंने जरूर दो विधानसभा क्षेत्रों में दो अलग-अलग फॉर्म भरे होंगे? उन्होंने जानबूझकर दो अलग-अलग जगहों पर दो नाम दर्ज करवाए। अगर उन्होंने दोनों फॉर्म पर खुद हस्ताक्षर नहीं किए तो क्या निर्वाचन आयोग ने उनके जाली हस्ताक्षरों के आधार पर दो पहचान पत्र बनाए? क्या उन्हें दो अलग-अलग नोटिस मिलेंगे या ये नियम सिर्फ़ विपक्ष के नेताओं के लिए ही है?’’
निर्वाचन आयोग द्वारा यादव को दो मतदाता पहचान पत्र नंबर रखने के आरोप पर जवाब मांगने को लेकर आरजेडी नेता ने कहा, ‘‘मैंने निर्वाचन आयोग को जवाब दे दिया है। मुझे इसकी सफाई देने की जरूरत क्यों होनी चाहिए?’’
उन्होंने निर्वाचन आयोग पर आरोप लगाया कि वह अपने अधिकारियों द्वारा की गई गलती का दोष उन पर मढ़ने का प्रयास कर रहे हैं।
भाषा प्रीति